WBPSC क्लर्कशिप परिणाम 2025: 89,821 उम्मीदवारों ने Part‑II के लिए क्वालीफाई किया

अक्तूबर 15 Roy Iryan 11 टिप्पणि

जब West Bengal Public Service Commission (WBPSC) ने 15 अक्टूबर 2025 को शाम 9:05 बजे आधिकारिक तौर पर क्लर्कशिप (Part‑I) परीक्षा के परिणाम घोषित किए, तो लगभग 90 हज़ार अभ्यर्थियों ने भाग II की परीक्षा के लिए जगह पक्की कर ली। यह परिणाम विज्ञापन संख्या 13/2023 के तहत चलाए गए भर्ती अभियान का अहम मोड़ है, और इससे ही स्पष्ट हो गया कि अगला चरण अब लिखित परीक्षा और टाइपिंग टेस्ट के आधार पर तय होगा।

पृष्ठभूमि और भर्ती प्रक्रिया

2023 में WBPSC ने PSC Clerkship 2023 के नाम से एक व्यापक भर्ती ड्राइव शुरू किया। इस ड्राइव का उद्देश्य विभिन्न विभागों में लोअर डिवीजन असिस्टेंट (LDA) और क्लर्क पदों को भरना था। लिखित (Part‑I) परीक्षा 16‑17 नवंबर 2024 को पूरे पश्चिम बंगाल में आयोजित हुई, जिसमें उम्मीदवारों ने कंप्यूटर ऑपरेशन और टाइपिंग की बुनियादी दक्षता को भी दिखाया।

परीक्षा केंद्र कोलकाता, डालीघाट, सिलिमरी आदि 30 से अधिक शहरों में स्थापित थे। परिणाम की घोषणा से पहले, आयोग ने सभी अभ्यर्थियों को अपने रोल नंबर और जन्म तिथि के साथ psc.wb.gov.in पर लॉग‑इन करके व्यक्तिगत स्थिति जांचने का निर्देश दिया था।

परिणाम की प्रमुख बातें

अधिकृत PDF दस्तावेज़ में कुल 89,821 रोल नंबर सूचीबद्ध थे, यानी लगभग 27 % उम्मीदवारों ने न्यूनतम अंक प्राप्त कर Part‑II के लिये पात्रता हासिल की। परिणाम में प्रत्येक वर्ग के न्यूनतम अंक इस प्रकार थे:

  • जनरल (General) – 49 अंक
  • ओबीसी‑ए (OBC‑A) – 48 अंक
  • ओबीसी‑बी (OBC‑B) – 48 अंक
  • एससी (SC) – 47 अंक
  • एसटी (ST) – 29 अंक

आँकड़े यह भी दर्शाते हैं कि एलडिए और क्लर्क पदों के लिये न्यूनतम योग्यता मानक प्रदेश‑व्यापी रूप से सुसंगत रहे। "अंतिम मेरिट सूची Part‑I और Part‑II के संयुक्त अंक के आधार पर तैयार की जाएगी," आयोग ने आधिकारिक नोटिस में कहा।

वर्गीय कट‑ऑफ़ और पात्रता के बारे में विस्तार

कट‑ऑफ़ को समझते हुए, यह कहना जरूरी है कि सामान्य वर्ग के उम्मीदवारों को थोड़ा अधिक अंक चाहिए थे, जबकि एसटी वर्ग को केवल 29 अंक ही पर्याप्त ठहराए गये। यह अंतर सामाजिक समानता को ध्यान में रखकर किया गया, जैसा कि पिछले वर्षों में भी देखा गया है।

कंप्यूटर ऑपरेशन और टाइपिंग टेस्ट के लिये कम से कम 30 % अंक (शर्त के अनुसार) होना अनिवार्य है, इससे यह स्पष्ट हो जाता है कि सिर्फ लेखन ही नहीं, बल्कि डिज़िटल स्किल्स भी इस भर्ती में अहम भूमिका निभाते हैं।

अगला चरण: Part‑II लिखित परीक्षा

Part‑II का स्वरूप "Conventional Type – Written" रहेगा, जिसमें सामान्य ज्ञान, सिविल एंव प्रशासनिक विषय, और कंप्यूटर संबंधित प्रश्न शामिल होंगे। अभी तक परीक्षा का सटीक दिनांक, स्थल और एडमिट‑कार्ड जारी करने की तिथि आधिकारिक रूप से घोषित नहीं हुई है, लेकिन WBPSC ने संकेत दिया है कि यह जानकारी अगले कुछ हफ्तों में psc.wb.gov.in पर उपलब्ध होगी।

उम्मीदवारों को सलाह है कि उन्होंने Part‑I में जो भी कमजोरियाँ देखी हों, उन्हें Part‑II की तैयारी में सुधारें। विशेषकर टाइपिंग टेस्ट के लिये, तेज़ और सटीक टाइपिंग प्रैक्टिस करना उपयोगी रहेगा।

उम्मीदवारों के लिए सुझाव

यहाँ कुछ व्यावहारिक टिप्स दिये गये हैं जो Part‑II में अंक बढ़ाने में मदद करेंगे:

  1. पिछले साल की प्रश्नपत्रों को हल करके पैटर्न समझें।
  2. कंप्यूटर बेसिक प्रैक्टिस के लिये ऑनलाइन ट्यूटोरियल देखें, खासकर MS Office और टाइपिंग सॉफ़्टवेयर।
  3. सिविल सर्विसेज़ की सामान्य शर्तें जैसे भारतीय संविधान, राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय घटनाओं की ताज़ा अपडेट रखें।
  4. समय‑प्रबंधन के लिये मोका टेस्ट दें और एक घंटे में निर्धारित प्रश्नों को पूरा करने की आदत डालें।
  5. परिणाम के बाद आधिकारिक पोर्टल पर नियमित रूप से अपडेट चेक करें; टेलीग्राम और व्हॉट्सएप चैनल पर भी नोटिफ़िकेशन मिलते रहते हैं।

भविष्य की संभावनाएँ और प्रभाव

WBPSC की इस भर्ती में सफलता कई छोटे‑बड़े शहरों के गरीब वर्ग के लिये सरकारी नौकरी का सपना साकार कर सकती है। लोअर डिवीजन असिस्टेंट और क्लर्क पदों में चयनित उम्मीदवारों को स्थायी सरकारी सेवाओं के साथ ही सामाजिक एवं आर्थिक सुरक्षा भी प्राप्त होगी। वहीं, फर्स्ट‑टाइम ग्रेजुएट्स के लिये यह एक शानदार एंट्री लेवल विकल्प बन जाता है।

डिजिटल इंटेलिजेंस के बढ़ते महत्व को देखते हुए, अगली बार जब WBPSC टाइपिंग और कंप्यूटर ऑपरेशन को अधिक वज़न देगा, तो उम्मीदवारों को डिजिटल लिटरेसी पर अधिक ध्यान देना पड़ेगा। इस बदलाव से न सिर्फ भर्ती प्रक्रिया तेज़ होगी, बल्कि भविष्य में भी सरकारी नोकरी में तकनीकी कौशल की माँग बढ़ेगी।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

Part‑II परीक्षा कब आयोजित होगी?

WBPSC ने अभी तक Part‑II की सटीक तिथि घोषित नहीं की है, पर अनुपालन के अनुसार अगले दो‑तीन हफ्तों में psc.wb.gov.in पर एडमिट‑कार्ड और परीक्षा शेड्यूल अपलोड किया जाएगा। अनुमान है कि यह परीक्षा निम्न वर्ष के प्रथम या द्वितीय तिमाही में होगी।

कट‑ऑफ़ को कैसे समझें और क्या यह बदल सकता है?

कट‑ऑफ़ प्रत्येक वर्ग के लिए न्यूनतम अंक निर्धारित करता है जिससे उम्मीदवार Part‑II में प्रवेश के लिये पात्र होता है। यह अंक परीक्षा के कुल पक्षी (पारस्परिक) कठिनाई के आधार पर तय होते हैं, इसलिए भविष्य में समान परीक्षा में कट‑ऑफ़ थोड़े ऊपर या नीचे हो सकते हैं।

क्या Part‑I के अंक Part‑II में गणना होते हैं?

जी हाँ, अंतिम मेरिट सूची Part‑I और Part‑II के संयुक्त अंक के आधार पर तैयार की जाएगी। इसलिए Part‑I में अच्छे अंक रखना चयन की संभावनाओं को काफी बढ़ा देता है।

टाइपिंग टेस्ट में पासिंग मार्क्स क्या हैं?

उम्मीदवारों को टाइपिंग टेस्ट में कम से कम 30 % सही अक्षर दर (जैसे 30 WPM) प्राप्त करना अनिवार्य है; अन्यथा उन्होंने Part‑II की लिखित परीक्षा पास कर ली हो, फिर भी चयन प्रक्रिया में बाहर हो सकते हैं।

परिणाम दस्तावेज़ को कैसे डाउनलोड करूँ?

परिणाम PDF psc.wb.gov.in के ‘Results’ सेक्शन में उपलब्ध है। उम्मीदवार अपने रोल नंबर और जन्म तिथि डाल कर ‘Clerkship Part‑I Result 2025’ लिंक पर क्लिक करके दस्तावेज़ को डाउनलोड और सेव कर सकते हैं।

Roy Iryan

Roy Iryan (लेखक )

मैं एक अनुभवी पत्रकार हूं जो रोज़मर्रा के समाचारों पर लेखन करता हूं। मेरे लेख भारतीय दैनिक समाचारों पर गहन विश्लेषण प्रदान करते हैं। मैंने विभिन्न समाचार पत्र और ऑनलाइन प्लेटफार्म के लिए काम किया है। मेरा उद्देश्य पाठकों को सही और सटीक जानकारी प्रदान करना है।

Sonia Arora

Sonia Arora

क्या बात है, लगभग 90 हज़ार उम्मीदवारों ने Part‑II के लिए जगह पक्की कर ली, यह सुनकर दिल ही ख़ुश हो गया! 🙏 हर कोई अब टाइपिंग और डिजिटल स्किल्स को और निखारने का मौका पा रहा है, चलो मिलकर इस यात्रा को यादगार बनाते हैं। वैसे, हम सभी को एक दूसरे की मदद से इस परीक्षा में उच्च अंक लाने की कोशिश करनी चाहिए, क्योंकि टीम वर्क से ही सफलता मिलती है। शुभकामनाएँ सभी को! 🎉

abhinav gupta

abhinav gupta

वोह, इतने लोग पास हो गए तो अगली बार टेस्ट का पेपर दो पन्नों में कम कर देना चाहिए, नहीं तो सारा कंप्यूटर क्लासरी खत्म हो जाएगी 😂 लेकिन सच में, कट‑ऑफ़ थोडा कम था, थोड़ा और मेहनत की ज़रूरत है।

vinay viswkarma

vinay viswkarma

कट‑ऑफ़ तो बस एक संख्या है, असली लड़ाई तो तैयारियों में है।

sanjay sharma

sanjay sharma

सही कहा, लेकिन याद रखें कि टाइपिंग टेस्ट में कम से कम 30 % सटीकता अनिवार्य है। इसलिए दैनिक अभ्यास और मॉका टेस्ट से समय‑प्रबंधन को बेहतर बनाएं। तेज़ी से टाइप करने के लिए ऑनलाइन ट्यूटरियल्स मददगार हो सकते हैं।

varun spike

varun spike

संजय जी के बिंदु उचित हैं कृपया उल्लेखित स्रोतों को देखें ताकि उम्मीदवार समय सीमा के भीतर प्रश्नों को पूर्ण कर सके। इसके अतिरिक्त, सामान्य ज्ञान का पुनरावृत्ति भी आवश्यक है।

Chandan Pal

Chandan Pal

वाह, इस परिणाम से सारे छोटे‑बड़े शहरों में उम्मीद की नई रोशनी जल गई 😍। चलो अब हम सब मिलकर टाइपिंग प्रैक्टिस को मज़ेदार बनाते हैं, कुछ मोटीवेशनल गी़ट्स के साथ 🎶। प्लीज़ सब अपने अनुभव शेयर करो, साथ में आगे बढ़ेंगे! 🚀

SIDDHARTH CHELLADURAI

SIDDHARTH CHELLADURAI

बिलकुल सही कहा चंदन भई, अभ्यास में निरंतरता ही जीत की चाबी है 😊। अगर कोई टाइपिंग speed बढ़ाना चाहता है तो रोज़ 15‑20 मिनट टाइपिंग ऐप्स पर काम करे। आप सभी को शुभकामनाएँ! 💪

Deepak Verma

Deepak Verma

देखा तो सही, लेकिन बहुत सारे लोग अभी भी कम्प्यूटर बेसिक नहीं समझ पाए हैं, इसलिए भविष्य में ये नीतियां समस्या बन सकती हैं।

Rani Muker

Rani Muker

सही बात है दीपक, इसलिए मैं सुझाव देती हूँ कि SSC या सरकारी साइट से मुफ्त कंप्यूटर कोर्स करें। इससे बेसिक स्किल्स में सुधार होगा और टाइपिंग टेस्ट भी आसान रहेगा।

Hansraj Surti

Hansraj Surti

सभी अभ्यर्थियों को प्रथमतः बधाई देना चाहिए क्योंकि यह परिणाम उनके कठिन परिश्रम का प्रतीक है। सबको समझना चाहिए कि वर्तमान भर्ती में डिजिटल दक्षता का महत्व बढ़ रहा है। इस डिजिटल युग में टाइपिंग और कंप्यूटिंग का मूलभूत ज्ञान अनिवार्य हो गया है। परिणाम में दर्शित कट‑ऑफ़ विभिन्न वर्गों के बीच संतुलन बनाए रखने का प्रयास है। फिर भी, यह सवाल उठता है कि क्या यह न्यूनतम मानक वास्तव में उम्मीदवार की क्षमता को मापता है। कई बार निरंतर अभ्यास और सही मार्गदर्शन से अंक बढ़ाए जा सकते हैं। इसी कारण से तैयारी के दौरान समय प्रबंधन पर विशेष ध्यान देना आवश्यक है। साथ ही, सामान्य ज्ञान और संविधान की समझ भी समान महत्व रखती है। यदि आप Part‑II में उत्कृष्ट प्रदर्शन करना चाहते हैं तो पिछले वर्ष के पेपर को हल करना फायदेमंद रहेगा। तकनीकी कौशल को नज़रअंदाज़ न करें क्योंकि भविष्य में यह एक प्रमुख चयन मानदंड बन सकता है। इस प्रक्रिया में मानसिक स्थिरता भी उतनी ही ज़रूरी है जितनी शारीरिक तैयारी। इसलिए नियमित आत्म‑मूल्यांकन और फ़ीडबैक लूप बनाकर अपनी प्रगति को ट्रैक करें। यदि आपके मित्र या परिचित ने पहले इस परीक्षा दी है तो उनके अनुभव साझा करना भी मददगार हो सकता है। अंत में, सकारात्मक सोच और दृढ़ संकल्प ही सफलता की कुंजी है। सभी को शुभकामनाएँ और आशा है कि आपके सपने जल्द ही साकार हों। आपका भविष्य उज्जवल है। 🎓🚀

Naman Patidar

Naman Patidar

बहुत लंबा लिखा, लेकिन मुख्य बात समझ में आई।

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