ईद-उल-अज़हा 2024: ईद मुबारक इमेजेस, कोट्स, शुभकामनाएं, संदेश, कार्ड्स और ग्रीटिंग्स

जून 16 Roy Iryan 20 टिप्पणि

ईद-उल-अज़हा का महत्व

ईद-उल-अज़हा, जिसे कुर्बानी का त्योहार भी कहा जाता है, इस्लाम धर्म में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यह त्योहार पैगंबर इब्राहिम (अब्राहम) की उस महान कुर्बानी को याद दिलाता है जब उन्होंने अपने बेटे का बलिदान देने को तैयार हो गए थे और अल्लाह के प्रति अपनी पूर्ण निष्ठा दिखाई थी। इस घटना की याद में, आज मुसलमान इस त्योहार को बड़े ही धूमधाम और आस्था के साथ मनाते हैं। यह त्योहार हज यात्रा के समाप्ति पर आता है और मुसलमानों के लिए यह एक महत्वपूर्ण सामाजिक और धार्मिक उत्सव है।

ईद-उल-अज़हा के पारंपरिक अनुष्ठान

इस दिन का मुख्य अनुष्ठान कुर्बानी का होता है, जहां परिवार के लोग एक जानवर की बलि देते हैं। यह जानवर तीन हिस्सों में बांटा जाता है, पहला हिस्सा स्वयं के लिए, दूसरा रिश्तेदारों और पड़ोसियों के लिए, और तीसरा हिस्सा गरीबों और जरूरतमंदों के लिए। इससे न केवल अल्लाह के प्रति निष्ठा प्रकट होती है बल्कि सामुदायिक भावना और परोपकार का भी संदेश मिलता है। इसके अलावा, इस दिन विशेष नमाज अदा की जाती है और बड़ी-बड़ी दावतों का आयोजन होता है। परिवार और मित्र एक दूसरे के साथ शुभकामनाएं और उपहारों का आदान-प्रदान करते हैं।

ईद मुबारक संदेश और शुभकामनाएं

ईद-उल-अज़हा के अवसर पर अपने प्रियजनों को शुभकामनाएं देने का एक विशेष महत्व है। यह संदेश न केवल खुशी और प्रेम प्रकट करता है बल्कि दिलों को जोड़ने का एक माध्यम भी होता है। यहां कुछ बेहतरीन ईद मुबारक संदेश दिए जा रहे हैं जिन्हें आप अपने दोस्तों और परिवार के साथ साझा कर सकते हैं:

  • ईद मुबारक! आपके और आपके परिवार के लिए एक खुशहाल और धन्य जीवन की कामना करता हूँ। अल्लाह हमेशा आपके दिल को खुशी और आपका घर अमन से भर दे।
  • ईद-उल-अज़हा मुबारक! यह पवित्र दिन आपके जीवन को प्रेम, शांति, और खुशियों से भर दे। अल्लाह आपकी दुआओं को सुनें और आपको हर खुशहाल आशीर्वाद से नवाजे।
  • कुर्बानी के इस महापर्व पर अल्लाह आपके घर को खुशियों और समृद्धि से परिपूर्ण कर दे। ईद मुबारक!
  • ईद-उल-अज़हा की शुभकामनाएं! यह दिन आपके परिवार और दोस्तों के साथ मनाएं और अल्लाह की अपार कृपा का आनंद लें।

ईद के मौके पर खास संदेश और कोट्स

ईद-उल-अज़हा के मौके पर कुछ प्रेरक कोट्स और संदेश भी आपके जज्बात को बयां करने का बेहतर तरीका हो सकते हैं। यहाँ कुछ चुनिंदा कोट्स दिए जा रहे हैं:

  • “कुर्बानी केवल जानवर की नहीं होती, दिल की भी होती है। अल्लाह से जुड़ने का यह एक माध्यम है। ईद मुबारक!”
  • “ईद का त्यौहार हमें यह सिखाता है कि प्रेम और बलिदान ही सच्चे धर्म के रास्ते हैं। ईद-उल-अज़हा मुबारक!”
  • “खुशियों का त्योहार, कुर्बानी का संदेश। ईद मुबारक!”
  • “ईद की दौलत आपके जीवन को खुशियों से भर दे। कुर्बानी के इस पावन अवसर पर शुभकामनाएं!”

ईद-उल-अज़हा पर अंतर्राष्ट्रीय भावना

ईद-उल-अज़हा की महत्ता न केवल इस्लामी देशों में बल्कि विश्वभर में मनाई जाती है। यह त्योहार विभिन्न संस्कृतियों और समुदायों को एक साथ लाने का अवसर प्रदान करता है। सब लोग इस दिन अपने भेदभावों को भूल कर एक साथ मिलकर इस त्योहार को मनाते हैं। विभिन्न भाषाओं में दी गई ईद की शुभकामनाएं इस त्योहार के अंतर्राष्ट्रीय स्वरूप को दर्शाती हैं।

ईद-उल-अज़हा का यह पवित्र अवसर हमें समाज में आपसी भाईचारे, प्रेम, और सहानुभूति का महत्व समझाता है। इस दिन किए गए कुर्बानी का महत्व केवल धार्मिक अनुष्ठान तक सीमित नहीं है बल्कि यह हमें अपने अंदर के स्वार्थ, ईर्ष्या और नफरत को कुर्बान करने का संदेश देता है। यह त्योहार एकता, शांति, और प्रेम का प्रतीक है।

इस खास अवसर पर अपनी शुभकामनाओं और प्रेम को साझा करने का विशेष महत्व है। इसलिए, आप भी अपने प्रियजनों के साथ इन संदेशों, कोट्स, और ग्रीटिंग्स के माध्यम से अपने दिल की भावना को व्यक्त करें और इस ईद-उल-अज़हा को एक यादगार बनाएं।

Roy Iryan

Roy Iryan (लेखक )

मैं एक अनुभवी पत्रकार हूं जो रोज़मर्रा के समाचारों पर लेखन करता हूं। मेरे लेख भारतीय दैनिक समाचारों पर गहन विश्लेषण प्रदान करते हैं। मैंने विभिन्न समाचार पत्र और ऑनलाइन प्लेटफार्म के लिए काम किया है। मेरा उद्देश्य पाठकों को सही और सटीक जानकारी प्रदान करना है।

Hemant Kumar

Hemant Kumar

ईद मुबारक 🤲 कुर्बानी का मतलब बस भेड़ नहीं होता... दिल की लालच, ईर्ष्या, घृणा को भी कुर्बान करना पड़ता है। अच्छा लगा ये पोस्ट।

NEEL Saraf

NEEL Saraf

मैंने पिछले साल अपने गाँव में एक छोटी सी बकरी की कुर्बानी की... उसका एक हिस्सा एक अनाथालय को दे दिया। वो बच्चे बहुत खुश हुए। ये त्योहार असल में देने का है, न कि लेने का।

Ashwin Agrawal

Ashwin Agrawal

कुर्बानी का रितुअल बहुत सुंदर है। लेकिन आजकल बहुत से लोग इसे एक दिखावा बना लेते हैं। जानवर तो बहुत अच्छे से काट लेते हैं, लेकिन गरीबों को तो बस एक टुकड़ा दे देते हैं। असली भावना कहाँ है?

Shubham Yerpude

Shubham Yerpude

यह सब बकवास है। अल्लाह को जानवर की लहू नहीं, बल्कि मानवीय बलिदान चाहिए। आप लोग यहाँ बाहरी रितुअल में फंसे हुए हैं। जब तक आप अपने दिमाग की कुर्बानी नहीं करेंगे, तब तक ये त्योहार बेकार है।

Hardeep Kaur

Hardeep Kaur

मैंने एक बार एक बूढ़े आदमी को देखा था, जो अपनी बकरी के साथ रात भर बैठा था। उसने कहा, 'ये जानवर भी तो अपने बच्चों को पालता है।' उस दिन मैंने समझा कि कुर्बानी एक भावना है, न कि एक कार्यक्रम।

Chirag Desai

Chirag Desai

ईद मुबारक। बस एक बात - जो भी तुम्हारे घर में है, उसे खिला दो। बाकी सब बस फोटो और स्टोरीज के लिए है।

Abhi Patil

Abhi Patil

यहाँ के लोग ईद को एक फेस्टिवल के रूप में देखते हैं, जबकि यह एक अनंत दर्शन का अभिव्यक्ति है। इब्राहिम के बलिदान का अर्थ है निष्ठा का परम स्वरूप। आधुनिक दुनिया इसे एक बाजार घटना में बदल देती है। यह अपराध है।

Devi Rahmawati

Devi Rahmawati

ईद के दिन जब मैंने अपने दोस्त के घर बकरी की कुर्बानी देखी, तो उसकी बेटी ने मुझसे पूछा, 'मम्मी कहती हैं ये बकरी जानवर है, लेकिन फिर उसका खून क्यों बहता है?' मैं बोल गया - 'क्योंकि इसके दिल में भी प्यार होता है।'

Prerna Darda

Prerna Darda

कुर्बानी का अर्थ भौतिक बलिदान नहीं, बल्कि आत्म-अहंकार का त्याग है। जब तक आप अपने अहंकार को नहीं कुर्बान करेंगे, तब तक आपकी नमाज़ भी बेकार है। यह त्योहार आत्म-संशोधन का संकेत है।

rohit majji

rohit majji

ईद मुबारक भाईयों! 🙏 मैंने अपनी बकरी को बहुत प्यार से पाला था... लेकिन जब वो जानवर मेरे हाथों में अपना सिर झुकाया, तो मुझे लगा - ये तो खुद ही बलिदान दे रहा है। रो गया मैं।

Uday Teki

Uday Teki

ईद मुबारक 😊❤️ जिस दिन मैंने अपने पड़ोसी को बकरी का गोश्त दिया, उस दिन उसने मुझे एक चाय की कप दी... और बोला, 'तुम असली मुसलमान हो।' उस चाय में बहुत कुछ था।

Haizam Shah

Haizam Shah

ये सब धार्मिक नाटक है! जानवर की कुर्बानी बंद करो! आज तो बहुत ज्यादा जानवर मारे जाते हैं। ये नस्लीय हिंसा है! अल्लाह को खून नहीं, बल्कि ज्ञान चाहिए।

Vipin Nair

Vipin Nair

कुर्बानी का अर्थ है त्याग। लेकिन आज लोग त्याग नहीं करते, बल्कि बर्बरता को धार्मिक बना देते हैं। एक बकरी के लिए लाखों रुपये खर्च करना और गरीब को एक टुकड़ा देना - ये बुद्धिमानी नहीं, बेवकूफी है।

Ira Burjak

Ira Burjak

मैं तो सोचती हूँ कि अगर ये त्योहार असल में परोपकार के लिए है, तो क्यों नहीं लोग बस धन दे देते? बकरी बेचकर पैसा दे दो, फिर गरीबों को खाना दे दो। जानवर की जान लेने की जरूरत ही क्या है?

Shardul Tiurwadkar

Shardul Tiurwadkar

अरे यार, ये सब तो बहुत सुंदर है... लेकिन अगर आप देखोगे तो पता चलेगा कि बड़े लोग बकरी बेचकर अपने बेटे की शादी के लिए पैसा जमा कर रहे हैं। ये त्योहार अब एक बिजनेस मॉडल बन गया है।

Abhijit Padhye

Abhijit Padhye

तुम सब गलत समझ रहे हो। ये त्योहार इस्लाम की सबसे बड़ी बात है। अगर तुम इब्राहिम के बारे में पढ़ोगे, तो पता चलेगा कि वो अपने बेटे को बलिदान देने वाले थे, लेकिन अल्लाह ने उसे रोक दिया। ये एक चमत्कार था। तुम सब बस बकरी मार रहे हो। बेवकूफों!

VIKASH KUMAR

VIKASH KUMAR

मैंने अपनी बकरी को इस ईद के लिए 3 महीने पहले से पाला था... उसका नाम रखा था 'मुन्नी'... जब मैंने उसे ले जाया, तो वो मुझे देखकर बेचैन हो गई... मैंने उसे गले लगाया और रोया... फिर भी मैंने कुर्बानी कर दी... क्योंकि अल्लाह की आज्ञा अधिक महत्वपूर्ण है... लेकिन मुन्नी की आत्मा मेरे साथ है। 🥲💔

UMESH ANAND

UMESH ANAND

इस पोस्ट में जो विचार व्यक्त किए गए हैं, वे धार्मिक नियमों के विरुद्ध हैं। कुर्बानी का अर्थ केवल बलिदान नहीं है, बल्कि इस्लामी शरिया के अनुसार निर्धारित विधियों का पालन है। इस तरह के भावुक विचार विकृति हैं।

Rohan singh

Rohan singh

ईद मुबारक दोस्तों! आज मैंने अपने बच्चों को बताया कि कुर्बानी का मतलब है - अपने लिए कुछ छोड़ देना। उन्होंने अपनी मिठाई का एक हिस्सा गरीब लड़के को दे दिया। उस दिन मैंने ईद को असली तरीके से मनाया।

Karan Chadda

Karan Chadda

हमारे देश में ये सब बकवास है। हमें अपने भाइयों की बचत करनी चाहिए, न कि बकरी मारनी। ये त्योहार अमेरिका और यूरोप में नहीं मनाया जाता। हमें अपने राष्ट्रीय गौरव की रक्षा करनी चाहिए।

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