इंजरी संकट में फंसी टीम इंडिया, अंशुल कंबोज को मिला मौका
टीम इंडिया के लिए इंग्लैंड के खिलाफ जारी टेस्ट सीरीज का माहौल लगातार चुनौतीपूर्ण बनता जा रहा है। ओल्ड ट्रैफर्ड, मैनचेस्टर में होने वाले चौथे टेस्ट से पहले भारत को दो अहम खिलाड़ियों के इंजरी ब्रेक का सामना करना पड़ा है। अर्शदीप सिंह, जो अपने बाएं हाथ की सीम और लगातार गेंदबाजी से चर्चा में थे, अब अंगूठे में चोट लगने के कारण चौथा टेस्ट नहीं खेल पाएंगे। इसी बीच, उभरते हुए ऑलराउंडर नितीश कुमार रेड्डी भी घुटने की गंभीर चोट के चलते पूरी सीरीज से बाहर हो चुके हैं।
नितीश रेड्डी को जिम में ट्रेनिंग के दौरान बाएं घुटने में चोट लगी थी, जिसके बाद वह टीम से बाहर चल रहे थे। हालांकि, लॉर्ड्स टेस्ट में वह कुछ बेहतर प्रदर्शन दिखा चुके थे—पहली पारी में 30 और दूसरी पारी में 13 रन बनाकर और गेंदबाजी में 2/62 और 1/20 का आंकड़ा जोड़ा था। वो अब रिहैबिलिटेशन के लिए घर लौट गए हैं। इधर, अर्शदीप सिंह प्रैक्टिस के दौरान शॉट रोकने की कोशिश में हाथ में चोट खा बैठे, जिससे उनके बॉलिंग हैंड में टांके भी आए। फिलहाल वह मेडिकल टीम की देखरेख में हैं।
अंशुल कंबोज का चयन, नया उत्साह
टीम मैनेजमेंट ने हड़बड़ी में विकल्प के तौर पर हरियाणा के उभरते तेज गेंदबाज अंशुल कंबोज को टीम में जगह दी है। 25 वर्षीय कंबोज अभी तक इंटरनेशनल डेब्यू नहीं कर पाए हैं, लेकिन घरेलू सर्किट में उनकी गेंदबाजी में निरंतरता और पेस खास रही है। तेज गेंदबाजों की चोट ने टीम की नई संभावनाओं की तलाश शुरू कर दी है और कंबोज के चयन से युवा टैलेंट को आगे बढ़ाने का मौका मिला है।
भारत की चौथे टेस्ट के लिए जो टीम फाइनल हुई है, उसमें शुभमन गिल को कप्तानी मिली है और ऋषभ पंत उपकप्तान के साथ-साथ विकेटकीपिंग की जिम्मेदारी भी निभाएंगे। टीम में यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, करुण नायर, वॉशिंगटन सुंदर, शार्दुल ठाकुर, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज जैसे अनुभवी खिलाड़ियों को बरकरार रखा गया है। साथ ही, अर्शदीप और नितीश की जगह अब अंशुल कंबोज नया चेहरा हैं।
- शुभमन गिल (कप्तान)
- ऋषभ पंत (उपकप्तान और विकेटकीपर)
- यशस्वी जायसवाल
- केएल राहुल
- साई सुदर्शन
- अभिमन्यु ईश्वरन
- करुण नायर
- रवींद्र जडेजा
- ध्रुव जुरेल (विकेटकीपर)
- वॉशिंगटन सुंदर
- शार्दुल ठाकुर
- जसप्रीत बुमराह
- मोहम्मद सिराज
- प्रसिद्ध कृष्णा
- आकाश दीप
- कुलदीप यादव
- अंशुल कंबोज
टीम इंडिया पांच मैचों की इस सीरीज में इस वक्त 1-2 से पीछे है, यानी मैनचेस्टर टेस्ट 'करो या मरो' जैसा हो गया है। चोटिल खिलाड़ियों की कमी प्लेइंग इलेवन चुनने को खासा मुश्किल बना रही है, लेकिन नए चेहरों को मौका देने का यह सही वक्त भी है। अब देखना है कि अंशुल कंबोज पर कितना भरोसा जताया जाता है और वह टीम के लिए क्या खास कर पाते हैं।
Haizam Shah
अंशुल कंबोज को मिला ये मौका तो बहुत बड़ी बात है! घरेलू क्रिकेट में उसकी गेंदबाजी देखी है, बार-बार 140+ की स्पीड और एक्सेलेंट लाइन-लेंथ। अब टेस्ट में दिखाएगा तो लोगों के दिमाग में धमाल मच जाएगा।
Vipin Nair
चोट के कारण बदलाव तो होते ही हैं लेकिन अर्शदीप की जगह अंशुल का चयन बहुत सही फैसला है। टीम इंडिया को अब बुमराह-सिराज के बाद तेज गेंदबाज की जरूरत है और अंशुल में वही एनर्जी है। अगर वो फर्स्ट इन्निंग में ओपनिंग बैट्समैन को बाहर कर दे तो ये सीरीज बदल सकती है।
Ira Burjak
अंशुल कंबोज के बारे में तो मैंने पहले कभी नहीं सुना था... लेकिन अब तो उसके लिए बहुत ज्यादा उम्मीदें बांध दी गई हैं। देखते हैं, अगर वो टेस्ट में फेल हो गया तो क्या फिर उसके खिलाफ भी ट्रोलिंग शुरू हो जाएगी? ये देश तो नए लोगों को चाहता है... लेकिन उन्हें बचाने की ताकत नहीं रखता।
Shardul Tiurwadkar
बुमराह के बिना टेस्ट खेलना जैसे बिना बैट के बल्लेबाजी करना। लेकिन अंशुल को मौका मिला तो उसका दिल देखने लायक है। वो बस एक गेंद भी बाहर कर दे तो लोग उसे देवता बना देंगे। अब तो वो खुद को एक बार अपने आप पर भरोसा करना सीख ले।
Abhijit Padhye
सुनो भाईयों, अगर अंशुल कंबोज ने एक भी विकेट नहीं लिया तो टीम इंडिया का ये फैसला इतिहास में सबसे बड़ी गलती होगी। मैंने उसकी गेंदबाजी के वीडियो देखे हैं, वो तो अर्शदीप से भी ज्यादा तेज है! अगर वो लॉर्ड्स में भी अच्छा खेलता है तो उसे भारत का अगला नेक्स्ट जेनरेशन रिकॉर्ड ब्रेकर बनाना है।
VIKASH KUMAR
अर्शदीप चोटिल हो गए... नितीश रेड्डी बाहर... अब अंशुल कंबोज को डाल दिया! ये टीम इंडिया का क्या हो रहा है? क्या हम अब अपने टेस्ट मैचों में बच्चों को भेज रहे हैं? 😭 ये तो फिर इंग्लैंड को दे दो सीरीज और चले जाओ! 🤦♂️
UMESH ANAND
यहाँ एक ऐसा निर्णय लिया जा रहा है जिसका अनुशासन और व्यवस्थित विश्लेषण नहीं हुआ है। एक अनुभवहीन खिलाड़ी को टेस्ट क्रिकेट में शामिल करना, जिसने कभी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खेला ही नहीं, यह टीम के लंबे समय के लक्ष्यों के लिए अत्यंत जोखिम भरा है।
Rohan singh
अंशुल के लिए बस एक बात कहूँ - डर मत। तुम्हारी गेंदबाजी तो बहुत अच्छी है। इंग्लैंड के खिलाफ ये मैच तुम्हारे लिए बस एक शुरुआत है। बस अपनी गेंदों को ठीक से फेंको, और देखो जब तुम लेग साइड पर गेंद घुमाओगे तो बैटमैन का चेहरा बदल जाएगा।
Karan Chadda
अंशुल कंबोज? वो कौन है? भारत का अगला गॉड? या बस एक और नाम जिसे ट्रेंड कराने के लिए ट्विटर पर डाल दिया गया? 😂 अगर वो 1 विकेट भी नहीं ले पाया तो फिर क्या होगा? बस अगला नया नाम ढूंढ लेंगे। #TeamIndia #NewHope
Shivani Sinha
अर्शदीप की जगह अंशुल को डाल दिया? बस यही नहीं होगा भाई... अगले मैच में बुमराह भी चोटिल हो गए तो क्या अब एक गांव के लड़के को टीम में डालेंगे? 😅 लेकिन अच्छा हुआ कि कोई नया आया... देखते हैं कैसे खेलता है।
Tarun Gurung
अंशुल कंबोज का चयन बस एक चोट का नतीजा नहीं है... ये भारतीय क्रिकेट की जड़ों का रिवाइवल है। घरेलू क्रिकेट के बीच छिपे ये तालेबंद जो अभी तक दिख नहीं पाए, अब लॉर्ड्स के मैदान पर उनकी आवाज़ गूंजेगी। उसकी गेंदों में एक ऐसी भावना है जो बस बुमराह जैसे नहीं होती - वो गुस्से से फेंकता है, और उस गुस्से में एक जंगली जिंदगी है। अगर वो एक भी बल्लेबाज को आउट कर देता है, तो देश उसे भूल नहीं पाएगा।