सीरीज़ का सारांश और मैच की रूपरेखा
7‑8‑9 जुलाई को इंग्लैंड में आयोजित चार‑मैच वाली महिला T20I सीरीज़ का अंतिम मुकाबला Old Trafford, Manchester में खेला गया। पहले तीन मैचों में दोनों टीमों ने दो‑दो जीतें दर्ज की थीं, जिससे चौथा मैच ही श्रृंखला का निर्णायक बन गया। इंग्लैंड ने टॉस जीत कर पहले बैटिंग का विकल्प चुना और 20 ओवर में 126/7 बनाकर लक्ष्य तय किया। टीम के बीच‑ओवर में ए कैप्सी और टीटी बीउमोंट के छोटे‑छोटे योगदान रहे, जबकि एस इकलस्टोन 16* अनछुते रहे।
भारत ने लक्ष्य को 17 ओवर में 127/4 से पार किया, जिससे 6 विकेट से जीत हासिल की। इस जीत ने भारतीय महिलाओं को इंग्लैंड की मिट्टी पर पहली बार T20I सीरीज़ जीतने का गौरव दिलाया, जो पहले कई बार नहीं हुआ था।
मुख्य प्रदर्शन और टीम की रणनीति
भारत के शुरुआती दो बल्लेबाज़, शफ़ाली वर्मा और स्मृति मंडाना, ने मिलकर 50 रनों का तेज़ साझेदारी बनाया। शफ़ाली ने पावरप्लेमेँ ही 29 रन बनाए, गेंदबाज़ी पर दबाव डालते हुए इंग्लैंड की बॉलिंग को बिखेर दिया। उसकी आक्रामक शैली ने भारत को शुरुआती ओवरों में बड़ा फायदा दिलाया।
दूसरी ओर, स्मृति ने 32 रन 31 गेंदों में बनाए, जिससे क्रमबद्धता बनी रही। कप्तान हरमनप्रीत कौर ने मध्यओवरों में स्थिरता प्रदान की, जबकि जेमीमा रोड्रिगेज ने 22* बिना आउट हुए अपना अंत किया, एक शानदार पेडल शॉट से जीत का जश्न मनाया।
इंग्लैंड की बॉलिंग को भारत ने बहुत कम समय में तोड़ दिया। शुरुआती 3 ओवर में केवल 18 रन चुकाए गए, जिससे रनों की दर लगातार घटती रही। जब भारत को एक क्षणिक दबाव का सामना करना पड़ा, तब भी टीम ने रन‑रेट को सहजता से संभाल लिया।
इस जीत के बाद भारत को अब आगामी अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में एक ठोस शत्रु के रूप में देखा जा रहा है। इंग्लैंड में जीत हासिल करने से टीम की विदेशियों में खेलने की क्षमता सिद्ध हुई है, और यह सफलता आने वाले विश्व कप व एशिया कप के लिये आत्मविश्वास का स्रोत बनेगी।
Haizam Shah
ये जीत सिर्फ एक मैच नहीं, एक इतिहास बन गई! इंग्लैंड की अपनी धरती पर ऐसी जीत कभी नहीं हुई थी भारत के लिए। शफ़ाली ने तो पावरप्ले में ही गेंदबाज़ों का दिमाग उड़ा दिया। जबरदस्त!
Vipin Nair
इस जीत का मतलब है कि अब दुनिया को भारतीय महिला टीम को बस एक टीम नहीं बल्कि एक फैक्टर मानना होगा। बैटिंग लाइनअप में कोई भी ओवर बेकार नहीं। रन रेट और विकेट बचाने की बुद्धि देखकर लगता है ये टीम बहुत आगे है।
Ira Burjak
शफ़ाली के बाद स्मृति का आउट नहीं होना था ना? बस थोड़ा धीमा हो गई लगा। पर फिर भी जेमीमा ने जो शॉट लगाया, वो तो फिल्मी लगा। 😌
Shardul Tiurwadkar
इंग्लैंड वाले तो शुरुआत से ही घबरा गए। जब शफ़ाली ने पहले 3 ओवर में 29 रन लगाए, तो उनकी बॉलिंग का जादू खत्म हो गया। अब ये टीम घर पर भी डर जाएगी जब भारत आएगा।
Abhijit Padhye
लोग कहते हैं ये टीम बहुत अच्छी है, पर क्या आपने देखा कि इंग्लैंड की बॉलिंग बिल्कुल निर्जीव थी? बेस्ट गेंदबाज़ भी जब लगातार 4-5 गेंदें बाहर जा रही हों तो फिर उसका दिमाग बंद हो जाता है। ये जीत भारत की नहीं, इंग्लैंड की गलती की जीत है।
VIKASH KUMAR
मैंने तो आंखें बंद करके भी देख लिया था ये जीत 😭😭😭 जब जेमीमा ने वो पेडल शॉट मारा तो मैं घर पर उछल पड़ा! बस अब तो इंग्लैंड के घर पर भी भारतीय झंडा लहराएगा! भारत माता की जय! 🇮🇳🇮🇳🇮🇳
UMESH ANAND
इस विजय के बाद भी यह तथ्य अपरिवर्तित रहता है कि भारतीय महिला क्रिकेट टीम के लिए विदेशी मैदानों पर निरंतर प्रदर्शन करने की आवश्यकता है। एक मैच की जीत से भारतीय खिलाड़ियों की योग्यता का मूल्यांकन नहीं किया जा सकता।
Rohan singh
अच्छा खेल था। बिना बड़बड़ाए, बिना धमकी के, बस बल्ले से जीत ली। शफ़ाली और जेमीमा ने दिखाया कि बुद्धि और बहादुरी का मिश्रण कैसे काम करता है। इंग्लैंड को भी बधाई।
Karan Chadda
इंग्लैंड ने तो बस एक बार फिर अपनी बॉलिंग को निकाल दिया 😅 अब तो हर बार भारत आएगा तो उनके खिलाफ जीतना आम बात बन जाएगा। अब तो हमारे बच्चे भी जेमीमा के शॉट को ट्रेनिंग में रख देंगे।
Shivani Sinha
shafali ne toh ekdum jhatka maar diya.. smriti thoda slow thi par phir bhi theek hai.. jaimma ne jo shot maara wo toh bhaiya koi movie scene lag rha tha 😍
Tarun Gurung
ये जीत बस एक मैच की नहीं, एक नए युग की शुरुआत है। शफ़ाली का एग्रेसिव गेम, स्मृति की शांति, हरमनप्रीत की स्थिरता, और जेमीमा का अंत - ये सब एक टीम का बारीकी से बना हुआ जादू है। इंग्लैंड के गेंदबाज़ तो लगे जैसे बच्चों को गेंद फेंक रहे हों। भारतीय महिला क्रिकेट अब किसी नियम का हिस्सा नहीं, खुद एक नियम बन गई है।