नारायण जगदीशन को रिषभ पंत की जगह टेस्ट चयन, इंडिया बनाम इंग्लैंड अंतिम टेस्ट
पैरामर्शी चोट और टीम में बदलाव
रिषभ पंत ने 23 जुलाई को फुट में चोट लगने के बाद अंतिम टेस्ट से बाहर हो गया, जिससे भारतीय चयनकों को तुरंत विकल्प खोजना पड़ा। इंजन की तरह खेलते पंत की अनुपस्थिति भारत के मध्य‑क्रम और विकेटकीपिंग दोनों को प्रभावित करती है, इसलिए टीम ने भरोसेमंद घरेलू खिलाड़ी को बुलाने का फैसला किया।
नारायण जगदीशन को इस स्थिति में बैक‑अप के तौर पर इंग्लैंड की द ओवल में जाने का निमंत्रण मिला। यह उनका प्रथम टेस्ट कॉल‑अप है और वे 52 फर्स्ट‑क्लास मैचों में 3,373 रन का मजबूत रिकॉर्ड लेकर आए हैं।

जगदीशन की संभावनाएँ और टीम स्ट्रेटेजी
जगदीशन ने पिछले वर्षों में चैंइ टेक्निकल रूप से कड़ी मेहनत की है और CSK के साथ आईपीएल में कई हाई‑प्रेसर सिचुएशन देखे हैं। इस अनुभव से अगर उन्हें मैदान में उतारा गया तो भारत को स्टंप की सुरक्षा में अतिरिक्त भरोसा मिलेगा। फिर भी टीम मैनेजमेंट ने स्पष्ट किया है कि ध्रुव जुरेल मुख्य विकेटकीपर बने रहेंगे, जबकि जगदीशन को सभी स्थितियों में कैप्चर और स्टंपिंग का समर्थन करना होगा।
पिछले सीज़न में पंत की बार‑बार फिंगर और फुट की चोटें टीम की निरंतरता पर असर डालती रही थीं। अब जब पंत पूरी तरह से बाहर हैं, तो कोचिंग स्टाफ को बैटिंग क्रम को पुनः स्थिर करना पड़ेगा। जगदीशन का फॉर्म और तकनीकी निपुणता उन्हें एक संभावित लोअर‑ऑर्डर विकल्प बनाती है, अगर जुरेल को कोई वीकेट‑कीपिंग असाइनमेंट मिले तो।
भारत‑इंग्लैंड सीरीज़ की अंतिम टर्मिनल इस बात पर निर्भर करेगी कि बल्लेबाजी में कितनी गहराई और विकेटकीपिंग में कितनी स्थिरता बनी रहती है। जगदीशन की उपस्थिति से चयनकों को बैक‑अप विकल्प मिल गया है, जिससे टीम को मन की शांति रहती है और वे अधिक आक्रामक रणनीति अपना सकते हैं।
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