प्रधानमंत्री मोदी ने NDA सरकार गठन से पहले LK आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी से की मुलाकात
प्रधानमंत्री मोदी की वरिष्ठ भाजपा नेताओं से मुलाकात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को वरिष्ठ भाजपा नेता LK आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी से मुलाकात की। इस मुलाकात में उन्होंने अपने पुराने सहयोगियों का धन्यवाद और सम्मान जताया। प्रधानमंत्री मोदी के अनुसार, आडवाणी और जोशी ने पार्टी को सही दिशा में आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
प्रधानमंत्री का यह कदम, पार्टी और वरिष्ठ नेताओं के प्रति उनके सम्मान को दिखाता है। इससे भाजपा और उसके नेतृत्व की अंदरूनी मजबूती का भी संकेत मिलता है।
NDA गठबंधन की ताकत का संदेश
प्रधानमंत्री मोदी ने एनडीए गठबंधन के नेताओं और नव-निर्वाचित सांसदों का धन्यवाद किया। उन्होंने एनडीए की ताकत और भारतीय लोकतंत्र की मजबूती पर जोर दिया। मोदी ने बताया कि मौजूदा समय में एनडीए 22 राज्यों में सरकार चला रही है, जिसमें सात आदिवासी बहुल राज्य भी शामिल हैं।
यह संख्याएं न सिर्फ एनडीए की लोकप्रियता को दर्शाती हैं, बल्कि इन राज्यों में जारी विकास कार्यों का भी प्रमाण हैं। मोदी ने कहा कि राजनीतिक स्थिरता और विकास के मामले में एनडीए का कोई जवाब नहीं है।
विपक्ष पर साधा निशाना
प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष पर ईवीएम के दुरुपयोग का आरोप लगाकर लोकतंत्र को कमजोर करने की कोशिश की आलोचना की। उन्होंने कहा कि विपक्ष अपनी हार मानने के बजाय, ईवीएम पर सवाल उठाकर जनता के जनादेश का अपमान कर रहा है।
यह मुद्दा पिछले कुछ चुनावों से लगातार चर्चा में है और इससे चुनावी प्रक्रिया की पारदर्शिता और भरोसेमंदता पर सवाल उठते हैं। मोदी ने स्पष्ट किया कि भारतीय लोकतंत्र और उसकी साख को कोई खतरा नहीं है और चुनाव आयोग की स्वतंत्रता और निष्पक्षता पर उन्हें पूरा भरोसा है।
राष्ट्रपति से मिलकर सरकार बनाने का दावा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एनडीए के अन्य घटक दलों ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलकर सरकार बनाने का दावा प्रस्तुत किया। लोकसभा में एनडीए के पास 293 सीटों का बहुमत है, जो सरकार गठन के लिए आवश्यक है।
प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में एनडीए सरकार का यह तीसरा कार्यकाल होगा। इससे पहले भी एनडीए सरकार ने देश में विकास और कल्याणकारी योजनाओं को लागू किया है। अब नए कार्यकाल में भी इसी दिशा में निरंतर प्रयास किए जाएंगे।
एसोसिएट्स के प्रति आभार
मोदी ने एनडीए के सभी घटक दलों और नेताओं का धन्यवाद किया। उन्होंने सभी से सहयोग और समर्पण की उम्मीद जताई। उनके अनुसार, राजनीतिक स्थिरता और सद्भावना के साथ ही देश का विकास संभव है।
यह मुलाकात और मोदी का उद्बोधन संकेत हैं कि आने वाले वर्षों में भी भारतीय राजनीति में एनडीए का प्रमुख स्थान बना रहेगा। एनडीए के प्रति जनता का यही विश्वास उसे बार-बार सत्ता में लाता रहा है।
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