इलेक्ट्रिक स्कूटर – क्या क्यूँ चुनें, कैसे चुनें?
अगर सड़कों पर भीड़ है, पेट्रोल का बिल बढ़ रहा है या आप पर्यावरण के लिए कुछ करना चाहते हैं, तो इलेक्ट्रिक स्कूटर एक बढ़िया विकल्प है। ये छोटे, हल्के और पैसों में भी किफायती होते हैं। लेकिन जेतना आसान लगता है, उतना ही सही जानकारी चाहिए। इस लेख में हम इलेक्ट्रिक स्कूटर के मुख्य फायदे, खरीदते समय किन बातों पर ख़ास ध्यान दें और इनमें रखरखाव कैसे करें, सब समझेंगे।
इलेक्ट्रिक स्कूटर के प्रमुख फायदे
1. कम खर्च – पेट्रोल या डीज़ल की बजाय बिजली चलती है, इसलिए औसत चलाने का खर्च 5-6 किमी पर मात्र 5‑10 रुपये रहता है।
2. पर्यावरण‑मित्र – कोई धुआँ नहीं, CO₂ उत्सर्जन न्यूनतम, इसलिए शहर की हवा साफ़ रहती है।
3. कम रखरखाव – इंजन, तेल या क्लच नहीं, इसलिए सर्विसिंग कम होती है। बेसिक देखभाल में बैटरी व चार्जर की जाँच ही काफी है।
4. फ्लेक्सिबल राइड – छोटे‑छोटे रास्तों पर भी जल्दी‑जल्दी मोड़ सकते हैं, ट्रैफ़िक जाम में फँसे बिना आगे‑पीछे हो सकते हैं।
5. सस्ता पार्किंग – एक दो-अधीक बैक‑पैक्स को छोड़कर आप इसे घर के सामने या ऑफिस की जगह में आसानी से रख सकते हैं।
सही मॉडल कैसे चुनें?
जब आप इलेक्ट्रिक स्कूटर खरीदने की सोचें, तो इन पाँच चीज़ों को देखें:
1. बैटरी रेंज – अधिकांश भारतीय मॉडल 40‑100 किमी की रेंज देते हैं। अगर आपका रोज़ाना ट्रैफ़िक 30‑40 किमी है, तो 40 किमी रेंज वाला ठीक रहेगा। लंबी यात्रा के लिए 80‑100 किमी रेंज की स्कूटर चुनें।
2. चार्जिंग टाइम – दो घंटे में फुल चार्ज होने वाली बैटरियां बेहतर हैं। कुछ मॉडल में फास्ट‑चार्जर विकल्प भी मिलता है, जो 30‑40 मिनट में बैटरी 80% तक भर देता है।
3. माइलेज और मोटर पावर – 250 W या 350 W मोटर वाले स्कूटर हाईवे पर भी आराम से चल सकते हैं। अगर शहर के अंदर ही इस्तेमाल करेंगे, तो 250 W पर्याप्त है।
4. बिल्ड क्वालिटी – फ्रेम की सामग्री (अल्यूमिनियम या स्टील) देखिए। हल्का लेकिन मजबूत फ्रेम मँहगा हो सकता है, पर सवारी में आराम देता है।
5. आफ्टर‑सेल्स सर्विस – भारत में सर्विस सेंटर्स की उपलब्धता, वारंटी अवधि (आमतौर पर 1‑2 साल) और स्पेयर पार्ट्स की सप्लाई देखना ज़रूरी है। अगर आपके शहर में आधिकारिक डीलर नहीं है, तो ऑनलाइन रिव्यू और यूज़र फीडबैक से मदद ले सकते हैं।
कुछ लोकप्रिय भारतीय इलेक्ट्रिक स्कूटर ब्रांड में एवरिज़, प्लग इन इंडिया, ओलेक्स और ओडॉर शामिल हैं। इनके मॉडल रेंज, कीमत और फीचर मैट्रिक्स अलग‑अलग है, इसलिए अपने बजट (₹15,000‑₹55,000) और उपयोग के हिसाब से तुलना करें।
खरीदने के बाद बैटरी को 20‑80% के बीच रखना अच्छा रहता है, ताकि लाइफ़ बढ़े। हर महीने एक बार बैटरी टर्मिनल को साफ़ करें, और भारी बारिश में स्कूटर को धूप से बचाकर रखें। अगर मैन्युअल में स्याही के निशान या गंदगी देखी जाए, तो हल्के टॉट वाइप से पोंछ दें।
अंत में, याद रखें – इलेक्ट्रिक स्कूटर सिर्फ एक सवारी नहीं, बल्कि एक लाइफ़स्टाइल विकल्प है। सही मॉडल चुनें, नियमित देखभाल रखें और आप भी ट्रैफ़िक तनाव से फ्री, कम खर्च वाले सफ़र का आनंद ले सकते हैं।
ओला इलेक्ट्रिक ने गिग वर्कर्स और शहरी यात्रियों की जरूरतों को पूरा करने के लिए अपनी नई इलेक्ट्रिक स्कूटर रेंज लॉन्च की है। इसमें ओला गिग, ओला गिग+, ओला S1 Z, और ओला S1 Z+ शामिल हैं। ये स्कूटर्स विभिन्न गति और बैटरी क्षमताओं के साथ आते हैं जो व्यक्तिगत और व्यावसायिक उपयोग दोनों के लिए अनुकूल हैं। इस लॉन्च के जरिए ओला इलेक्ट्रिक ने ईवी गोद लेने में तेजी लाने का लक्ष्य रखा है।