BCCI Central Contract 2024-25: नए अनुबंधों में किसे मिला कितना ग्रेड?
ज्यादा उम्मीदें और बड़ी चर्चा—BCCI ने सत्र 2024-25 के लिए BCCI Central Contract का ऐलान कर दिया। इस बार केंद्र में दो नाम ऐसे हैं जो पिछले साल बाहर थे, लेकिन फिर भी फैन्स की बातचीत में थे—श्रेयस अय्यर और ईशान किशन। दोनों ने इस बार अपने प्रदर्शन से मैनेजमेंट का भरोसा फिर से जीत लिया है। श्रेयस जहां Grade B में वापस आए हैं, वहीं ईशान किशन को Grade C में जगह मिली है। इस बार कुल 34 खिलाड़ियों को चार अलग-अलग ग्रेड में बांटा गया है।
अनुबंधों की वैधता 1 अक्टूबर 2024 से 30 सितंबर 2025 तक रहेगी। इसमें ग्रेड C के लिए सालाना ₹1 करोड़ और टॉप ग्रेड A+ के लिए ₹7 करोड़ तक का सालाना सैलरी पैकेज है।
- Grade A+: रोहित शर्मा, विराट कोहली, जसप्रीत बुमराह और रविंद्र जडेजा ही यहां कायम हैं। आर अश्विन की इस लिस्ट से विदाई हो गई है क्योंकि उन्होंने इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया था।
- Grade A: मोहम्मद सिराज, केएल राहुल, शुभमन गिल, हार्दिक पंड्या, मोहम्मद शमी और सबसे बड़ा सरप्राइज—ऋषभ पंत। पंत को इस बार B से A ग्रेड में प्रमोशन मिला है क्योंकि चोट के बाद उन्होंने शानदार वापसी की है।
- Grade B: सूर्यकुमार यादव, कुलदीप यादव, अक्षर पटेल, यशस्वी जायसवाल और श्रेयस अय्यर शामिल हैं। यशस्वी जायसवाल को उनके जैसा तेज तर्रार उभरता बल्लेबाज इस ग्रेड में मिलना कोई छोटी बात नहीं।
- Grade C: इस ग्रेड में नए चेहरे छाए हुए हैं—रिंकू सिंह, तिलक वर्मा, ऋतुराज गायकवाड़, शिवम दुबे, रवि बिश्नोई, वॉशिंगटन सुंदर, मुकेश कुमार, संजू सैमसन, अर्शदीप सिंह, प्रसिद्ध कृष्णा, रजत पाटीदार, ध्रुव जुरेल, सरफराज खान, नितीश कुमार रेड्डी, ईशान किशन, अभिषेक शर्मा, आकाश दीप, वरुण चक्रवर्ती और हर्षित राणा।
इस साल अनुबंध में ऐसे खिलाड़ियों का जोर है जो या तो हाल में भारतीय टीम का हिस्सा रहे या फिर जब-जब मौका मिला, उन्होंने टीम की जिम्मेदारी निभाई। श्रेयस अय्यर और ईशान किशन दोनों ने पर्सिस्टेंस दिखाया—कुछ उतार-चढ़ाव के बावजूद, डोमेस्टिक और आईपीएल में जोरदार वापसी कर ड्रेसिंग रूम में अपनी मौजूदगी दर्ज करवाई। पंत की कहानी अलग है, वे भयानक चोट के बाद दोबारा मैदान में उतरे और इम्पैक्ट डालकर सीधे Grade A तक पहुंच गए।
BCCI ने अनुबंध देते वक्त हाल के परफॉर्मेंस, फिटनेस, रोल और टीम में लंबी पारी खेलने की क्षमता जैसे सारे पैमाने देखे। बीते एक साल में आईपीएल से लेकर ऑस्ट्रेलिया-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज तक, कई नए नाम छाए रहे, जिनमें यशस्वी जायसवाल और ध्रुव जुरेल भी शामिल हैं। सफेद गेंद से लेकर टेस्ट तक, जो जैसे फॉर्म में रहा, उसे उसी हिसाब से कॉन्ट्रैक्ट में इनाम मिला।
असर और नए चेहरों का जिक्र
इस बार ग्रेड C में जो 19 खिलाड़ी हैं, उनमें आधे से ज्यादा या तो टेस्ट में डेब्यू कर चुके हैं या टी20 में धमक हासिल कर चुके हैं। रिंकू सिंह को डेथ ओवरों में उनके छक्कों की वजह से जगह मिली, जबकि अर्शदीप सिंह का बॉलिंग पर पकड़ इस ग्रेड की गारंटी बनी। संजू सैमसन आखिरकार इस लिस्ट में आए हैं, जो राजस्थान से लगातार अच्छा खेल रहे हैं।
BCCI की इस लिस्ट से दो बातें साफ हैं: एक, पुराने दिग्गज अभी भी कायदे में बने हुए हैं, और दो, टैलेंट और प्रदर्शन की बदौलत नए खिलाड़ियों को अब रुकने की जरूरत नहीं। अगर आप मैच विनर हैं और लगातार जमीनी क्रिकेट में परफॉर्म कर रहे हैं, तो फर्स्ट क्लास से लेकर आईपीएल तक हर प्लेटफॉर्म मायने रखता है।
कॉन्ट्रैक्ट के नए दौर में बैलेंस दिखता है: अनुभवी खिलाड़ी अपनी जगह संभाले हैं, वही युवा चमकदार नाम तेजी से उभर रहे हैं। ऐसे में अगले एक साल की टीम इंडिया की ड्रेसिंग रूम की केमिस्ट्री देखने लायक होगी।
rohit majji
श्रेयस और ईशान को ग्रेड मिल गया तो बहुत अच्छा बात है! पर अभी भी लगता है जिन्हें टेस्ट में बुलाया नहीं गया उनकी बात भी करनी चाहिए। जैसे दिनेश कार्तिक या अमृतश्री गायकवाड़, उनका डोमेस्टिक क्रिकेट तो बहुत बढ़िया है। बीसीसीआई कभी रिपोर्ट्स देखता ही नहीं।
पर फिर भी जो मिला उसके लिए बधाई!
Uday Teki
ईशान किशन को ग्रेड सी मिला तो बहुत अच्छा 😊 वो तो हमेशा से बहुत टेंशन लेता है मैच के बाद। अब थोड़ा रिलैक्स करे और बल्ला चलाए। मैंने देखा आईपीएल में उसने जो शॉट लगाए वो तो बस बाज़ी मार गया! 💪🔥
Haizam Shah
ग्रेड A+ में कोहली और रोहित तो ठीक है, पर जडेजा और बुमराह को अभी भी इस लिस्ट में रखना बेकार है। बुमराह तो एक महीने में एक गेंद फेंकते हैं, जडेजा तो अब टेस्ट में बल्लेबाजी भी नहीं करते। ये ग्रेड तो अब बस नाम के लिए है। नए खिलाड़ियों को दो ग्रेड ऊपर दे दो तो बेहतर होता।
Vipin Nair
कॉन्ट्रैक्ट तो सिर्फ पैसे का मुद्दा नहीं है। ये बताता है कि बीसीसीआई किस तरह की टीम बनाना चाहता है। श्रेयस और ईशान को मिला तो इसका मतलब है कि वो टीम के भीतर नए लोगों को जगह देने को तैयार हैं। और पंत का A ग्रेड? वो तो एक संदेश है-चोट आए तो भी वापसी करो, हम तुम्हें याद रखते हैं।
इस लिस्ट में जो नए नाम हैं वो बहुत अच्छे हैं। अगले साल देखना होगा कि ये लोग कितना आगे बढ़ते हैं।
Ira Burjak
संजू सैमसन को ग्रेड सी में डाल दिया तो बहुत अच्छा लगा। लेकिन ये तो बहुत देर हो गई। ये तो 2018 से बल्लेबाजी कर रहे हैं। अब तक ग्रेड नहीं मिला तो क्या बात है? अब भी जब वो खेलते हैं तो लोग कहते हैं 'क्या बात है ये तो बहुत अच्छा खेल रहा है'।
कभी-कभी बीसीसीआई को थोड़ा दिल लगाना चाहिए।
Shardul Tiurwadkar
अगर श्रेयस अय्यर और ईशान किशन को ग्रेड मिल गया तो ये बात तो बहुत अच्छी है। पर अगर तुम देखो तो इन दोनों को ग्रेड मिलने के बाद भी टीम में जगह नहीं मिल रही। इंग्लैंड टूर के लिए भी नहीं बुलाया। तो फिर ग्रेड क्या काम का? केवल बैंक बैलेंस बढ़ाने के लिए?
पंत को A ग्रेड मिला तो बहुत अच्छा, लेकिन अगर वो फिर से चोट लग गए तो क्या बीसीसीआई उन्हें फिर से याद करेगा?