IMD की साइकलोन ‘शक्ति’ चेतावनी: महाराष्ट्र के 6 तटीय जिलों में तीव्र बारिश व तेज़ हवा
IMD ने साइकलोन ‘शक्ति’ को 3‑7 अक्टूबर के लिए महाराष्ट्र के 6 तटीय जिलों में चेतावनी जारी की; तेज़ हवाओं, खतरनाक लहरों और भारी बारिश से जीवन व संपत्ति पर खतरा।
जब बात साइकलोन शक्ति, 2021 में बंगाल की खाड़ी में बनकर तमिलनाडु और अंडमान‑निकोबार में बड़ी तबाही लेकर आया एक तीव्र समुद्री बवंडर की आती है, तो इसे समझना जरूरी है कि यह कैसे बनता है और कौन‑सी तैयारियों से जोखिम घटाया जा सकता है। इस चक्रवात को पहली बार भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD), देश की मुख्य मौसम भविष्यवाणी संस्था, ने चेतावनी जारी की थी। चेतावनियों के बावजूद, भारी वर्षा और तेज़ हवा ने कई कस्बों को जलमग्न कर दिया, जिससे लोगों को असहाय लगा।
साइकलोन शक्ति की शक्ति को समझने के लिए उसके आवर्तीय गति को देखना पड़ता है। यह चक्रवात 1 अप्रैल को 1‑से‑5 की श्रेणी में वर्गीकृत किया गया था, जिसका मतलब है अधिकतम सतह पवन गति 260 किमी/घंटा तक पहुँचना। इस गति ने तटीय इलाकों में बाढ़ का जाल बिछा दिया और कई घरों को लहरों ने उठा कर ले गया। यह मॉडल दिखाता है कि तमिलनाडु, दक्षिण भारत का एक प्रमुख राज्य, जहाँ तटरेखा बहुत लम्बी है, ने सबसे अधिक नुकसान सहा। सरकार ने तत्काल राहत कार्य शुरू कर दिया, पर सतत बाढ़ के कारण सहायता पहुँचाने में कठिनाई हुई।
साइकलोन शक्ति की सबसे बड़ी समस्या थी उसकी समान्य बाढ़ जो कई दिनों तक जारी रही। इससे न केवल घरों को नुकसान हुआ, बल्कि फसलें, पत्थर‑निर्माण और बुनियादी ढाँचा भी बिखर गया। बचाव के लिए अंडमान निकोबार द्वीपसमूह, भारत के उत्तरी भाग में स्थित एक समूह, जो समुद्री तूफ़ानों के प्रति संवेदनशील है, ने विशेष रूप से राहत योजना बनायी। द्वीपों पर त्वरित बचाव दल, हेलीकॉप्टर और जलयान का उपयोग करके लोगों को सुरक्षित स्थान तक पहुँचाया गया। स्थानीय प्रशासन ने अस्थायी शेल्टर स्थापित किए और साफ़ पानी की व्यवस्था की, जिससे रोगों का प्रकोप रोका जा सके।
साइकलोन शक्ति का प्रभाव देखते हुए, विशेषज्ञ इसे एक चेतावनी के रूप में देखते हैं कि भारत के तटीय क्षेत्र में जलवायु परिवर्तन के चलते चक्रवातों की तीव्रता बढ़ रही है। इस कारण, भविष्य में सावधानीपूर्वक योजना बनाना अनिवार्य हो गया है। पहले से तैयार होशियार बचाव टीम, राष्ट्रीय स्तर पर प्रशिक्षित राहत संगठनों का समूह, ने तेज़ी से प्रतिक्रिया देने के लिए ड्रिल और सिमुलेशन आयोजित किए। ये टीमें स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर जोखिम मानचित्र बनाती हैं, जिससे संभावित बाढ़ क्षेत्रों की पहचान हो सके।
समुद्री विज्ञान के अनुसार, साइकलोन शक्ति जैसे बवंडर में कई घटक शामिल होते हैं: गर्म समुद्री सतह, निम्न हवा दाब, और वायुमंडलीय अस्थिरता। इन सभी को समझकर, IMD ने भविष्य में अधिक सटीक प्रेडिक्शन मॉडल विकसित करने की दिशा में काम किया है। नई उपग्रह तकनीक और रडार सिस्टम ने चेतावनी समय को 48 घंटे से 72 घंटे तक बढ़ा दिया, जिससे लोग बेहतर तैयारियों को अंजाम दे सकते हैं। इस तकनीकी उन्नयन ने बचाव कार्य में भी मदद की; बचाव दल ने जोखिम क्षेत्रों को जल्दी पहचान कर बचाव संचालन शुरू किया।
यदि आप एक घर या व्यवसाय के मालिक हैं, तो साइकलोन शक्ति जैसे जोखिम के लिए तैयारी करना आवश्यक है। सबसे पहले, घर की छत और खिड़कियों को मजबूत करें, जलरोधी सामग्री का प्रयोग करें, और एलेवेटेड बेसमेंट बनवाने पर विचार करें। दूसरा, स्थानीय आपातकालीन सेवा के साथ संपर्क में रहें और निकटतम शरणस्थल की जानकारी रखें। अंत में, एक आपातकालीन किट तैयार रखें जिसमें टॉर्च, बैटरी, प्राथमिक चिकित्सा किट, और पर्याप्त मात्रा में पानी और भोजन हों। इन छोटे कदमों से आप अपने और अपने परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं।
अब आप साइकलोन शक्ति के बारे में विस्तृत जानकारी, उसके प्रभाव, और बचाव कदमों को समझ चुके हैं। नीचे दी गई सूची में हम ने संबंधित लेखों, विश्लेषणों और अपडेटेड रिपोर्टों को इकट्ठा किया है, जिससे आप और गहराई से पढ़ सकें और अपने सवालों के जवाब पा सकें। ये लेख आपको भविष्य में ऐसी प्राकृतिक आपदाओं से निपटने में मदद करेंगे।
IMD ने साइकलोन ‘शक्ति’ को 3‑7 अक्टूबर के लिए महाराष्ट्र के 6 तटीय जिलों में चेतावनी जारी की; तेज़ हवाओं, खतरनाक लहरों और भारी बारिश से जीवन व संपत्ति पर खतरा।