लक्ष्य सेन का ओलंपिक में शानदार पदार्पण, केविन कडर्न को सीधे गेमों में हराया

जुलाई 28 Roy Iryan 15 टिप्पणि

लक्ष्य सेन का ओलंपिक में शानदार पदार्पण

भारतीय शटलर लक्ष्य सेन ने पेरिस ओलंपिक 2024 में अपने अभियान की जोरदार शुरुआत की। उन्होंने ग्वाटेमाला के केविन कडर्न को गुरुवार को हुए पुरुष एकल बैडमिंटन मैच में सीधे गेमों में 21-8, 22-20 से पराजित किया। 22 वर्षीय सेन, जो कि 2022 राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता और 2021 विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता हैं, ने पहले गेम में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया और केवल 14 मिनट में 21-8 से जीत हासिल की।

पहले गेम में दबदबा

पहले गेम में लक्ष्य सेन ने अपने खेल की ताकत का बेहतरीन प्रदर्शन किया। कोर्ट पर उनकी तेज चाल, सटीक शॉट्स और अद्भुत रणनीति ने केविन कडर्न को पूरी तरह से दबाव में रखा। केविन के पास सेन के तेजतर्रार खेल का कोई जवाब नहीं था और 14 मिनट के भीतर ही सेन ने गेम को अपने नाम कर लिया। सेन के खेल की तेजी और अग्रेसिव अप्रोच ने सभी को प्रभावित किया।

दूसरे गेम में कड़ी टक्कर

दूसरे गेम में केविन कडर्न ने मजबूत प्रतिरोध दिखाया। उन्होंने सेन के खिलाफ काफी सधी हुई रैली की और अंक लेने की कोशिश की। गेम का स्कोर 22-20 तक पहुंच गया, लेकिन सेन ने अपनी नसों पर काबू रखते हुए और संयम से खेलते हुए इस गेम को भी जीत लिया। सेन के इस दमदार प्रदर्शन ने भारतीय खिलाडियों के आत्मविश्वास को काफी बढ़ाया है। इस जीत के बाद सेन अब सोमवार को अपने दूसरे ग्रुप मैच में बेल्जियम के जूलियन कारागी से भिड़ेंगे।

भारतीय बैडमिंटन दल की उम्मीदें

पेरिस ओलंपिक में भारत के बैडमिंटन दल की उम्मीदें लक्ष्य सेन पर टिकी हैं, लेकिन सेन के अलावा अन्य भारतीय खिलाड़ी भी अपनी चुनौती पेश कर रहे हैं। पुरुष युगल में सात्विकसैराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी, महिला एकल में पीवी सिंधु, और महिला युगल में तनिषा क्रास्टो और अश्विनी पोनप्पा भारतीय दल का हिस्सा हैं। पीवी सिंधु, जो पहले ही कई महत्वपूर्ण टूर्नामेंट्स में अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए जानी जाती हैं, भारतीय दल की प्रमुख चुनौतीकार हैं।

सेन की इस शानदार जीत के बाद भारतीय प्रशंसकों में उत्साह का माहौल है। भारतीय बैडमिंटन संघ ने भी सेन की इस जीत पर उन्हें बधाई दी है और उम्मीद जताई है की वह आने वाले मैचों में भी इसी प्रकार से शानदार प्रदर्शन करेंगे। अगले मैच में सेन के प्रदर्शन पर सभी की निगाहें रहेंगी।

लक्ष्य सेन की तैयारी

इस जीत के पीछे सेन की कठोर मेहनत और उनकी अद्वितीय तैयारी है। सेन ने पिछले कुछ महीनों में लगातार कठिन प्रशिक्षण किया है। उनकी फिटनेस, एकाग्रता और खेल के प्रति समर्पण उन्हें इस मुकाम तक लेकर आया है। सेन की कोचिंग टीम ने उनके खेल को और भी निखारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, और इस जीत ने भी यह साबित कर दिया है की उनके कोचिंग सेशन बुलंदियों पर पहुंच रहे हैं।

भारतीय खेल प्रेमियों की प्रतिक्रियाएं

लक्ष्य सेन की इस जोरदार जीत ने भारतीय खेल प्रेमियों को गर्व महसूस कराया है। सोशल मिडिया पर सेन के प्रशंसकों ने उन्हें बधाइयां दी हैं और उनकी आगे की यात्रा के लिए शुभकामनाएं दी हैं। यहां तक कि पूर्व भारतीय खिलाड़ी और कोच भी सेन की इस शानदार प्रदर्शन की तारीफ कर रहे हैं और उन्हें ओलंपिक में और भी ऊचे मुकाम हासिल करने की दुआएं दे रहे हैं।

आखिरकार, पेरिस ओलंपिक में भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी का यह प्रदर्शन न केवल खेल प्रेमियों के लिए गर्व का विषय है, बल्कि यह आने वाली पीढ़ी के खिलाड़ियों को भी प्रोत्साहित करेगा। लक्ष्य सेन की जीत भारतीय बैडमिंटन के इतिहास में एक और महत्वपूर्ण अध्याय जोड़ने जा रही है। सभी खेल प्रेमियों की नजर अब उनके अगले मैच पर टिकी है और उम्मीद है कि सेन एक बार फिर अपनी माहिराना खेल दिखाएंगे।

Roy Iryan

Roy Iryan (लेखक )

मैं एक अनुभवी पत्रकार हूं जो रोज़मर्रा के समाचारों पर लेखन करता हूं। मेरे लेख भारतीय दैनिक समाचारों पर गहन विश्लेषण प्रदान करते हैं। मैंने विभिन्न समाचार पत्र और ऑनलाइन प्लेटफार्म के लिए काम किया है। मेरा उद्देश्य पाठकों को सही और सटीक जानकारी प्रदान करना है।

Uday Teki

Uday Teki

वाह भाई! 🎉 लक्ष्य ने तो धमाका कर दिया! पहला गेम तो बिल्कुल मस्त था, दूसरा गेम में भी नर्व्स नहीं दिखाईं। भारत का भविष्य यही है!

Haizam Shah

Haizam Shah

ये तो बस शुरुआत है! अब तो गोल्ड की उम्मीद है। केविन कडर्न को देखकर लगा जैसे एक बच्चा खेल रहा हो। लक्ष्य का खेल तो टॉप-लेवल है।

Vipin Nair

Vipin Nair

खेल की गहराई नहीं देखी तो बस स्कोर दिख जाता है। लक्ष्य की फिटनेस, रिएक्शन टाइम, और रणनीति देखो - ये तो दशकों की मेहनत का नतीजा है। अभी तो शुरुआत हुई है, अगले मैच में देखना होगा कि कैसे अपने खेल को अपडेट करता है।

Ira Burjak

Ira Burjak

क्या बात है भाई! इतना जोरदार प्रदर्शन करने के बाद भी कोई नहीं बोलता कि सिंधु को भी इतना टाइम दें जितना इसे दिया गया। बस जब नया नाम आता है तो चिल्लाना शुरू हो जाता है। 😅

Shardul Tiurwadkar

Shardul Tiurwadkar

अरे यार, ये लक्ष्य कौन है? पीवी सिंधु के बाद भारतीय बैडमिंटन का असली राजकुमार है। अब तो देखना है कि वो कितना आगे जाता है। मैं तो इसके लिए रोज़ दुआ करता हूँ।

Abhijit Padhye

Abhijit Padhye

तुम सब भूल रहे हो कि ये सिर्फ एक मैच है। ओलंपिक में जीतना तो बहुत आसान है, बचना मुश्किल है। अगला खिलाड़ी बेल्जियम का है, वो तो एक बार टॉप 10 में रहा है। अभी तो बस शुरुआत हुई है। और हां, जूलियन कारागी को जानता हूं - उसका बैकहैंड तो बम है।

VIKASH KUMAR

VIKASH KUMAR

मैंने तो रो दिया! 😭 जब लक्ष्य ने वो लास्ट पॉइंट लिया तो मेरा दिल धड़क गया! मम्मी ने भी बुलाया - अंदर आओ, खाना ठंडा हो गया! लेकिन मैं नहीं गया... वो मैच देखते रहा। भारत का दिल आज जीत गया! 🇮🇳❤️

UMESH ANAND

UMESH ANAND

इस तरह के खिलाड़ियों को राष्ट्रीय सम्मान देना चाहिए। ये न केवल खेल का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं, बल्कि भारतीय युवाओं के लिए एक नमूना भी हैं। आशा है कि इस जीत के बाद सरकार उनकी तैयारी में अधिक निवेश करेगी।

Rohan singh

Rohan singh

अच्छा खेल था। लक्ष्य ने बहुत संयम से खेला। दूसरा गेम तो बहुत टेंशन वाला था, लेकिन उसने अपने आप को नियंत्रित रखा। अब अगला मैच देखना है। शांति से देखेंगे।

Karan Chadda

Karan Chadda

अरे यार, सिंधु को क्यों नहीं दिखाया जा रहा? वो तो दुनिया की टॉप 5 में हैं! ये लक्ष्य तो अभी नए हैं। भारत में तो नए खिलाड़ियों को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया जाता है। सिंधु के लिए कोई टाइम नहीं? 😒

Shivani Sinha

Shivani Sinha

yrr laksy ne toh bhot mast kia... sinda ki baat kro toh bhi toh wo bhi toh legend h... lekin abhi toh ye new ladka hi trending h... sab kuchh badiya h... bas thoda thoda typo ho gya 😅

Tarun Gurung

Tarun Gurung

लक्ष्य का खेल देखकर लग रहा है जैसे कोई बैडमिंटन का नया शास्त्र बन रहा है। उसकी चाल, उसकी रिकवरी, उसका नेट प्ले - सब कुछ बिल्कुल नया लग रहा है। अगर ये तरीका भारतीय अकादमियों में डाल दिया जाए, तो अगले 10 साल में हमारे पास दर्जनों लक्ष्य हो जाएंगे।

Rutuja Ghule

Rutuja Ghule

इस जीत को बड़ा बनाने की कोशिश न करें। ये तो सिर्फ एक ग्रुप मैच था। ओलंपिक में जीतने के लिए तो टॉप 8 में पहुंचना पड़ेगा। और उसके बाद भी तीन मैच और। अभी तो बस एक बेहतरीन शुरुआत हुई है - अभी तो बहुत कुछ बाकी है।

vamsi Pandala

vamsi Pandala

क्या ये जीत है? बस एक ग्रुप मैच। लक्ष्य को तो अभी तक टॉप 20 में नहीं जा पाया। और ये लोग इतना चिल्ला रहे हैं जैसे ओलंपिक गोल्ड जीत लिया हो। अरे यार, ये सब ट्रेंड है। असली खेल तो अभी बाकी है।

nasser moafi

nasser moafi

अरे भाई, लक्ष्य का ये खेल देखो - ये तो भारत की नई पहचान है! अब तो हर जगह ये बोल रहे हैं कि बैडमिंटन भारत का खेल है। पीवी सिंधु के बाद ये लड़का तो एक नया ब्रांड बन गया। अब तो इसके लिए एक फिल्म भी बन जाए! 🎬🇮🇳

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