तेहरान में इस्माइल हनीया की हत्या
हमास के नेता इस्माइल हनीया की तेहरान में हत्या कर दी गई है। यह दावा ईरान के अर्धसैनिक रिवोल्यूशनरी गार्ड ने किया है। हनीया 31 जुलाई 2024 को तेहरान में नए राष्ट्रपति मसूद पेज़ेश्कियन के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने गए थे। यह हत्या एक समय पर हुई है जब इसराइल और हमास के बीच तनाव पहले से ही बढ़ा हुआ है।
हमास ने इसराइल को ठहराया जिम्मेदार
हनीया की हत्या के बाद हमास ने इसराइल को जिम्मेदार ठहराया है। हमास ने बयान में कहा है कि यह हमला एक ज़ायोनी हवाई हमले द्वारा किया गया है, जिसमें हनीया की तेहरान स्थित आवास पर हमला किया गया। इसराइल ने पहले भी हनीया और अन्य हमास नेताओं के खिलाफ कठोर कार्रवाई की धमकी दी थी। 7 अक्टूबर को हमास के एक हमले के जवाब में, जिसमें 1,200 लोगों की मौत हो गई थी और 250 से अधिक लोग बंधक बना लिए गए थे, इसराइल ने व्यापक जवाबी हमले का वचन दिया था।
इसराइल की मौन प्रतिक्रिया
हालांकि इसराइली खुफिया एजेंसी मोसाद पर अक्सर इस तरह के ऑपरेशनों को अंजाम देने का आरोप लगाया जाता है, लेकिन इसराइल ने हनीया की हत्या पर कोई टिप्पणी नहीं की है। हनीया 2019 से कतर में निर्वासन में रह रहे थे। इस वर्ष अप्रैल में गाज़ा में इसराइली हवाई हमले में हनीया के तीन बेटों और चार पोतों की भी हत्या कर दी गई थी।
संयुक्त राज्य अमेरिका की प्रतिक्रिया
इस स्थिति में बिडेन प्रशासन वार्ता के माध्यम से संघर्ष को सुलझाने का प्रयास कर रहा है। संयुक्त राज्य अमेरिका, इसराइल, कतर और मिस्र के साथ मिलकर संघर्ष विराम और बंधकों की रिहाई के लिए बातचीत कर रहा है। इस हत्या के बाद भी व्हाइट हाउस ने कोई टिप्पणी नहीं की है।
क्षेत्रीय घटनाएँ
हनीया की हत्या एक व्यापक संघर्ष का हिस्सा है। हाल ही में इसराइल द्वारा बेरूत में किए गए एक हवाई हमले में हिज्बुल्लाह के शीर्ष सैन्य कमांडर फ़ुआद शुकुर की हत्या कर दी गई थी। इस हमले में एक महिला और दो बच्चों सहित कई नागरिकों की भी मौत हो गई थी और दर्जनों लोग घायल हो गए थे।
फलस्तीन में बढ़ते हताहत
गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अक्टूबर के हमले के बाद से गाजा में 39,360 से अधिक फलस्तीनियों की मौत हो गई है और 90,900 से अधिक घायल हो गए हैं। यह बढ़ते तनाव और हिंसा का परिणाम है, जो क्षेत्र में स्थिति को और जटिल बना रहा है।
इस ताजा घटनाक्रम से इसराइल और हमास के बीच का संकट और गंभीर हो गया है। दोनों पक्षों के बीच जारी इस तनाव के बीच, हनीया की हत्या ने एक नया मोड़ ले लिया है।
rohit majji
ye toh bas ek aur ghatna hai... ab kya hoga? sabko laga tha ye baat thodi der tak ruk jayegi, lekin ab toh sab kuch phir se shuru ho gaya hai 😔
Prerna Darda
इस हत्या का राजनीतिक अर्थ बहुत गहरा है। हमास के नेतृत्व को निष्क्रिय करने से इजरायल का लक्ष्य गाजा में संगठित प्रतिरोध के आधार को तोड़ना है। यह एक स्ट्रैटेजिक डिक्लेयरेशन है, जिसमें अंतरराष्ट्रीय न्याय के नियमों को अनदेखा करके एक निश्चित राष्ट्रीय सुरक्षा अर्थव्यवस्था को प्राथमिकता दी जा रही है।
Ira Burjak
अरे भाई, ये तो बस एक और बड़ी चीज़ का इंतज़ार है... अब तो बस इंतज़ार है कि कौन अगला गायब होगा 😅
Haizam Shah
इजरायल का ये सब कुछ बस एक धमकी है। अगर तुमने कभी हमास के नेताओं को अपने शहर में आने दिया, तो तुम्हारा खुद का बचाव तुम्हें करना होगा। ये जंग नहीं, ये तो बस एक अपराधी का बहाना है।
Vipin Nair
इस हत्या के बाद अमेरिका का चुप रहना बहुत बात बन रही है। अगर ये सब न्याय का मामला है तो फिर ये चुप्पी क्यों? अगर ये राजनीति है तो फिर दुनिया को क्यों धोखा दिया जा रहा है
VIKASH KUMAR
मैं तो बस रो रहा हूँ... इतने बच्चे मारे गए... इतने घायल... और फिर भी कोई नहीं बोल रहा 😭😭😭
Uday Teki
सब बोल रहे हैं लेकिन कोई नहीं बता रहा कि अब क्या होगा... बस इतना जानते हैं कि अब तो और खून बहेगा 💔
Shardul Tiurwadkar
हनीया की मौत से बेहतर होता कि उसे बातचीत में लाया जाता... अब तो बस एक और बलिदान बढ़ गया। ये जंग जीतने की नहीं, बल्कि बर्बाद करने की है।
Devi Rahmawati
यह घटना अंतरराष्ट्रीय संबंधों के नियमों के विरुद्ध है। एक राष्ट्रीय नेता की अन्य देश में हत्या, चाहे वह कोई भी हो, एक अंतरराष्ट्रीय अपराध है। यह एक अत्यधिक गंभीर उल्लंघन है जिसके लिए जवाबदेही का निर्धारण किया जाना चाहिए।
Abhijit Padhye
सुनो भाईयों ये सब बहुत आसानी से नहीं चलेगा। हमास के नेता को मारने का मतलब है कि अब इसरायल के खिलाफ पूरी दुनिया जाग उठेगी। अब तो बस यही देखना है कि ईरान कितना जोर देता है। ये तो अब तीसरी विश्व युद्ध का पहला पड़ाव हो सकता है।