गौतम गंभीर और डब्ल्यू वी रमन के बीच बीसीसीआई हेड कोच पद की होड़

जून 19 Roy Iryan 12 टिप्पणि

हेड कोच पद की होड़: गौतम गंभीर और डब्ल्यू वी रमन

भारतीय क्रिकेट टीम के हेड कोच पद को लेकर चल रहे घमासान का केंद्र बन चुके गौतम गंभीर और डब्ल्यू वी रमन दोनों ही भारतीय क्रिकेट के अनुभवी चेहरे हैं। दोनों के बीच सामग्री का संतुलन देखकर यह कहा जा सकता है कि बीसीसीआई के लिए फैसला लेना अभी भी मुश्किल है। बीसीसीआई की क्रिकेट एडवाइजरी कमेटी (CAC) ने दोनों ही संभावित उम्मीदवारों के इंटरव्यू भी ले लिए हैं।

गौतम गंभीर भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व ओपनर और कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के मेंटर रह चुके हैं। उनकी कप्तानी में KKR ने तीन बार IPL का खिताब जीता है, जिससे उनकी कोचिंग क्षमता पर किसी को शक नहीं है। वहीं दूसरी तरफ डब्ल्यू वी रमन की भी क्रिकेट में काफी प्रतिष्ठा है। वे भारतीय महिला क्रिकेट टीम के मुख्य कोच रहे हैं और उनके कार्यकाल में टीम ने कई महत्वपूर्ण मैच जीते हैं। रमन ने व्यक्तिगत रूप से CAC के सामने अपनी प्रेजेंटेशन दी, जिसे 'बेहद प्रभावशाली' और 'विस्तृत' बताया गया।

वर्चुअल और व्यक्तिगत प्रेजेंटेशन

गंभीर ने अपनी प्रेजेंटेशन वर्चुअल माध्यम से दी जबकि रमन ने व्यक्तिगत रूप से अपनी बात रखी। दोनों ही उम्मीदवारों की प्रेजेंटेशन को CAC ने गंभीरता से सुना और उनकी योजनाओं को समझा। गंभीर का आत्मविश्वास और IPL ट्रैक रिकॉर्ड उनके समर्थन में है, जबकि रमन की रणनीतिक दृष्टिकोण और अनुभव उनकी ताकत बनती है।

दूसरे उम्मीदवार की भी होगी फाइनल बातचीत

CAC अन्य अंतर्राष्ट्रीय उम्मीदवार से भी बातचीत करेगी। कई विशेषज्ञों का मानना है कि भारतीय क्रिकेट को एक ऐसा कोच चाहिए जो युवा खिलाड़ियों को अनुभव और तकनीकी प्रशिक्षण दे सके।

मुख्य कोच का चयन: सलाहकार टीम के गठन में बड़ी भूमिका

मुख्य कोच का चयन होने के बाद उनका भी महत्वपूर्ण योगदान होगा कि वे अपनी सहायक टीम का चयन करें। नई कोचिंग टीम का गठन और कार्यशैली भारतीय क्रिकेट टीम के भविष्य को बदलने में प्रभावी रहेगी। यह भी प्रतिष्ठित उम्मीदवारों के प्रशासनिक और तकनीकी नजरिए पर निर्भर करेगा।

विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार कोई भी चयन हो, लेकिन ताजगी और युवाओं का अनुभव जरूर शामिल होगा। यह देखना दिलचस्प होगा कि कौन सा उम्मीदवार भारतीय क्रिकेट के इस बड़े पद को संभालेगा और उसके साथ टीम की दिशा और दशा कैसे तय होगी।

बेहतरीन कोचिंग का भविष्य

बेहतरीन कोचिंग का भविष्य

भारतीय क्रिकेट के प्रशंसक और खिलाड़ी, दोनों ही इस नए चयन को लेकर उत्साहित हैं। वहाँ खिलाड़ियों को भी उम्मीद है कि नया कोच उनके खेल को और सुधारने में मददगार साबित होगा। बीसीसीआई के इस महत्वपूर्ण फैसले का परिणाम पूरे देश के क्रिकेट प्रेमियों के दिलों को छूने वाला होगा।

आखिरी फैसला जिस भी उम्मीदवार के पक्ष में होगा, उससे भारतीय क्रिकेट को एक नई दिशा मिलने की प्रबल संभावना है। सभी की निगाहें CAC के इस आगामी निर्णय पर टिकी हैं, जो भारतीय क्रिकेट के भविष्य को नई ऊंचाइयों तक ले जा सकता है।

Roy Iryan

Roy Iryan (लेखक )

मैं एक अनुभवी पत्रकार हूं जो रोज़मर्रा के समाचारों पर लेखन करता हूं। मेरे लेख भारतीय दैनिक समाचारों पर गहन विश्लेषण प्रदान करते हैं। मैंने विभिन्न समाचार पत्र और ऑनलाइन प्लेटफार्म के लिए काम किया है। मेरा उद्देश्य पाठकों को सही और सटीक जानकारी प्रदान करना है।

Ashwin Agrawal

Ashwin Agrawal

गंभीर का IPL रिकॉर्ड बहुत अच्छा है, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में उनकी कोचिंग की क्षमता अभी तक साबित नहीं हुई है। रमन का महिला टीम के साथ काम करने का अनुभव बहुत कीमती है।

Shubham Yerpude

Shubham Yerpude

ये सब बस धोखा है। बीसीसीआई अंदरूनी दलीलों से भरा है। गंभीर को चुनने की बात हो रही है क्योंकि वो एक बड़े नेता के दोस्त हैं। रमन को नहीं चुना जा रहा क्योंकि वो असली टैलेंट को नहीं बढ़ाते।

Hardeep Kaur

Hardeep Kaur

मैंने रमन की प्रेजेंटेशन सुनी थी। वो बहुत शांत और गहरे सोच वाले हैं। उनकी बातों में एक अलग तरह की गहराई है। ये टीम के लिए बहुत जरूरी है।

Chirag Desai

Chirag Desai

गंभीर वाला फैसला बेहतर होगा। IPL में जो जीता है, वो बड़ा कोच है। बाकी सब बस बातें हैं।

Abhi Patil

Abhi Patil

मैं अपने विश्लेषणात्मक ढांचे के आधार पर कह सकता हूँ कि गंभीर की वर्चुअल प्रेजेंटेशन एक आधुनिक, डिजिटल-युग के अनुकूल दृष्टिकोण का प्रतिनिधित्व करती है, जबकि रमन की व्यक्तिगत उपस्थिति एक पारंपरिक, अनुभव-आधारित निर्णय लेने की प्रक्रिया को दर्शाती है। यह द्वंद्व वास्तव में भारतीय क्रिकेट के भविष्य के दो विकल्पों का प्रतीक है।

Devi Rahmawati

Devi Rahmawati

रमन के साथ काम करने वाली महिला खिलाड़ियों ने उनकी बहुत सराहना की है। उनकी धैर्य और व्यक्तिगत दृष्टि ने कई युवा खिलाड़ियों को बदल दिया। ये गुण टीम इंडिया के लिए भी बहुत जरूरी हैं।

Prerna Darda

Prerna Darda

इस चयन में रणनीतिक डिजाइनिंग की अवधारणा अहम है। गंभीर का एक्शन-ओरिएंटेड लीडरशिप मॉडल एक फास्ट-ट्रैक रिजल्ट देता है, जबकि रमन का सिस्टम-थिंकिंग एप्रोच लॉन्ग-टर्म स्ट्रक्चरल स्थिरता की ओर जाता है। ये दोनों नहीं, बल्कि एक सिंथेसिस चाहिए।

rohit majji

rohit majji

गंभीर जी बहुत बढ़िया हैं बस देखो कि वो खिलाड़ियों के साथ कैसे बात करते हैं 😊 वो बस एक बात कहते हैं और सब कुछ ठीक हो जाता है 🙌

Uday Teki

Uday Teki

रमन बहुत अच्छे हैं लेकिन गंभीर का जुनून देखो... वो तो बस क्रिकेट के लिए जीते हैं ❤️

Haizam Shah

Haizam Shah

रमन को चुनो! गंभीर तो सिर्फ IPL में जीतते हैं, लेकिन रमन ने टीम इंडिया के लिए एक नई नींव रखी है। अगर हम असली बदलाव चाहते हैं तो उन्हें चुनना होगा।

Vipin Nair

Vipin Nair

दोनों के पास अलग अलग शक्तियाँ हैं लेकिन बीसीसीआई को एक ऐसा व्यक्ति चाहिए जो टीम के अंदर के डायनामिक्स को समझे न कि सिर्फ रिकॉर्ड दिखाए

Ira Burjak

Ira Burjak

गंभीर को चुनना आसान है... लेकिन क्या हम बस आसान रास्ते पर चलना चाहते हैं? रमन को देखो तो लगता है जैसे कोई एक शांत गुरु टीम को बदलने वाला है 😌

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