Bad Newz Movie Review: हेटरोपोटर्नल सुपरफेकुंडेशन पर आधारित अनोखी और मनोरंजक फिल्म

जुलाई 19 Roy Iryan 5 टिप्पणि

फिल्म की पृष्ठभूमि:

'Bad Newz' एक ऐसी फिल्म है, जो अपने अनोखे प्लॉट और शानदार प्रदर्शन की वजह से चर्चा में है। फिल्म का निर्देशन आनंद तिवारी ने किया है, जिन्होंने पहले भी कई सफल फिल्में बनाई हैं। इस फिल्म में वीडीका सबसे बड़ी खूबी है, इसका केंद्रवर्ती चिकित्सा स्थिति 'हेटरोपोटर्नल सुपरफेकुंडेशन' है, जहां एक महिला विभिन्न पुरुषों से जुड़कर जुड़वां बच्चों को जन्म देती है। यह विषय पहले कभी नहीं छुआ गया था और दर्शकों को इसमें खींचता है।

मुख्य कलाकार और उनकी भूमिकाएं:

फिल्म में Vicky Kaushal, Triptii Dimri, Ammy Virk, Neha Dhupia और Sheeba Chaddha महत्वपूर्ण भूमिकाओं में हैं। Triptii Dimri ने सलोनी का किरदार निभाया है, जो एक महत्वाकांक्षी शेफ है और जिसे दो अलग-अलग पुरुषों, अक्षय (Vicky Kaushal) और ग़ुरबीर (Ammy Virk) से जुड़वां बच्चे हो जाते हैं। Vicky Kaushal और Ammy Virk ने अपने भूमिकाओं में बहुत ही शानदार प्रदर्शन किया है। उन्होंने अपने किरदारों में जान डाल दी है और दर्शकों का ध्यान महामोहित किया है।

फिल्म की कहानी:

फिल्म की कहानी सलोनी के इर्द-गिर्द घूमती है, जो अपनी जीवन को संवारने की कोशिश में जुटी है। कहानी में तब मोड़ आता है, जब उसे पता चलता है कि वह दो अलग-अलग पुरुषों से जुड़वां बच्चों की मां बनने जा रही है। यह स्थिति न केवल सलोनी बल्कि सभी अन्य पात्रों के जीवन में उथल-पुथल मचा देती है।

निर्देशन और डायलॉग्स:

आनंद तिवारी ने इस फिल्म को बहुत ही हल्के-फुल्के और मनोरंजक अंदाज़ में निर्देशित किया है। फिल्म के संवाद मजेदार और मेटा हैं, जो दर्शकों को हंसने पर मजबूर कर देते हैं। विशेषकर Vicky Kaushal और Ammy Virk के बीच की नोक-झोंक बहुत ही रोचक है।

संगीत:

फिल्म के गाने भी काबिले तारीफ हैं। 'अखिल चड्ढा जिंगल' जैसे गाने न केवल कानों को सुखदाहित करते हैं, बल्कि कहानी को भी आगे बढ़ाते हैं। संगीत ने फिल्म के माहौल को और भी जीवंत बना दिया है।

अभिनय:

Vicky Kaushal ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि वह एक उत्कृष्ट अभिनेता हैं। उनकी कॉमिक टाइमिंग और इमोशनल सीन में पकड़ काबिले तारीफ है। Ammy Virk ने भी बहुत ही संवेदनशीलता के साथ अपने किरदार को निभाया है। Triptii Dimri ने सलोनी के किरदार को बखूबी जीया है और उनकी परफॉर्मेंस बेहतरीन है। नेहा धूपिया और शीबा चड्डा ने सहायक भूमिकाओं में अच्छा काम किया है।

फिल्म की रेटिंग और समीक्षा:

फिल्म को 3/5 रेटिंग दी गई है, जो इसे एक अच्छी फिल्म बनाती है। यह फिल्म दर्शकों को हंसी के साथ-साथ सोचने पर भी मजबूर करती है। हालांकि फिल्म अपनी पूरी क्षमता का इस्तेमाल नहीं कर पाती है, लेकिन अपने अभिनय, संवाद और संगीत के साथ यह दर्शकों का मनोरंजन करने में सफल रहती है। 'Bad Newz' उन लोगों के लिए एक परफेक्ट चॉइस है, जो हल्की-फुल्की और अनोखी कहानीएं पसंद करते हैं।

निष्कर्ष:

निष्कर्ष:

संतुलित और मनोरंजक कहानी के साथ 'Bad Newz' एक ऐसी फिल्म है, जिसे देखने के बाद दर्शक खुश होकर सिनेमा हॉल से बाहर आते हैं। यह फिल्म एक दिलचस्प और हंसी मजाक से भरपूर कहानी प्रस्तुत करती है, जिसमें अच्छे प्रदर्शन और संगीत का भी अच्छा मेल है।

Roy Iryan

Roy Iryan (लेखक )

मैं एक अनुभवी पत्रकार हूं जो रोज़मर्रा के समाचारों पर लेखन करता हूं। मेरे लेख भारतीय दैनिक समाचारों पर गहन विश्लेषण प्रदान करते हैं। मैंने विभिन्न समाचार पत्र और ऑनलाइन प्लेटफार्म के लिए काम किया है। मेरा उद्देश्य पाठकों को सही और सटीक जानकारी प्रदान करना है।

Uday Teki

Uday Teki

बहुत मजेदार फिल्म थी! 😊 विक्की का अंदाज़ तो बस जान ले लिया, और अम्मी विर्क ने भी दिल जीत लिया। अच्छा लगा, बस इतना ही कहना चाहता हूँ - घर बैठे देख लो, मन खुश हो जाएगा।

Haizam Shah

Haizam Shah

हेटरोपोटर्नल सुपरफेकुंडेशन? ये क्या नया विज्ञान है? ये तो डॉक्टरों के लिए बनी होगी ना फिल्म! अगर ये सच होता तो हर एक लड़की अपने दो बॉयफ्रेंड्स के साथ बच्चे पैदा कर लेती! ये फिल्म तो सिर्फ एक बड़ा मजाक है।

Shardul Tiurwadkar

Shardul Tiurwadkar

अरे भाई, ये सब तो बस एक बड़ा फेक साइंस ड्रामा है। लेकिन देखो, फिल्म ने इसे इतना अच्छे से समझाया कि हम भूल जाते हैं कि ये असली नहीं है। विक्की की कॉमेडी टाइमिंग? ओम गोड। अगर ये फिल्म किसी और ने बनाई होती, तो लोग कहते - ये तो बहुत बोरिंग है। लेकिन आनंद तिवारी ने इसे जादू बना दिया।

VIKASH KUMAR

VIKASH KUMAR

अरे भाई ये फिल्म देखकर मैं रो पड़ा! 😭 विक्की के साथ जब वो बच्चों को गोद में लेता है तो मेरा दिल टूट गया! और अम्मी विर्क की आँखों में जो दर्द था... वो तो मैंने कभी नहीं भूलेगा! ये फिल्म मेरी जिंदगी बदल गई! 🙏❤️

Abhijit Padhye

Abhijit Padhye

हेटरोपोटर्नल सुपरफेकुंडेशन? ये तो बिल्कुल गलत है। वैज्ञानिक रूप से ये संभव नहीं है। एक महिला दो अलग-अलग पुरुषों के बीज से एक ही समय में गर्भवती हो सकती है, लेकिन दो जुड़वां बच्चे अलग-अलग पिता के हो सकते हैं - ये तो हेटरोपैटर्नल फर्टिलाइजेशन है, न कि सुपरफेकुंडेशन। ये फिल्म ने विज्ञान को बहुत बुरी तरह गलत तरीके से दिखाया है। लेकिन अभिनय तो बेहतरीन था।

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