26 नवंबर 2025 की देर रात, एक सोशल मीडिया हैंडल अफगानिस्तान टाइम्स ने दावा किया कि इमरान खान, पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री, की अडियाला जेल, रावलपिंडी में हत्या कर दी गई है। यह खबर जैसे ही फैली, पूरे पाकिस्तान में भीड़ निकल पड़ी। हजारों पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के कार्यकर्ता रावलपिंडी, पेशावर और अन्य शहरों में आंदोलन में उतर आए। कुछ लोगों ने जेल के बाहर आग लगा दी, कुछ ने रास्तों पर बैरिकेड लगा दिए। लेकिन अगली सुबह, जब सूरज निकला, तो एक और खबर आई — इमरान खान जीवित हैं।
अफवाह का जन्म: एक ट्वीट ने देश को हिला दिया
अफगानिस्तान टाइम्स का यह दावा — जो कि किसी भी प्रमाणित समाचार संस्था से जुड़ा नहीं — एक वीडियो और एक फोटो के साथ आया। उसमें बताया गया कि ISI और आर्मी चीफ आसिम मुनीर ने इमरान को खत्म करने की साजिश रची है। लेकिन किसी ने वीडियो की पुष्टि नहीं की। कोई असली डॉक्यूमेंट नहीं, कोई अखबार का बयान नहीं। फिर भी, यह अफवाह इतनी तेजी से फैली कि जैसे कोई आग लग गई हो।
यह तब हुआ जब लोगों के दिल में पहले से ही डर बसा हुआ था। इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी ने पिछले साल जेल से बाहर आकर कहा था कि उन्हें जहर देने की योजना बनाई गई है। उन्होंने आसिम मुनीर को सीधे नाम लेकर आरोप लगाया था। इस बयान ने लोगों के दिमाग में एक बीज बो दिया — अगर यह सच है, तो क्या यह भी सच हो सकता है?
परिवार की चिंता: तीन हफ्ते से कोई मुलाकात नहीं
इमरान की बहनें — नूरीन नियाजी, अलीमा खान और डॉक्टर उजमा — ने कहा कि वे तीन हफ्ते से उनसे मिलने की अनुमति नहीं पा रहीं। अदालत ने हफ्ते में एक बार मुलाकात की अनुमति दी थी, लेकिन वह भी रद्द कर दी गई। उन्होंने पंजाब पुलिस प्रमुख उस्मान अनवर को एक पत्र भेजा, जिसमें लिखा था: "इमरान के साथ हुई मारपीट क्रूर और सुनियोजित थी। बिना किसी उकसावे के।"
अलीमा खान ने बताया कि उन्हें एक ऐसी सेल में रखा गया है, जो आतंकवादियों के लिए बनाई गई है — "डेथ सेल"। उनका दावा है कि वहां बिजली नहीं है, पानी बहुत कम है, और खाने में चूहे के निशान भी मिले हैं। जेल अधिकारी इन बातों को खारिज करते हैं, लेकिन जब तक एक तटस्थ निगरानी नहीं होगी, लोग विश्वास नहीं करेंगे।
जेल प्रशासन का बयान: "वह स्वस्थ हैं"
27 नवंबर 2025 को, अडियाला जेल प्रशासन ने एक आधिकारिक बयान जारी किया: "इमरान खान जेल में पूरी तरह स्वस्थ हैं। उनकी सुरक्षा को लेकर कोई खतरा नहीं है।" उन्होंने PTI के आरोपों को "गलत और भ्रामक" बताया। उन्होंने कहा कि इमरान को कहीं शिफ्ट नहीं किया गया है, और उनका स्वास्थ्य नियमित रूप से जांचा जा रहा है।
पाकिस्तान सरकार के अधिकारियों ने भी इस अफवाह को "नकली और राजनीतिक रूप से भड़काने वाली" बताया। लेकिन एक सवाल बना रह गया — अगर वह स्वस्थ हैं, तो फिर उनकी बहनों को मुलाकात क्यों नहीं दी जा रही?
स्वास्थ्य का रहस्य: वर्टिगो, टिनिटस और एक बेहद अज्ञात भविष्य
द द टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक, इमरान खान को वर्टिगो और टिनिटस जैसी बीमारियां हैं। उनका एक कान लगातार कमजोर हो रहा है। उनके दोस्तों का कहना है कि जेल में उनका स्वास्थ्य खराब हो रहा है — बिना दवाओं के, बिना विशेषज्ञों के, बिना आराम के।
तीन सिद्धांत सामने आए हैं:
- पहला: उन्हें जहर दिया गया है — लेकिन कोई शव, कोई टेस्ट नहीं।
- दूसरा: उनकी बीमारी से मौत हो गई — लेकिन फिर भी जेल ने उन्हें जीवित बताया।
- तीसरा: उनकी हत्या कर दी गई है — लेकिन फिर वह जीवित कैसे दिखे?
सच तो यह है — कोई भी जानता नहीं।
एक लंबा इतिहास: हर बार अफवाह, हर बार नकार
यह पहली बार नहीं है। पिछले दो सालों में इमरान खान की मौत की खबरें तीन बार फैली हैं — अगस्त 2023, जनवरी 2024 और अगस्त 2024। हर बार जेल प्रशासन ने खबरों को अफवाह बताया। हर बार उनके परिवार ने चेतावनी दी। हर बार लोग डर गए। और हर बार, वह जीवित निकले।
लेकिन अब लोगों का विश्वास नहीं रहा। एक बार जब आप झूठ बोलते हैं, तो असली बात भी झूठ लगती है।
अगला कदम: क्या होगा अगले सप्ताह?
अब दुनिया देख रही है। क्या PTI फिर से आंदोलन शुरू करेगा? क्या अंतरराष्ट्रीय संगठन, जैसे यूएन या अमन्नेस्टी इंटरनेशनल, जांच की मांग करेंगे? क्या पाकिस्तान की सेना एक बार फिर इमरान के खिलाफ अपनी ताकत दिखाएगी?
एक बात तो स्पष्ट है — इमरान खान अब केवल एक नेता नहीं रहे। वह एक चिन्ह बन गए हैं। एक ऐसा चिन्ह जो बताता है कि जब एक आदमी जेल में हो, तो उसकी जिंदगी भी किसी के नियंत्रण में हो सकती है।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
इमरान खान अभी जीवित हैं या नहीं?
जेल प्रशासन और पाकिस्तान सरकार ने 27 नवंबर 2025 को आधिकारिक रूप से घोषणा की है कि इमरान खान जीवित और स्वस्थ हैं। लेकिन उनके परिवार और PTI नेताओं का कहना है कि उन्हें तीन हफ्ते से मुलाकात नहीं मिल रही, जिससे संदेह बढ़ रहा है। कोई भी तीसरा पक्ष उनकी स्थिति की पुष्टि नहीं कर पाया है।
इमरान खान के स्वास्थ्य के बारे में क्या जानकारी है?
द टेलीग्राफ की रिपोर्ट के अनुसार, इमरान खान को वर्टिगो और टिनिटस जैसी बीमारियां हैं, और उनके एक कान से सुनने की क्षमता लगातार कम हो रही है। उनकी बहनें ने दावा किया है कि जेल में उन्हें दवाएं नहीं दी जा रहीं और उनकी स्वास्थ्य देखभाल बुरी तरह नजरअंदाज की जा रही है। जेल प्रशासन इन आरोपों को खारिज करता है।
अफगानिस्तान टाइम्स क्या है और इस पर कितना भरोसा किया जा सकता है?
अफगानिस्तान टाइम्स एक सोशल मीडिया हैंडल है, जिसकी कोई आधिकारिक पहचान या समाचार संस्था के साथ कोई जुड़ाव नहीं है। इसने पिछले कुछ महीनों में कई अप्रमाणित और भ्रामक खबरें प्रकाशित की हैं। इसकी रिपोर्ट्स को कोई प्रमुख अखबार या समाचार एजेंसी ने कभी पुष्टि नहीं की है।
इमरान खान की पत्नी बुशरा बीबी के बयानों का क्या महत्व है?
बुशरा बीबी ने जेल से बाहर आकर दावा किया था कि इमरान खान को जहर देने की योजना बनाई गई थी और आसिम मुनीर उन्हें खत्म करना चाहते हैं। ये बयान लोगों के दिलों में गहरा संदेह पैदा कर गए, जिससे अफवाह तेजी से फैली। ये बयान वैध दस्तावेज नहीं हैं, लेकिन राजनीतिक तनाव को समझने के लिए उनका असर अत्यधिक है।
इमरान खान को क्यों जेल में रखा गया है?
इमरान खान को 2023 में दो अलग-अलग मामलों में गिरफ्तार किया गया — एक भ्रष्टाचार का मामला और दूसरा राष्ट्रीय सुरक्षा के खिलाफ आरोप। उनके आरोपी हैं कि ये मामले राजनीतिक बदलाव के लिए बनाए गए हैं। उनके समर्थक उन्हें एक निष्पक्ष नेता मानते हैं, जिसे सेना ने खत्म करना चाहा है।
अगले कदम क्या होंगे?
PTI ने अब अंतरराष्ट्रीय संगठनों को जांच के लिए आह्वान किया है। यूएन और अमन्नेस्टी इंटरनेशनल ने अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है। लेकिन अगर इमरान खान की स्थिति को लेकर कोई नया विवाद होता है, तो पाकिस्तान के राजनीतिक भविष्य पर गहरा असर पड़ सकता है।
Vidushi Wahal
इमरान की अफवाह फैलने के बाद मैंने अपने पाकिस्तानी दोस्त से बात की। उसने कहा कि अब लोग बस इंतजार कर रहे हैं कि अगली बार जब वो मर जाएंगे, तो कोई विश्वास नहीं करेगा।
Narinder K
अफगानिस्तान टाइम्स? वो तो वो है जो आज बताएगा कि पाकिस्तान की सेना चाँद पर बेस बना रही है।
Narayana Murthy Dasara
ये सब तो बहुत दर्दनाक है। एक आदमी जो देश को बदलने की कोशिश कर रहा है, उसे जेल में इतना अकेला छोड़ दिया जा रहा है। अगर वो बीमार हैं, तो डॉक्टर बुलाओ। अगर वो सुरक्षित हैं, तो उनकी बहनों को मुलाकात दो। ये बस एक आदमी है, न कि एक राजनीतिक टूल।
lakshmi shyam
तुम सब इमरान के फैन हो क्या? जेल में जाना भी तो एक सजा होती है, न कि एक शहादत। तुम लोग इसे शहीद बनाने की कोशिश कर रहे हो।
Sabir Malik
मैंने इस पूरी कहानी को धीरे-धीरे पढ़ा। और जो भी इसमें दिख रहा है, वो एक अंधेरा दर्पण है। एक ऐसा दर्पण जो दिखाता है कि जब एक आदमी बहुत ज्यादा लोगों के दिल में बस जाता है, तो वो उसके लिए खतरा बन जाता है। और अब वो जेल में है, जहाँ बिजली नहीं है, पानी कम है, और खाने में चूहे के निशान हैं। क्या ये वो जगह है जहाँ किसी ऐसे इंसान को रखा जाना चाहिए, जिसने एक देश को उठाने की कोशिश की थी? ये सिर्फ जेल नहीं, ये एक अंतर्राष्ट्रीय अपराध है।
Sandhiya Ravi
मैंने इमरान के बारे में कुछ नहीं सुना था लेकिन अब लग रहा है जैसे मैं उनके बारे में जान गई हूँ। उनकी बहनों का दर्द बहुत बड़ा है और जो भी वहाँ हो रहा है वो गलत है
Sumit Prakash Gupta
इस अफवाह का साइबर-नैरेटिव बहुत ही एफिसिएंट था। एक अनट्रस्टेड सोर्स ने एक वायरल नैरेटिव को लॉन्च किया, जिसने इमरान के एक्सिस्टेंशियल थ्रेट को रिफ्रेम किया। अब जनता डिस्ट्रस्ट और डिस्प्लेस्ड है। ये नेटवर्क इफेक्ट का एक डेमोनस्ट्रेशन है।
Shikhar Narwal
इमरान जीवित हैं? अच्छा तो अब उनकी बहनों को मुलाकात दो और जेल के अंदर कैमरे लगा दो 😔📸 नहीं तो ये सब एक बड़ा ड्रामा बन जाएगा... और हम सब उसका पार्ट बन जाएंगे
Ravish Sharma
अब ये सब बस एक नाटक है। जेल में एक आदमी की मौत की अफवाह... और फिर जेल वाले कहते हैं 'वो तो ठीक है'... ये वो है जब एक देश अपने लोगों के दिमाग में भी भ्रम बना देता है। ये नहीं तो क्या है? एक डरावना राजनीतिक थ्रिलर!
Alok Kumar Sharma
मौत की अफवाह? ये तो इमरान का ब्रांडिंग है। हर तीन महीने में एक बार वो मर जाते हैं।
Tanya Bhargav
मैं नहीं जानती कि क्या सच है लेकिन जब तक बहनों को मुलाकात नहीं मिल रही तब तक ये सब बस एक सवाल है
Sanket Sonar
अफवाह फैलना और उसे नकारना अब एक राजनीतिक टूल बन गया है। जैसे कोई बैटरी चार्ज हो रही हो - जब तक चार्ज है तब तक बात चलती है।
pravin s
अगर वो जीवित हैं तो फिर एक वीडियो डाल दो बस। बस एक छोटा सा वीडियो जहाँ वो बोल रहे हों कि मैं ठीक हूँ। बस इतना ही चाहिए।
Bharat Mewada
जब एक व्यक्ति एक देश के दिल में इतना बड़ा हो जाता है कि उसकी मौत की अफवाह से पूरा देश हिल जाए, तो वो व्यक्ति अब केवल एक नेता नहीं रहता। वो एक भावना बन जाता है। और भावनाओं को नियंत्रित करना मुश्किल होता है।
Ambika Dhal
इमरान खान को जेल में रखना गलत है लेकिन उसकी अफवाह फैलाने वाले और भी बदतर हैं। वो लोग जो इसे एक राजनीतिक उपकरण बना रहे हैं।
Vaneet Goyal
जेल प्रशासन ने कहा: 'वह स्वस्थ हैं।' लेकिन उनकी बहनों को मुलाकात नहीं दी गई? यह तो एक अस्पष्ट बयान है, जिसका उद्देश्य लोगों को भ्रमित करना है। यह बयान निश्चित रूप से अपर्याप्त है।
Amita Sinha
ये सब बस एक बड़ा नाटक है... इमरान जीवित हैं? अच्छा तो फिर उन्हें अपनी बहनों के साथ फोटो खिंचवा दो 😭📸 ये नहीं तो मैं विश्वास नहीं करूँगी