पश्चिम बंगाल के दो चेहरे: शान्तनु ठाकुर और सुकान्त मजूमदार बने मंत्री
पश्चिम बंगाल के चेहरे: शान्तनु ठाकुर और सुकान्त मजूमदार की नियुक्ति
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में तीसरी एनडीए सरकार ने पश्चिम बंगाल से दो महत्वपूर्ण चेहरों को केंद्रीय मंत्रिपरिषद में शामिल किया है। बोंगांव के सांसद शान्तनु ठाकुर और बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष सुकान्त मजूमदार को राज्य मंत्री के पद पर नियुक्त किया गया है। इस कदम से पश्चिम बंगाल के राजनीतिक परिदृश्य में एक नई परिवर्तन की संभावना उत्पन्न हो गई है।
शान्तनु ठाकुर की भूमिका
बोंगांव के सांसद शान्तनु ठाकुर पहले से ही मंत्री के रूप में सेवा कर रहे थे। उन्हें पहले 2021 में बंदरगाह, शिपिंग और जलमार्ग मंत्रालय में राज्य मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया था। ठाकुर ने बताया कि वे किसी भी नई जिम्मेदारी को स्वीकार करने के लिए तैयार हैं। उनका कहना है कि उन्होंने मंत्री बनने की आशा में काम नहीं किया था बल्कि पार्टी की सेवा में तत्पर रहना ही उनका उद्देश्य रहा है।
सुकान्त मजूमदार की नई जिम्मेदारी
बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष सुकान्त मजूमदार को मोदी सरकार में राज्य मंत्री के तौर पर शामिल किया गया है। मजूमदार की नियुक्ति के कारण बंगाल बीजेपी को नए अध्यक्ष की आवश्यकता होगी, जिसे पार्टी के संविधान के अनुसार पूरा करने में लगभग दो महीने का समय लगेगा। मजूमदार ने 2021 में दिलीप घोष की जगह लेते हुए बंगाल बीजेपी की अध्यक्षता संभाली थी। मजूमदार ने बताया कि यह पहली बार है जब बालुरघाट को केंद्रीय स्तर पर एक मंत्री मिलेगा और वे किसी भी विश्वास के साथ कोई भी जिम्मेदारी निभाने के लिए सर्वदा तैयार हैं।
दोनों नेताओं की बातचीत
शान्तनु ठाकुर और सुकान्त मजूमदार को रविवार सुबह मोदी के निवास पर चाय पर बातचीत के दौरान उनके चयन के बारे में सूचित किया गया। इस मौके पर उन्होंने मोदी के साथ बंगाल के मुद्दों पर अनौपचारिक बातें भी कीं। दोनों नेताओं ने इस बात पर जोर दिया कि वे पार्टी और सरकार की किसी भी जिम्मेदारी को निभाने के लिए तत्पर हैं।
पश्चिम बंगाल और एनडीए सरकार
पश्चिम बंगाल से दो मंत्रियों की नियुक्ति ये संकेत करता है कि एनडीए सरकार राज्य के मुद्दों पर विशेष ध्यान दे रही है। हाल के चुनावों में बीजेपी ने बंगाल में महत्वपूर्ण प्रदर्शन किया है और इस निर्णय से यह भी साफ होता है कि पार्टी राज्य में अपनी जड़ें और गहरी करने का प्रयास कर रही है।
भविष्य की जिम्मेदारियाँ
अब सुकान्त मजूमदार और शान्तनु ठाकुर पर यह जिम्मेदारी है कि वे अपने नए मंत्री पद के माध्यम से पश्चिम बंगाल के विकास और समस्याओं के समाधान की दिशा में ठोस कदम उठाएं। इसे देखते हुए राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इन दोनों नेताओं का मंत्री बनना पश्चिम बंगाल के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है।
इस नियुक्ति के बाद बंगाल के विकास के लिए नई संभावनाएं खुल सकती हैं और इससे राज्य की जनता को भी लाभ मिल सकता है।
अपनी टिप्पणी टाइप करें
आपका ई-मेल पता सुरक्षित है. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं (*)