विवाद – देखिए आज की सबसे गर्म बहसें
कभी महसूस किया है कि कोई भी खबर बिना बहस के नहीं रहती? चाहे वो क्रिकेट में कन्कशन सब्स्टीट्यूट का दांव हो या बॉक्स ऑफिस पर फिल्म की कमाई से जुड़ी जीभ पर ठोकर, हर बात पर चर्चा चलती रहती है। समाचार दैनिक भारत में ‘विवाद’ टैग के तहत हम उन सभी चीज़ों को इकट्ठा करते हैं जिनमें लोगों की राय दो‑तीन टुकरियों में बंट जाती है। यहाँ पढ़ेंगे वो सभी टॉपिक जो आजकल सोशल मीडिया और अख़बार दोनों में गर्मागर्म चर्चा का कारण बन रहे हैं।
क्रिकेट में चल रहे विवाद
क्रिकेट दुनिया में विवाद हमेशा खासा धूम मचाते हैं। कन्कशन सब्स्टीट्यूट मामले में हरशित राणा को शिवम दुबे की जगह देने पर सवाल उठे—क्या यह नियम के दायरे में था? इसी तरह बुमराह की चोट से बाहर रहने और फिर आईपीएल में वापसी की खबरें भी फैंस को झकझोरती रही। यूपी के मौसम अलर्ट, इंग्लैंड‑भारत टेस्ट मैच की टीम बदलाव—सब एक ही सवाल करते हैं: क्या चयन में पारदर्शिता है? इन सबके बारे में हमने विस्तृत रिपोर्ट तैयार की है, जहाँ आप सीधे आँकड़े, विशेषज्ञ राय और खिलाड़ी के बयान पढ़ सकते हैं।
फिल्म और बॉक्स ऑफिस विवाद
बॉक्स ऑफिस की दुनिया भी परदों से नहीं बचती। विक्की कौशल की ‘छावा’ ने पहले हफ्ते में 230 करोड़ कमाए, लेकिन साथ ही आलोचकों ने कहा कि टिकट मिलाने की रणनीति बहुत ही तीव्र थी। ऐसी ही बहसें अक्सर आम जनता के बीच ‘फिल्म की क्वालिटी बनाम कमाई’ के सवाल को जन्म देती हैं। इसी तरह ‘किंग’ फिल्म की शूटिंग, शाहरुख खान की बेटी सुहाना खान की भागीदारी पर भी चर्चा चल रही है—क्या यह सुपरस्टार का फायदा बना रहा है? हमारे ‘विवाद’ सेक्शन में आप इन फिल्मों के रिव्यू, बॉक्स ऑफिस स्टैटिस्टिक्स और दर्शकों के वास्तविक विचार पढ़ सकते हैं।
मौसम से जुड़े विवाद भी काफी बढ़ रहे हैं। यूपी में भारी बारिश का अलर्ट और झारखंड में अचानक आए आंधी‑बारिश के बीच लोग यह पूछते हैं कि क्या मौसम विभाग की चेतावनियों को ठीक से समझा गया? इन सवालों के जवाब में हमने IMD के पूर्वानुमान, स्थानीय रिपोर्ट और जनता के अनुभव को जोड़कर एक व्यापक नोट तैयार किया है।
आपको बस करना है ‘विवाद’ टैग पर क्लिक, और फिर उन खबरों में डूब जाना है जो न सिर्फ़ जानकारी देती हैं बल्कि सोचने पर भी मजबूर करती हैं। चाहे आप क्रिकेट फैन हों, फ़िल्म प्रेमी हों या बस मौसम की खबरें पसंद करते हों, यहाँ हर विवाद का एक अलग रंग है। अपडेट रहने के लिए रोज़ाना विज़िट करें, क्योंकि बहसें तो चलती ही रहती हैं, और हम हर नई चर्चा को आपके लिए लेकर आते हैं।
मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ के इर्दगिर्द विवाद ने भारतीय न्यायपालिका और उदार आंदोलन पर गहरा प्रभाव डाला है। इंदिरा जयसिंह और द कारवां मैगजीन द्वारा की गई आलोचनाएं उनके न्यायिक फैसलों पर सवाल उठाती हैं, खासकर जब मोदी सरकार के पक्ष में उन्हें दिखाया गया। इस विवाद ने न्यायपालिका की निष्पक्षता और उदार आलोचना की सीमाओं को लेकर महत्वपूर्ण चर्चा शुरू की है।