India Women’s Cricket ने Servo Cup फाइनल में Sri Lanka को 97 रन से हराया

सितंबर 27 Roy Iryan 0 टिप्पणि

फाइनल मैच का विस्तृत सारांश

कोलंबो के प्रतिष्ठित आर. प्रेमा दास स्टेडियम में 11 मई को खेले गये Servo Cup Women’s Tri‑Nation Series के फाइनल में India women cricket ने शारीरिक व तकनीकी दोनों पहलुओं से बेहतर खेल दिखाते हुए श्रीलंका को 97 रन से मात दी। कप्तान हरमनप्रीत कौर ने टॉस जीतकर पहली बैटिंग करने का विकल्प चुना, जिससे टीम को बड़ा स्कोर बनाने का मौका मिला।

भारत ने 50 ओवर में 342/7 का असाधारण कुल बनाया। ओपनिंग में स्थापित होने वाले सांड्रा नंदा ने 45 रन का योगदान दिया, लेकिन असली स्टार बनी स्मृति मंडाना, जिन्होंने 101 गेंदों पर 116 रन की शतक मारकर खुद को टीम की पत्थर की दीवार बना दिया। उनका औसत 115.8 और 15 चौके‑छके ने भारतीय ट्रैफिक को हल्का नहीं छोड़ा। इसके बाद अंजलि चौहान और मैडलीन वेस्ली ने क्रमशः 45 और 38 रन जोड़े, जिससे भारत का स्कोर 342 तक पहुंचा।

श्रीलंका की ओर से पहले ओवर में हल्का दबाव दिखा, लेकिन सुगंधिका कुमारी ने 2 विकेट लेकर 10 ओवर में 59 रन देकर दम टूटने का प्रयास किया। भारत की तेज़ गति और बॉलरिंग में विविधता ने शॉर्ट-सेंटर को लगातार दबाव में रखा, जिससे शॉट चयन में गलती हुई।

जवाब में श्रीलंका केवल 245 रन बनाकर 48.2 ओवर में ही आउट हो गई। कप्तान चमरी अथापथु ने 51 रन की मेहनत करने वाली पारी खेली, पर उनके बाद बॉलिंग आक्रमण ने उनका हाथ रोक दिया। स्नेह राणा का 9.2 ओवर में 4/38 का जादुई प्रदर्शन, विशेषकर ऐन्ग्लिंग और आउटसाइड स्लॉ के प्रयोग ने शॉर्ट्ज़ को न गिरने दिया। इसके अलावा, मैडलीन वेस्ली ने 3/45 और लिआना टनकोविच ने 2/36 से टीम को आगे बढ़ाया।

सीरीज़ की प्रमुख बातें और भविष्य की तैयारियां

सीरीज़ की प्रमुख बातें और भविष्य की तैयारियां

यह त्रिराष्ट्रीय श्रृंखला श्रीलंका में पहली बार आयोजित हुई, जिसमें भारत, श्रीलंका और दक्षिण अफ्रीका ने भाग लिया। डबल राउंड‑रोबिन फॉर्मेट में प्रत्येक टीम ने चार‑चार मैच खेले, जिससे कुल आठ मैचों के बाद फाइनल तय हुआ। भारत ने तीन जीत कर 6 अंक जमा किए, शेष एक हार में 93 रन से हार का सामना किया। श्रीलंका ने दो‑दो जीत कर 4 अंक जमा किए, जबकि दक्षिण अफ्रीका केवल एक जीत कर अंत में तीसरे स्थान पर रही।

  • भारत की नेट रन रेट 0.457, श्रीलंका की -0.542, जिससे फाइनल में भारत का मनोबल बढ़ा।
  • क्रांती गूड ने इस फाइनल में अपने ODI डेब्यू की ख़ुशी मनाई, जो टीम के भविष्य में एक नया विकल्प बनने की संभावना दर्शाता है।
  • यह श्रृंखला 2025 के Women's Cricket World Cup की तैयारी के लिए एक महत्वपूर्ण मंच साबित हुई, जहाँ भारत को अपनी बैटिंग शक्ति और बॉलिंग विविधता दोनों का आत्मविश्वास मिला।
  • स्मृति मंडाना की शतक ने उनके व्यक्तिगत रिकॉर्ड में पहला विदेशी टर्नमेंट में शतक जोड़ दिया, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनके प्रदर्शन को और ऊंचा करता है।

फाइनल के बाद खिलाड़ियों और कोचिंग स्टाफ ने बताया कि इस जीत से टीम का समूह मनोबल बढ़ा है और आगे आने वाले विश्व कप में मैच‑टू‑मैच योजना को मजबूती मिलेगी। कप्तान हरमनप्रीत ने बताया कि टीम ने पहले से ही पिच और मौसम के अनुसार ट्रेनिंग सत्रों को अनुकूलित कर रखा है, जिससे वे विविध स्थितियों में प्रदर्शन कर सकेगी।

इसके अलावा, इस सीरीज़ ने दक्षिण एशिया में महिला क्रिकेट की लोकप्रियता को नया आयाम दिया है। स्थानीय दर्शकों ने भरपूर उत्साह दिखाते हुए 30,000 से अधिक दर्शकों को स्टेडियम में देखा, और टीवी रेटिंग्स भी इस प्रतियोगिता को नई ऊंचाइयों पर ले गईं। इस प्रकार, भारत की इस जीत ने सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं, बल्कि महिला खेलों के विकास में भी एक सुखद प्रेरणा दी।

Roy Iryan

Roy Iryan (लेखक )

मैं एक अनुभवी पत्रकार हूं जो रोज़मर्रा के समाचारों पर लेखन करता हूं। मेरे लेख भारतीय दैनिक समाचारों पर गहन विश्लेषण प्रदान करते हैं। मैंने विभिन्न समाचार पत्र और ऑनलाइन प्लेटफार्म के लिए काम किया है। मेरा उद्देश्य पाठकों को सही और सटीक जानकारी प्रदान करना है।

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