ईरान रिवोल्यूशनरी गार्ड: इतिहास, भूमिका और नवीनतम अपडेट

ईरान रिवोल्यूशनरी गार्ड, यानी IRGC, 1979 की इस्लामी क्रांति के बाद बना एक विशिष्ट सैन्य‑सुरक्षा बल है। यह केवल एक सेना नहीं, बल्कि राजनीति, अर्थव्यवस्था और विदेशी नीति में गहरी भूख रखता है। अगर आप इस बल के बारे में थोड़ा‑बहुत जानना चाहते हैं तो नीचे पढ़िए, ये जानकारी आपके लिए आसान और तेज़ होगी।

IRGC का इतिहास और संरचना

क्रांति के तुरंत बाद, मौजूदा शाही सेना पर भरोसा नहीं था, इसलिए नई शक्ति की जरूरत महसूस हुई। 1979 में IRGC स्थापित हुआ और इसका मुख्य मकसद क्रांति को बचाना, अंदर‑बाहर की धड़पी को रोकना था। आज यह दो मुख्य शाखाओं में बँटा है: (1) सेना (Artesh) जो पारंपरिक बॉर्डर सुरक्षा संभालती है, और (2) रिवोल्यूशनरी गार्ड जो वैचारिक और रणनीतिक मिशन करता है।

रिवोल्यूशनरी गार्ड के तहत अलग‑अलग इकाइयाँ हैं – बेशक, क़ुद्सी लेजर (Quds Force) विदेश में कार्य करती है, जबकि बेसमेंट फोर्ट्रेस (Basij) घरेलू सुरक्षा में भारी हाथ रखता है। ये सब मिलकर IRGC को सैन्य, सामाजिक और आर्थिक रूप से बहुत ताकतवर बनाते हैं।

IRGC की वर्तमान स्थिति और अंतरराष्ट्रीय प्रभाव

पिछले कुछ सालों में IRGC कई अंतरराष्ट्रीय विवादों में शामिल रहा है। अमेरिका, यूरोपीय संघ और कई अन्य देशों ने इस पर कई प्रतिबंध लगाए हैं। ये प्रतिबंध मुख्य रूप से IRGC‑से जुड़े कंपनियों, बैंकों और व्यक्तियों पर हैं।

आर्थिक रूप से IRGC के पास तेल, निर्माण, मोबाइल नेटवर्क और कई बड़े प्रोजेक्ट्स में हिस्सेदारी है। इस वजह से यह सिर्फ एक सैन्य दल नहीं, बल्कि एक आर्थिक शक्ति भी बन गया है। अक्सर विदेशी निवेशकों को इस पर ध्यान देना पड़ता है, नहीं तो उन्हें अनजाने में प्रतिबंध‑शुल्क में फँस सकते हैं।

भौगोलिक रूप से IRGC की पहुंच मध्य‑पूर्व में बहुत व्यापक है। इराक, सीरिया, लेबनान और यमन में इसके सहयोगी समूहों के साथ मिलकर रणनीतिक ढांचा तैयार करती है। इस कारण इज़राइल और कुछ अन्य देशों के साथ झड़पें अक्सर उभरती रहती हैं।

अगर आप IRGC के नवीनतम समाचार चाहते हैं तो यह समझना ज़रूरी है कि आधिकारिक इरानी चैनलों के अलावा अंतरराष्ट्रीय ख़बरें, विशेषज्ञ विश्लेषण और स्वतंत्र रिसर्च संस्थानों की रिपोर्टें भी मददगार होती हैं। नियमित रूप से भरोसेमंद स्रोतों से अपडेट लेनी चाहिए।

संक्षेप में, IRGC सिर्फ एक सेना नहीं बल्कि एक जटिल नेटवर्क है जो सैन्य, आर्थिक और राजनीतिक तीनों पहलुओं को जोड़ता है। इसकी गतिविधियों को समझना आपके लिए अंतरराष्ट्रीय संबंधों, व्यापार या सिर्फ सामान्य जानकारी के लिए लाभदायक हो सकता है। इस टैग पेज पर आप IRGC से जुड़ी ताज़ा खबरें, गहरा विश्लेषण और उपयोगी टिप्स पा सकते हैं।

तेहरान में हमास के नेता इस्माइल हनीया की हत्या, ईरान के अर्धसैनिक रिवोल्यूशनरी गार्ड का दावा

जुलाई 31 Roy Iryan 0 टिप्पणि

हमास के नेता इस्माइल हनीया की तेहरान में हत्या कर दी गई है। ईरान के अर्धसैनिक रिवोल्यूशनरी गार्ड ने इस हत्या की जिम्मेदारी ली है। हनीया 31 जुलाई 2024 को तेहरान में नए राष्ट्रपति मसूद पेज़ेश्कियन के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने गए थे। हमास ने इस हमले के लिए इसराइल को जिम्मेदार ठहराया है।