मलयालम फिल्म – क्या है नया और क्यों देखें?

अगर आप भारतीय सिनेमा के विविध रंगों में रुचि रखते हैं तो मलयालम फ़िल्में आपके प्लेलिस्ट में ज़रूर होनी चाहिए। केरल की यह भाषा सिर्फ टिकटोक पर चलने वाले क्लिप नहीं, बल्कि गहरी कहानी, अद्भुत साउंडट्रैक और खूबसूरत लोकेशन का काम करती है। आज हम बात करेंगे कि 2025 में किन मलयालम फ़िल्मों को मिस नहीं करना चाहिए और कैसे आप इन्हें आसानी से देख सकते हैं।

मलयालम सिनेमा का इतिहास

मलयालम फ़िल्मों का सफ़र 1928 के ‘വില്ലമ്മേ’ (विल्लम्मे) से शुरू हुआ। तब से लेकर आज तक, यह इंडस्ट्री कई बार क़दम‑बदलाव कर चुकी है। 1990‑स के ‘इडियॉट्’ और ‘ड्राइविंग लाइसेंस’ जैसी क्लासिक्स ने राष्ट्रीय स्तर पर मलयालम को पहचान दिलाई। इसके बाद 2000‑स में ‘बाबा बॉय’, ‘इडिया’, और ‘नोटा कोरोंडा’ जैसे फ़िल्मों ने नई लहर शुरू की, जो अब तक के सबसे ज्यादा पुरस्कार जीत चुकी हैं।

आज के दौर में मलयालम फिल्में सिर्फ केरल में नहीं, बल्कि पूरे भारत में स्ट्रीमिंग प्लेटफ़ॉर्म पर उपलब्ध हैं। इस वजह से लोग घर बैठे भी इनकी क्वालिटी का मज़ा ले रहे हैं।

2025 की प्रमुख मलयालम फ़िल्में

2025 में मलयालम सिनेमा ने कई धूमधाम वाले प्रोजेक्ट्स लांच किए हैं। नीचे कुछ हाईलाइट्स हैं जिन्हें आप अपने ‘देखना लिस्ट’ में शामिल कर सकते हैं:

  • ‘निलवेला’ – एक रोमांटिक ड्रामा जिसमें कॉमेडी और थ्रिल का मिश्रण है। मुख्य भूमिका में लोकप्रिय अभिनेता डॉ. जोसेफ और नई अभिनेत्री मीरा हैं। ट्रेलर ने पहले से ही ऑनलाइन ट्रेंड कर दिया है।
  • ‘एक्सपोज़्ड हर्टेज़’ – यह एक एक्शन थ्रिलर है जिसमें केरल के बैकवॉटर को बैकड्रॉप के रूप में इस्तेमाल किया गया है। ऑस्ट्रेलिया में सेट शॉट्स, और तेज़ एडिटिंग ने इसे अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी चर्चा में ला दिया।
  • ‘रिद्म ऑफ़ सॉन्ग्स’ – संगीत पर आधारित एक फेमिली फ़िल्म जो युवा दर्शकों को लक्ष्य बनाती है। इस फिल्म का साउंडट्रैक पहले ही चार्ट‑टॉपर बन चुका है।
  • ‘स्माइलिंग सोल्स’ – एक सामाजिक ड्रामा जो शरणार्थी मुद्दे को छूता है। फिल्म ने कई फेस्टिवल में सराहना पाईं और अब नेटफ़्लिक्स पर स्ट्रीमिंग के लिए तैयार है।

इन फ़िल्मों का बैकग्राउंड, कहानी और कास्ट सभी को इस साल की मलयालम फ़िल्म इंडस्ट्री में नई ऊर्जा दिखाता है। यदि आप अभी तक इनको नहीं देखे हैं, तो जल्दी ही अपने पसंदीदा प्लेटफ़ॉर्म (जैसे अमेज़न प्राइम, नेटफ़्लिक्स या हॉटस्टार) पर खोजें।

मलयालम फ़िल्में देखना सिर्फ एंटरटेनमेंट नहीं है; यह केरल की संस्कृति, बोली और सामाजिक मुद्दों को समझने का एक अच्छा तरीका है। तो अगली बार जब आप किसी दोस्तों से ‘क्या देखना है’ पूछें, तो मलयालम फ़िल्म का नाम ज़रूर लाएं। आप देखेंगे, यह अनुभव बिल्कुल नई दुनिया में ले जाएगा।

अजयन्ते रण्डम मोषाणम (ARM) फिल्म समीक्षा: तविनो थॉमस का दमदार एक्टिंग, हालांकि कहानी रही अनुमानित

सितंबर 12 Roy Iryan 0 टिप्पणि

अजयन्ते रण्डम मोषाणम (ARM) फिल्म में तविनो थॉमस की तीन भूमिकाओं में शानदार प्रस्तुति, हालांकि कहानी रही अनुमानित। फिल्म में विभिन्न पीढ़ियों की कहानियों के माध्यम से तविनो की प्रतिभा बिखरी है। बावजूद इसके कि कुछ पात्रों का विकास अधूरा रह गया, फिल्म की दृश्यावली और संगीत की तारीफ की जा रही है।