12 जून 2025 के लिए मौसम पूर्वानुमान: उत्तर भारत में लू का प्रकोप, दक्षिण में बारिश की संभावना

जून 16 विवेक शर्मा 0 टिप्पणि

उत्तर भारत में लू का संकट, दक्षिण में राहत की उम्मीद

इस बार जून महीने का दूसरा हफ्ता आते-आते उत्तर भारत में मौसम पूर्वानुमान के मुताबिक गर्मी ने अपने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। मौसम विभाग (IMD) ने ऐलान किया है कि 12 जून 2025 को राजस्थान, दिल्ली और आसपास के राज्यों में दिन का तापमान 43 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। हीटवेव की वजह से हिमाचल प्रदेश, पूर्वी राजस्थान, जम्मू कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में दोपहर बाहर निकलना खतरे से खाली नहीं होगा। इन इलाकों में गर्म हवाओं के साथ रातें भी असहज बनी रहेंगी और कई जगह न्यूनतम तापमान भी सामान्य से ऊपर रहेगा।

पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी राजस्थान, पश्चिम मध्य प्रदेश, यूपी और पूर्वी राजस्थान में रातें भी गर्म रहेंगी। जो लोग घरों में भी राहत की उम्मीद कर रहे हैं, उनके लिए हालात मुश्किल हो सकते हैं। IMD ने सलाह दी है कि नागरिक दोपहर के वक्त बेहद जरूरी हो तभी घर से बाहर निकलें, शरीर को लगातार हाइड्रेटेड रखें और स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दें।

दक्षिणी और पूर्वी भारत: बारिश का असर और उमस

दक्षिणी और पूर्वी भारत: बारिश का असर और उमस

इस गर्मी के बीच दक्षिण भारत के कई हिस्सों में मौसम थोड़ा अलग रहने वाला है। कर्नाटक, तटीय आंध्र प्रदेश और यानम जैसे इलाकों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ तेज़ हवाएं चल सकती हैं, जिनकी रफ्तार 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा तक हो सकती है। तेलंगाना के पड़ोसी इलाके रायलसीमा में 12 से 16 जून तक हल्की-फुल्की बरसात का अनुमान है। जबकि तमिलनाडु में मौसम अपेक्षाकृत शुष्क ही रहेगा।

जिस समय उत्तर भारत के बड़े शहर पसीने से तरबतर होंगे, तब असम, मेघालय और बिहार जैसे पूर्वी राज्यों में भी गर्मी के साथ उमस परेशान कर सकती है। यहां बारिश को लेकर अभी बहुत उम्मीद दिखाई नहीं देती, तो इन राज्यों के लोग गर्म और चिपचिपे मौसम का सामना करेंगे। एक दिलचस्प बात यह है कि जून के दूसरे हिस्से में, यानी 19 से 25 जून के आस-पास पश्चिमोत्तर भारत के तापमान में धीरे-धीरे गिरावट आने की संभावना है।

ऐसे में मौसम विभाग बार-बार चेतावनी दे रहा है कि हीटवेव के दौरान बच्चों, बुजुर्गों और बीमार लोगों का खास ध्यान रखा जाए। पानी का सेवन बढ़ाएं, घर में ठंडी जगह रहें और आंधी-तूफान को लेकर स्थानीय अलर्ट पर नजर बनाए रखें। उत्तर भारत के लोग जहां ऊंचे तापमान के साथ लड़ाई लड़ रहे हैं, वहीं दक्षिण और पूर्वी क्षेत्रों में फिलहाल मानसून की थोड़ी राहत देखने को मिल सकती है।

विवेक शर्मा

विवेक शर्मा (लेखक )

मैं एक अनुभवी पत्रकार हूं जो रोज़मर्रा के समाचारों पर लेखन करता हूं। मेरे लेख भारतीय दैनिक समाचारों पर गहन विश्लेषण प्रदान करते हैं। मैंने विभिन्न समाचार पत्र और ऑनलाइन प्लेटफार्म के लिए काम किया है। मेरा उद्देश्य पाठकों को सही और सटीक जानकारी प्रदान करना है।

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