बीसीसीआई ने आधिकारिक रूप से अक्टूबर 2025 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ निर्धारित दो‑माँची टेस्ट श्रृंखला के लिए भारतीय टीम की सूची जारी की। इस बार सबसे बड़ी खबर यह है कि शुबमन गिल को भारतीय टेस्ट टीम का नया कप्तान चुना गया है, जबकि अनुभवी ऑल‑राउंडर रविन्द्र जडेजा को उप‑कप्तान नियुक्त किया गया है। यह निर्णय भारतीय टेस्ट क्रिकेट में एक नई दिशा का संकेत देता है, जहाँ युवा ऊर्जा और अनुभवी नेतृत्व का मिश्रण देखने को मिलेगा।
नया नेतृत्व और टीम में बदलाव
गिल की कप्तानी के साथ, टीम चयन में कई प्रमुख बदलाव देखे जा रहे हैं। जडेजा का उप‑कप्तान बनना टीम की फील्डिंग और स्पिनिंग विभाग में स्थिरता लाने का प्रयास है। बल्लेबाज़ी लाइन‑अप में यशस्वी ज aiswal, देवदत्त पडिक्कल और KL राहुल को शामिल किया गया है, जहाँ पडिक्कल का पुनः चयन विशेष रूप से ध्यान आकर्षित कर रहा है। पिच‑साइड पर दो विकेट‑कीपर्स, नारायण जगदेवन और ध्रुव जुरेल, दोनों को बेंच पर रखा गया है, जिससे बैक‑अप की गारंटी मिलती है।
- शुबमन गिल (कप्तान)
- रविन्द्र जडेजा (उप‑कप्तान)
- जसप्रीत बुमराह
- यशस्वी जaiswal
- नारायण जगदेवन (विकेट‑कीपर)
- ध्रुव जुरेल (विकेट‑कीपर)
- प्रसिध कृष्णा
- नितीश कुमार रेड्डी
- देवदत्त पडिक्कल
- अक्सर पटेल
- KL राहुल
- मोहम्मद सिराज
- साई सुधर्सन
- वॉशिंगटन सुण्डर
- कुलदीप यादव
हालाँकि, टीम में कई चमकीले सितारे नहीं हैं। सरफराज़ खान को बाहर रखा गया है, जिससे बीसीसीआई को उनके चयन के बारे में सवालों का सामना करना पड़ रहा है। इसके अलावा, कुछ अनुभवी खिलाड़ियों की अनुपस्थिति ने टीम में नई युवा ऊर्जा के उभरने का द्वार खोला है।
टेस्ट श्रृंखला का टाइम‑टेबल और स्थल
दोनों टेस्ट मैच विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप (2025‑2027) के हिस्से के रूप में खेले जाएंगे। पहली कड़ी 2 से 6 अक्टूबर तक अहमदाबाद के नज़रियाज हलीफ स्टेडियम में आयोजित होगी, जबकि दूसरी कड़ी 10 से 14 अक्टूबर तक दिल्ली के दुबई अंतर्राष्ट्रीय स्टेडियम (नया नाम) में होगी। मूल रूप से यह मैच कोलकाता में होना था, परन्तु जून 2025 में स्थल बदलकर दिल्ली कर दिया गया। इस बदलाव ने दिल्ली के प्रशंसकों को खुशी दी है, क्योंकि वे अपने शहर में अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट देख सकेंगे।
वेस्ट इंडीज की ओर से टीम का नेतृत्व कप्तान रोस्टन चेसे करेंगे, जिनके साथ उप‑कप्तान जॉमेल वारिकन रहेंगे। दोनों ही तेज़ी से उभरते खिलाड़ी हैं, और भारतीय टीम के सामने नई रणनीति और ढाल की परीक्षा रखेंगे। इस श्रृंखला को भारतीय क्रिकेट के संक्रमणकाल के रूप में देखा जा रहा है, जहाँ नई नेतृत्व शैली को लागू किया जाएगा, और युवा खिलाड़ियों को बड़े मंच पर अनुभव दिलाया जाएगा।
Rutuja Ghule
शुबमन गिल को कप्तान बनाना एक अनिवार्य गलती है। उनकी टेस्ट औसत अभी भी 35 के आसपास है, और वे कभी भी एक नेता के रूप में अपनी टीम को दबाव में निकालने की क्षमता नहीं रखते। यह फैसला बीसीसीआई के बाजारीय विचारों का परिणाम है, न कि क्रिकेट के तर्क का।
vamsi Pandala
gill ko captain banaya?? yrr kya bakwas hai ye team me koi bhi experience wala nahi hai... bummerah toh abhi bhi fit hai phir bhi nahi daala??
nasser moafi
ये टीम देखकर मुझे लगा कि भारत ने अपनी टेस्ट टीम को एक नए युग की ओर ले जाने का फैसला किया है 🇮🇳🔥 यशस्वी, पडिक्कल, सुधर्सन - ये लोग तो बस बाहर आ रहे हैं अपने असली रूप में। जडेजा उपकप्तान? बिल्कुल सही फैसला। ये टीम जीतेगी नहीं, बल्कि इतिहास बनाएगी।
Saravanan Thirumoorthy
हमारी टीम में सरफराज को नहीं रखा गया तो क्या हुआ ये बच्चों की टीम है लेकिन ये बच्चे भारत के लिए लड़ेंगे और जीतेंगे और वेस्ट इंडीज को धूल चटाएंगे
Tejas Shreshth
इस निर्णय के पीछे एक गहरी दर्शनिक गहराई है - युवा को नेतृत्व देना न केवल एक रणनीति है, बल्कि एक अस्तित्वगत अपेक्षा है। गिल की शांत आत्मा, जडेजा के अनुभव के साथ मिलकर, एक नए सांस्कृतिक रूप का संकेत देती है जहाँ अहंकार की जगह संयम आता है। लेकिन क्या बीसीसीआई को यह जानने की आवश्यकता थी कि आज का युवा भारत अपने अतीत के दौर को नहीं दोहराना चाहता?
sarika bhardwaj
विकेटकीपिंग में दो विकेटकीपर्स का चयन एक बहुत ही अनावश्यक डुप्लीकेशन है। यह एक रिसोर्स वेस्टेज है। जगदेवन या जुरेल - केवल एक ही चुनना चाहिए था। इस तरह की गलतियाँ टीम की स्ट्रैटेजिक इंटेलिजेंस को दर्शाती हैं।
Dr Vijay Raghavan
जिसने दिल्ली को चुना वो जानता था कि भारतीय क्रिकेट का दिल अब उत्तर भारत में है। कोलकता की बजाय दिल्ली? बेहतर फैसला। और गिल की कप्तानी? अगर वो अपने बल्ले से दिखा दे तो ये टीम विश्व चैम्पियनशिप जीत सकती है।
Hitendra Singh Kushwah
शुबमन गिल को कप्तान बनाना एक ऐसा रिस्क है जिसे कोई नहीं ले सकता। यह निर्णय भारतीय क्रिकेट के इतिहास में एक निर्णायक मोड़ होगा - या फिर एक विशाल गलती। अगर वो अगले दो मैचों में 50+ बनाते हैं तो ये टीम एक नई शक्ति बन जाएगी। अगर नहीं... तो हम फिर से वापस आएंगे उन्हीं नेताओं की तलाश में जिन्होंने हमें इतना लंबा समय तक खुश रखा।