डीवाई चंद्रचूड़ – क्या है ये टैग और क्यों पढ़ें?

अगर आप हिन्दी में रोज़ाना समाचार पढ़ते हैं, तो "डीवाई चंद्रचूड़" टैग आपके लिये एक ख़ास जगह बन गया है। इस टैग में सबसे ताज़ा भारत‑वाइब वाले लेख, मौसम रिपोर्ट, खेल की बड़ी ख़बरें और मनोरंजन की झलकियां मिलती हैं। इसे फॉलो करने से आप हर दिलचस्प अपडेट को मिस नहीं करेंगे।

टैग में सबसे ज़्यादा पढ़े जाने वाले विषय

सबसे पहले बात करते हैं मौसम की। यूपी और उत्तर प्रदेश के मौसम की ताज़ा प्रेडिक्शन, जैसे 30 अगस्त 2025 को होगा तेज़ बारिश या लू की स्थिति, इस टैग में मौजूद हैं। इन लेखों में तापमान, बारिश की चेतावनी और यात्रा की सलाह भी दी गई है, जिससे आप अपनी योजना बना सकें।

खेल के प्रेमियों के लिये भी यहाँ भरपूर सामग्री है – क्रिकेट में कोलिन मुनरो का शतक, बुमराह की वापसी, आईपीएल के रोचक मैच रिव्यू और टेनिस में नवाक जोकोविच की जीत जैसी खबरें। ये सब लेख आपको खेल की दुनिया की नई‑नई ख़बरें बिना किसी झंझट के दे देते हैं।

मनोरंजन, बॉक्स ऑफिस और सितारों की झलक

फिल्मों के दीवाने इस टैग में विक्की कौशल की "छावा" की बॉक्स‑ऑफ़ कलेक्शन, शाहरुख खान की नई फ़िल्म "किंग" के सेट अपडेट और टॉप बॉलिवुड गॉसिप पढ़ सकते हैं। प्रत्येक लेख में बॉक्स‑ऑफ़ आंकड़े, कलाकारों की जानकारी और फिल्म की कहानी की छोटी झलक मिलती है।

व्यापारी और निवेशकों के लिये भी कुछ काम की खबरें हैं – जैसे जोमाटो की वित्तीय रिपोर्ट, बेजोस की वैवाइपी शादी की तैयारी, और कई बड़े ब्रांड्स की नई रणनीतियाँ। संक्षिप्त भाषा में समझाए गए इन लेखों से आपको व्यापार की दिशा का अंदाज़ा मिल सकता है।

तो अब जब आप जानते हैं कि "डीवाई चंद्रचूड़" टैग में क्या-क्या है, तो रोज़ाना इस पेज को विज़िट करके अपनी जानकारी को अपडेट रखें। चाहे मौसम हो, खेल हो, फिल्म हो या बिज़नेस – सब कुछ एक ही जगह मिलेगा, बिना किसी उलझन के। पढ़ते रहें, सीखते रहें, और हर ख़बर का फ़ायदा उठाते रहें।

डीवाई चंद्रचूड़ का उदय और पतन: भारतीय न्यायपालिका में उदार विचारधारा पर संकट

नवंबर 9 Roy Iryan 0 टिप्पणि

मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ के इर्दगिर्द विवाद ने भारतीय न्यायपालिका और उदार आंदोलन पर गहरा प्रभाव डाला है। इंदिरा जयसिंह और द कारवां मैगजीन द्वारा की गई आलोचनाएं उनके न्यायिक फैसलों पर सवाल उठाती हैं, खासकर जब मोदी सरकार के पक्ष में उन्हें दिखाया गया। इस विवाद ने न्यायपालिका की निष्पक्षता और उदार आलोचना की सीमाओं को लेकर महत्वपूर्ण चर्चा शुरू की है।