बिहार लोकसभा चुनाव परिणाम 2024 लाइव: शुरुआती रुझानों में एनडीए की बढ़त

जून 4 Roy Iryan 14 टिप्पणि

बिहार लोकसभा चुनाव परिणाम 2024: शुरुआती रुझान

बिहार लोकसभा चुनाव 2024 के परिणाम का इंतजार हर कोई कर रहा था और अब आखिरकार शुरुआती रुझान सामने आ चुके हैं। इन रुझानों में एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) एक महत्वपूर्ण बढ़त बनाते हुए नजर आ रहा है। यह चुनाव सिर्फ बिहार के लिए ही नहीं, बल्कि राष्ट्रीय राजनीति के लिहाज से भी अत्यंत महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं।

बिहार की 40 लोकसभा सीटें: चुनाव का महत्त्व

बिहार में कुल 40 लोकसभा सीटें हैं, जो किसी भी पार्टी या गठबंधन के लिए केंद्र में सरकार बनाने में अहम भूमिका निभाती हैं। इसलिए, इस राज्य में किसकी जीत होती है, इसका असर राष्ट्रीय राजनीति पर पड़ना स्वाभाविक है। इस बार के चुनाव में एनडीए और इंडिया (इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस) गठबंधन के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली है।

एनडीए और इंडिया गठबंधन की सीटें

इस बार के चुनाव में एनडीए, जिसमें भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू), लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी), और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (एचएएम) शामिल हैं, ने 17 सीटों पर चुनाव लड़ा। दूसरी तरफ इंडिया गठबंधन, जिसमें राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी), कांग्रेस (कांग्रेस), भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई), कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सिस्ट) सीपीएम, कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सिस्ट-लेनिनिस्ट) सीपीआईएमएल, और अन्य पार्टियां शामिल हैं, ने 23 सीटों पर चुनाव लड़ा।

प्रमुख उम्मीदवार: संघर्ष का मैदान

इस बार के चुनाव में कई प्रमुख उम्मीदवार मैदान में हैं। इनमें से सबसे चर्चित पप्पू यादव (मधेपुरा), रोहिणी आचार्य (सारण), और गिरिराज सिंह (बेगूसराय) हैं। इन तीनों ही उम्मीदवारों की राजनीतिक पृष्ठभूमि और उनके क्षेत्र में उनकी पकड़ उन्हें खास बनाती है।

एग्जिट पोल्स: क्या कहा था पूर्वानुमान?

एग्जिट पोल्स के नतीजे विभिन्न चैनलों और एजेंसियों द्वारा जारी किए गए थे, जो अलग-अलग दृष्टिकोण पेश कर रहे थे। कुछ एग्जिट पोल्स ने एनडीए को 33 सीटें दी थीं, जबकि अन्य ने इसे एक नजदीकी मुकाबला बताया था। अब जबकि वास्तविक परिणाम सामने आ रहे हैं, ऐसा प्रतीत हो रहा है कि एनडीए कई सीटों पर अच्छी खासी बढ़त बनाए हुए है।

भविष्य की राजनीति पर प्रभाव

इस बार के चुनाव परिणामों का असर न केवल बिहार की राजनीति पर, बल्कि राष्ट्रीय राजनीति पर भी पड़ेगा। यदि एनडीए इन चुनावों में जीतती है, तो यह केंद्रीय सरकार बनाने में एक बड़ा सहारा साबित हो सकता है। वहीं दूसरी ओर, यदि इंडिया गठबंधन को जीत मिलती है, तो यह भी एक बड़ा राजनीतिक संदेश होगा।

कड़ी निगरानी: हर अपडेट पर नजर

इस चुनावी प्रक्रिया के दौरान हर अपडेट पर नजर बनी हुई है। विभिन्न समाचार चैनलों और एजेंसियों द्वारा लाइव अपडेट्स जारी किए जा रहे हैं, जिनसे जनता को लगातार जानकारी मिल रही है।

अंतिम परिणाम का इंतजार

इस समय सभी की निगाहें अंतिम परिणामों पर टिकी हुई हैं, जो यह तय करेंगे कि आने वाले समय में बिहार और देश की राजनीति किस दिशा में जा रही है।

चुनाव का यह दौर इतिहास में लंबे समय तक याद रखा जाएगा और इसके नतीजे निश्चित रूप से भविष्य की राजनीति को दिशा देंगे।

Roy Iryan

Roy Iryan (लेखक )

मैं एक अनुभवी पत्रकार हूं जो रोज़मर्रा के समाचारों पर लेखन करता हूं। मेरे लेख भारतीय दैनिक समाचारों पर गहन विश्लेषण प्रदान करते हैं। मैंने विभिन्न समाचार पत्र और ऑनलाइन प्लेटफार्म के लिए काम किया है। मेरा उद्देश्य पाठकों को सही और सटीक जानकारी प्रदान करना है।

Shardul Tiurwadkar

Shardul Tiurwadkar

ये तो बस शुरुआत है... अब तो बिहार की हर सीट पर जंग लग रही है। एनडीए की बढ़त देखकर लगता है जैसे लोगों ने अंतिम बार एक निर्णय ले लिया हो।

Abhijit Padhye

Abhijit Padhye

अरे भाई ये सब तो बस टीवी पर दिखाई जा रही है। असली बात तो ये है कि बिहार के गांवों में अभी तक बिजली नहीं है और चुनावी नारे बज रहे हैं। जो लोग चुनाव लड़ रहे हैं उनके पास ट्रैक्टर है या फिर बस टीवी वाला बिजली बिल?

VIKASH KUMAR

VIKASH KUMAR

अरे भाई ये वाला एनडीए का जलवा क्या है?? 😱 मैं तो अभी तक अपने घर के बाहर गाय के गोबर से फर्श साफ कर रहा था और यहां लोग लोकसभा की सीटें गिन रहे हैं! जीवन अजीब है भाई 😭

UMESH ANAND

UMESH ANAND

इस प्रकार के राजनीतिक विश्लेषण के लिए, एक वैध और निष्पक्ष स्रोत की आवश्यकता होती है। यहाँ प्रस्तुत आंकड़े अत्यंत अधूरे हैं और विश्वसनीयता के अभाव में इनका उपयोग अनुचित होगा।

Rohan singh

Rohan singh

अच्छा हुआ कि कुछ तो बदल रहा है। चाहे जितनी भी सीटें जाएं, बिहार के लोग अब जाग रहे हैं। ये शुरुआत है, अंत नहीं।

Karan Chadda

Karan Chadda

एनडीए जीत गया तो भारत बच गया 🇮🇳🔥 बाकी सब बस राजनीति का खेल है। जो लोग अभी तक गठबंधन बनाने की बात कर रहे हैं, उन्हें देश की जरूरत नहीं, अपनी शक्ति की जरूरत है।

Shivani Sinha

Shivani Sinha

kya bhai ye sab kuchh hai? kya koi bhi janta ki baat kar raha hai ya bas media ke liye sab kuchh bana diya gya? ye sabhi leaders toh bas ghar pe baithe hain aur sab kuchh kuchh karte hain

Tarun Gurung

Tarun Gurung

सच तो ये है कि बिहार के लोग अब बस बातों का नहीं, बल्कि बदलाव का इंतजार कर रहे हैं। एनडीए की बढ़त या इंडिया गठबंधन की जीत, दोनों ही एक संकेत हैं कि लोग अब खाली नारे नहीं, बल्कि जिम्मेदारी चाहते हैं। बस अब ये देखना है कि कौन सच्चाई के साथ चलेगा।

Rutuja Ghule

Rutuja Ghule

इस चुनाव के नतीजे के आधार पर कोई भी निष्कर्ष निकालना बेकार है। ये सब तो बस एक नाटक है जिसमें लोगों को भ्रमित किया जा रहा है। जो लोग इन आंकड़ों पर विश्वास करते हैं, वे अपने दिमाग को बेकार खर्च कर रहे हैं।

vamsi Pandala

vamsi Pandala

अरे भाई ये सब तो बस टीवी पर चल रहा है... बिहार में अभी भी 60% लोगों को पानी नहीं मिलता और यहां लोग सीटें गिन रहे हैं। बस लोगों को भूल गए हैं।

nasser moafi

nasser moafi

ये तो बिहार की बात है भाई... लेकिन जब तक एक लाख गांवों में इंटरनेट नहीं आएगा, तब तक ये सब बस शहरों का खेल है। बिहार की असली आवाज़ तो गांवों में है, जहां लोग अभी भी अपने बेटे को शहर भेज रहे हैं।

Saravanan Thirumoorthy

Saravanan Thirumoorthy

एनडीए जीत गया तो भारत बच गया बाकी सब बस बकवास है

Tejas Shreshth

Tejas Shreshth

यहाँ का सारा विश्लेषण अत्यंत उथल-पुथल भरा है। एक वास्तविक राजनीतिक विशेषज्ञ के लिए यह बस एक नाटक है जिसमें जनता को भ्रमित किया जा रहा है। एक विश्लेषण के लिए आंकड़ों की गहराई और ऐतिहासिक संदर्भ की आवश्यकता होती है, जो यहाँ पूरी तरह से अनुपलब्ध है।

Shardul Tiurwadkar

Shardul Tiurwadkar

तुमने जो कहा वो बिल्कुल सही है। लेकिन ये जो आंकड़े आ रहे हैं, उनमें एक बात साफ है - लोग अब बस बातों के बजाय असर चाहते हैं। चाहे एनडीए हो या इंडिया गठबंधन, अब लोग देख रहे हैं कि कौन घर तक पहुंचा देगा।

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