इजराइल-हमास संघर्ष: संघर्षविराम प्रयास और गहराती मानवतावादी संकट

जून 5 विवेक शर्मा 0 टिप्पणि

इजराइल-हमास संघर्ष: संघर्षविराम की संभावनाएं और चुनौतियां

इजराइल और हमास के बीच चल रहा संघर्ष एक महत्वपूर्ण मोड़ पर पहुंच चुका है, जहां अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने छह सप्ताह के संघर्षविराम प्रस्ताव की घोषणा की है। इस प्रस्ताव में कुछ बंधकों की रिहाई भी शामिल है, लेकिन इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू अपने कट्टरपंथी सहयोगियों के दबाव में हैं, जो इस प्रस्ताव को तभी मानने की योजना बना रहे हैं जब यह हमास के पूरी तरह से नाश का आश्वासन देता हो।

मानवतावादी संकट की बदतर स्थिति

गाज़ा में हालात बेहद खराब हो चुके हैं, जहां संयुक्त राष्ट्र ने खान यूनुस और दैर अल-बलाह की स्थितियों को 'संकट स्तर से भी बुरा' करार दिया है। इस संघर्ष में अब तक 36,000 से ज्यादा फिलिस्तीनी लोग मारे जा चुके हैं और इजराइली ग्राउंड ऑपरेशंस और लड़ाइयों की वजह से सहायता अभियान भी बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं।

संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतर्राष्ट्रीय संगठनों की भूमिका

संयुक्त राष्ट्र और अन्य अंतर्राष्ट्रीय संगठनों की भूमिका

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद संघर्षविराम प्रस्ताव का समर्थन करने के लिए एक मसौदा प्रस्ताव पर विचार कर रही है, और सबसे विकसित 7 औद्योगिक देशों का समूह (जी-7) ने भी इस प्रस्ताव का समर्थन किया है। फिलिस्तीनी अधिकारी इजराइल के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र के शीर्ष न्यायालय में एक नरसंहार मामले में शामिल होने की कोशिश कर रहे हैं।

प्रदर्शनकारियों का विरोध और प्रतिक्रिया

सैन फ्रांसिस्को में प्रोपलिस्तीनी प्रदर्शनकारियों को इजराइली कॉन्सुलेट के भवन के लॉबी में कब्जा करने के बाद गिरफ्तार किया गया। इसी बीच, यमन के हौथी विद्रोहियों ने इजराइल पर बैलिस्टिक मिसाइल दागने का दावा किया है। यह स्थिति और भी गंभीर हो जाती है, जब इजराइली सेना ने पुष्टि की कि हमास द्वारा बंदी बनाए गए चार और बंधक, जिनमें तीन 80 साल के बूढ़े भी शामिल थे, मारे गए हैं।

तीन चरणों की गाजा योजना

तीन चरणों की गाजा योजना

अमेरिका तीन चरणों वाली गाज़ा योजना के समर्थन के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का समर्थन चाह रहा है, जिसमें मानवीय सहायता की बड़े पैमाने पर वृद्धि और गाज़ा के पुनर्निर्माण का प्रारंभ शामिल है। इस योजना का उद्देश्य संघर्ष के क्षेत्र में शांति लाना और वहां के लोगों को राहत पहुंचाना है।

मानवतावादी संकट की स्थिति

इस संघर्ष के परिणामस्वरूप गाज़ा में मानवतावादी स्थिति दिन-प्रतिदिन बदतर होती जा रही है। खान यूनुस और दैर अल-बलाह जैसे क्षेत्रों में लोग बुनियादी आवश्यकताओं से वंचित हैं। भोजन, पानी, और चिकित्सा सुविधा जैसी बुनियादी जरूरतें तक वहाँ की स्थानीय जनता को उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं। इस स्थिति को देखते हुए यह आवश्यक हो गया है कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय जल्दी से जल्दी इस पर कड़ा कदम उठाए।

इजराइल और हमास की प्रतिक्रिया

इजराइल और हमास के बीच भी संघर्षविराम को लेकर मतभेद गहरे हो रहे हैं। इजराइल की ओर से जहां इस संघर्षविराम को हमास के नाश के संदर्भ में देखा जा रहा है, वहीं हमास ने इसे अपनी शर्तों पर रखने की बात की है। इससे यह साफ है कि संघर्षविराम को लेकर स्थिति अभी भी जटिल बनी हुई है।

संघर्षविराम की चुनौतियां

संघर्षविराम की चुनौतियां

संघर्षविराम की राह में कई चुनौतीपूर्ण दिशा हैं, जिनमें प्रमुख है, हमास और इजराइल के बीच विश्वास की कमी। हमास द्वारा रिहा किए गए बंदियों में इजराइल की सुरक्षा को लेकर चिंताएं भी शामिल हैं। इसके अलावा, इजराइल के सहयोगियों का दबाव और उनकी राय भी संघर्षविराम को बाधित कर सकती है।

संभावनाएं और भविष्य

यह स्पष्ट है कि संघर्षविराम के प्रस्ताव की सफलता कई कारकों पर निर्भर करती है। इसमें सबसे प्रमुख है, दोनों पक्षों के बीच वार्ता का सफल होना और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का प्रभावी समर्थन। यह देखने वाली बात होगी कि आने वाले दिनों में यह प्रस्ताव कितनी सफलता प्राप्त करता है और गाज़ा में शांति और स्थिरता कितनी जल्दी लौटती है।

विवेक शर्मा

विवेक शर्मा (लेखक )

मैं एक अनुभवी पत्रकार हूं जो रोज़मर्रा के समाचारों पर लेखन करता हूं। मेरे लेख भारतीय दैनिक समाचारों पर गहन विश्लेषण प्रदान करते हैं। मैंने विभिन्न समाचार पत्र और ऑनलाइन प्लेटफार्म के लिए काम किया है। मेरा उद्देश्य पाठकों को सही और सटीक जानकारी प्रदान करना है।

अपनी टिप्पणी टाइप करें

आपका ई-मेल पता सुरक्षित है. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं (*)

खोज