लक्ष्य सेन का ओलंपिक में शानदार पदार्पण, केविन कडर्न को सीधे गेमों में हराया
लक्ष्य सेन का ओलंपिक में शानदार पदार्पण
भारतीय शटलर लक्ष्य सेन ने पेरिस ओलंपिक 2024 में अपने अभियान की जोरदार शुरुआत की। उन्होंने ग्वाटेमाला के केविन कडर्न को गुरुवार को हुए पुरुष एकल बैडमिंटन मैच में सीधे गेमों में 21-8, 22-20 से पराजित किया। 22 वर्षीय सेन, जो कि 2022 राष्ट्रमंडल खेलों के स्वर्ण पदक विजेता और 2021 विश्व चैंपियनशिप के कांस्य पदक विजेता हैं, ने पहले गेम में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया और केवल 14 मिनट में 21-8 से जीत हासिल की।
पहले गेम में दबदबा
पहले गेम में लक्ष्य सेन ने अपने खेल की ताकत का बेहतरीन प्रदर्शन किया। कोर्ट पर उनकी तेज चाल, सटीक शॉट्स और अद्भुत रणनीति ने केविन कडर्न को पूरी तरह से दबाव में रखा। केविन के पास सेन के तेजतर्रार खेल का कोई जवाब नहीं था और 14 मिनट के भीतर ही सेन ने गेम को अपने नाम कर लिया। सेन के खेल की तेजी और अग्रेसिव अप्रोच ने सभी को प्रभावित किया।
दूसरे गेम में कड़ी टक्कर
दूसरे गेम में केविन कडर्न ने मजबूत प्रतिरोध दिखाया। उन्होंने सेन के खिलाफ काफी सधी हुई रैली की और अंक लेने की कोशिश की। गेम का स्कोर 22-20 तक पहुंच गया, लेकिन सेन ने अपनी नसों पर काबू रखते हुए और संयम से खेलते हुए इस गेम को भी जीत लिया। सेन के इस दमदार प्रदर्शन ने भारतीय खिलाडियों के आत्मविश्वास को काफी बढ़ाया है। इस जीत के बाद सेन अब सोमवार को अपने दूसरे ग्रुप मैच में बेल्जियम के जूलियन कारागी से भिड़ेंगे।
भारतीय बैडमिंटन दल की उम्मीदें
पेरिस ओलंपिक में भारत के बैडमिंटन दल की उम्मीदें लक्ष्य सेन पर टिकी हैं, लेकिन सेन के अलावा अन्य भारतीय खिलाड़ी भी अपनी चुनौती पेश कर रहे हैं। पुरुष युगल में सात्विकसैराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी, महिला एकल में पीवी सिंधु, और महिला युगल में तनिषा क्रास्टो और अश्विनी पोनप्पा भारतीय दल का हिस्सा हैं। पीवी सिंधु, जो पहले ही कई महत्वपूर्ण टूर्नामेंट्स में अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए जानी जाती हैं, भारतीय दल की प्रमुख चुनौतीकार हैं।
सेन की इस शानदार जीत के बाद भारतीय प्रशंसकों में उत्साह का माहौल है। भारतीय बैडमिंटन संघ ने भी सेन की इस जीत पर उन्हें बधाई दी है और उम्मीद जताई है की वह आने वाले मैचों में भी इसी प्रकार से शानदार प्रदर्शन करेंगे। अगले मैच में सेन के प्रदर्शन पर सभी की निगाहें रहेंगी।
लक्ष्य सेन की तैयारी
इस जीत के पीछे सेन की कठोर मेहनत और उनकी अद्वितीय तैयारी है। सेन ने पिछले कुछ महीनों में लगातार कठिन प्रशिक्षण किया है। उनकी फिटनेस, एकाग्रता और खेल के प्रति समर्पण उन्हें इस मुकाम तक लेकर आया है। सेन की कोचिंग टीम ने उनके खेल को और भी निखारने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है, और इस जीत ने भी यह साबित कर दिया है की उनके कोचिंग सेशन बुलंदियों पर पहुंच रहे हैं।
भारतीय खेल प्रेमियों की प्रतिक्रियाएं
लक्ष्य सेन की इस जोरदार जीत ने भारतीय खेल प्रेमियों को गर्व महसूस कराया है। सोशल मिडिया पर सेन के प्रशंसकों ने उन्हें बधाइयां दी हैं और उनकी आगे की यात्रा के लिए शुभकामनाएं दी हैं। यहां तक कि पूर्व भारतीय खिलाड़ी और कोच भी सेन की इस शानदार प्रदर्शन की तारीफ कर रहे हैं और उन्हें ओलंपिक में और भी ऊचे मुकाम हासिल करने की दुआएं दे रहे हैं।
आखिरकार, पेरिस ओलंपिक में भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी का यह प्रदर्शन न केवल खेल प्रेमियों के लिए गर्व का विषय है, बल्कि यह आने वाली पीढ़ी के खिलाड़ियों को भी प्रोत्साहित करेगा। लक्ष्य सेन की जीत भारतीय बैडमिंटन के इतिहास में एक और महत्वपूर्ण अध्याय जोड़ने जा रही है। सभी खेल प्रेमियों की नजर अब उनके अगले मैच पर टिकी है और उम्मीद है कि सेन एक बार फिर अपनी माहिराना खेल दिखाएंगे।
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