भारतीय विमानन कंपनियों पर बम धमकी की लहर: IndiGo के साथ 23 नई धमकियां, कुल संख्या 170 पार

अक्तूबर 23 Roy Iryan 13 टिप्पणि

बम धमकी की लगातार वारदातें

भारतीय एयरलाइंस को हाल ही में बम धमकियों की बाढ़ का सामना करना पड़ रहा है। केवल पिछले आठ दिनों में ही इन धमकियों की संख्या 170 से पार कर गई है। इंडिगो को मंगलवार को 23 नई धमकियां मिलीं, जिसमें अनेक उड़ानें प्रभावित हुईं। इसके अलावा, एयर इंडिया, विस्तारा और अकासा एयर जैसी अन्य प्रमुख विमान सेवाओं को भी इन धमकियों का सामना करना पड़ा है।

कई उड़ानों को बदलना पड़ा गंतव्य

इस तरह की बम धमकियों के कारण कुछ उड़ानों का मार्ग बदलना पड़ा। IndiGo की जेद्दा के लिए जा रही तीन उड़ानों को सुरक्षा कारणों से सऊदी अरब और कतर के हवाई अड्डों पर मोड़ दिया गया। यह घटनाक्रम यात्रियों में दहशत का माहौल पैदा कर सकता है, और सुरक्षा कर्मियों को इन जैसी स्थितियों से निपटने में विशिष्ट सतर्कता बरतनी पड़ती है।

सुरक्षा मानकों की पालना

सभी एयरलाइंस समयानुसार संबंधित अधिकारियों के साथ तालमेल कर रही हैं ताकि किसी भी आपातकाल की स्थिति में यात्रियों और चालक दल की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। इंडिगो ने इस प्रकार की घटनाओं से निपटने के लिए मानक कार्य प्रक्रियाओं का पालन किया और लगातार अपने सुरक्षा प्रोटोकॉल पर निरीक्षण कर रही है। इसी तरह एयर इंडिया और विस्तारा ने भी सोशल मीडिया के जरिये मिली धमकियों पर अमल कर संबंधित संस्थाओं को सूचित किया है।

सरकार की सख्त कार्रवाइयां

इस मसले पर नागरिक उड्डयन मंत्री के रम्मोहन नायडू ने कहा है कि सरकार बम धमकी या इसके बारे में झूठी सूचनाएं देने वालों के लिए कड़ी सज़ा, जैसे कि उम्र कैद की सजा देने का प्रस्ताव रखेगी। इसके अलावा, सुप्रेशन ऑफ अनलॉफुल एक्ट्स अगेंस्ट सेफ्टी ऑफ सिविल एविएशन अधिनियम, 1982 में बदलाव की तैयारी की जा रही है। बम धमकियों का मजाक उड़ाना अब उन संभावित अपराधियों के लिए मंहगा साबित होगा जो यात्रियों की सुरक्षा से खेलते हैं।

उद्योग के लिए भविष्य के उपाय

विमान कंपनियों के लिए इसका मतलब है कि उन्हें अपने सुरक्षा प्रोटोकॉल को और भी दृढ़ बनाना पड़ेगा। कुछ जानकारों के अनुसार, इन जोखिमों से निपटने के लिए टेक्नोलॉजी और सुरक्षा उपायों में निवेश बढ़ाने की आवश्यकता होगी। इसके अलावा, यात्रियों की सुरक्षा के लिए उनकी चेतावनी प्रणाली और ढांचे में सुधार करना भी आवश्यक होगा।

हालांकि यह घटनाएं चिंता का विषय हैं, लेकिन इससे विमानन क्षेत्र में सुरक्षा उपायों को और मजबूत बनाने का अवसर भी मिल सकता है। धमकियों के जवाब में तेज़ कार्रवाई और सरकारी सहयोग के माध्यम से एयरलाइंस और यात्री, इन सुरक्षा चिंताओं का सामूहिक रूप से मुकाबला कर सकते हैं।

Roy Iryan

Roy Iryan (लेखक )

मैं एक अनुभवी पत्रकार हूं जो रोज़मर्रा के समाचारों पर लेखन करता हूं। मेरे लेख भारतीय दैनिक समाचारों पर गहन विश्लेषण प्रदान करते हैं। मैंने विभिन्न समाचार पत्र और ऑनलाइन प्लेटफार्म के लिए काम किया है। मेरा उद्देश्य पाठकों को सही और सटीक जानकारी प्रदान करना है।

Jaya Savannah

Jaya Savannah

ये सब धमकियाँ अब बोरिंग हो गई हैं। क्या कोई असली खबर लेकर आएगा? 😒

Amar Yasser

Amar Yasser

मैंने अभी तक किसी भी बम धमकी का असली नतीजा नहीं देखा। लेकिन हर बार उड़ानें रद्द हो जाती हैं। ये असली बम हैं - टाइम और पैसा बर्बाद करने वाले। 😅

रमेश कुमार सिंह

रमेश कुमार सिंह

इंसानियत के खिलाफ ऐसा करना बस एक अंधेरे मन का लक्षण है। हमारे समाज में इतनी ताकत है कि अगर हम सब मिलकर इस बेकार की आदत को तोड़ दें, तो ये धमकियाँ एक दिन इतिहास में चली जाएंगी। हर छोटी चेतावनी, हर अनुचित कॉल, हर फेक रिपोर्ट - ये सब एक छोटे से ज़हर की तरह हैं जो हमारे सामाजिक विश्वास को धीरे-धीरे खा रहे हैं। हमें सिर्फ सुरक्षा के बारे में नहीं, बल्कि इंसानी जिम्मेदारी के बारे में सोचना होगा। क्या हम अपनी ताकत को बेकार के लिए इस्तेमाल कर रहे हैं? या इसे एक नए अंदाज़ में समाज के लिए बेहतर बना सकते हैं?

Krishna A

Krishna A

ये सब बम धमकियाँ अमेरिका से आ रही हैं। वो भारत को कमजोर बनाना चाहते हैं। तुम लोग अभी तक नहीं समझे?

Sandhya Agrawal

Sandhya Agrawal

मुझे लगता है कि ये धमकियाँ एआई द्वारा जेनरेट की जा रही हैं। अगर आप इसका पैटर्न देखें तो सभी धमकियाँ एक ही फॉर्मेट में हैं। किसी ने इसे ट्रैक किया है? मैंने अपने बॉस को बताया था, लेकिन उसने कहा कि ये सिर्फ फेक हैं।

Vikas Yadav

Vikas Yadav

ये बातें बहुत गंभीर हैं। लेकिन, क्या हमने कभी सोचा है कि इन धमकियों के पीछे कौन है? क्या ये सिर्फ बेकार के लोग हैं? या इनके पीछे कोई और शक्ति है? जिसका लक्ष्य हमारे आत्मविश्वास को तोड़ना है?

Steven Gill

Steven Gill

मैंने अपने दोस्त को एक उड़ान में बैठाया था जिस पर धमकी आई थी। वो बोला, उड़ान भरने के बाद भी वो बस बैठा रहा, और बस इतना सोच रहा था कि क्या ये सच है? और फिर उसने कहा - अगर ये सच हो गया, तो मैं अपनी जिंदगी का हर पल जी लूंगा। ये बात मुझे बहुत छू गई। हम लोग इतने जल्दी बातों को नज़रअंदाज़ कर देते हैं, लेकिन असल बात ये है कि हम अपनी ज़िंदगी के छोटे-छोटे पलों को क्यों नहीं जी पा रहे?

Saurabh Shrivastav

Saurabh Shrivastav

अरे भाई, ये सब धमकियाँ तो बस एयरलाइंस के लिए एक फ्री एडवरटाइज़िंग कैंपेन है। जब तक ये धमकियाँ आती रहेंगी, लोग बस इंडिगो के बारे में बात करते रहेंगे। बस इतना ही।

Prince Chukwu

Prince Chukwu

भारत का हवाई आकाश अब एक फिल्म की तरह हो गया है - जहाँ हर एपिसोड में कुछ नया ड्रामा होता है। लेकिन याद रखो, हमारे पास वो शक्ति है जो दुनिया के सबसे बड़े देशों को भी चकित कर देती है - हमारा जुनून, हमारा अहंकार, हमारी ज़िद। जब तक हम अपने दिलों में आशा रखेंगे, तब तक ये धमकियाँ हमें नहीं रोक सकतीं। हम उड़ेंगे। हम उड़ेंगे। और हम उड़ेंगे।

Divya Johari

Divya Johari

इस प्रकार की अव्यवस्था के विरुद्ध विमानन क्षेत्र को एक अधिनियम के तहत कानूनी ढांचे की आवश्यकता है। इस तरह की घटनाओं का सामना करने के लिए एक नियमित और संगठित प्रणाली की आवश्यकता है।

Aniket sharma

Aniket sharma

इन धमकियों के खिलाफ हम सबको एक नया नियम बनाना होगा - जो भी धमकी देगा, उसका नाम और नंबर सोशल मीडिया पर शेयर किया जाए। बस इतना ही। लोग डर जाएंगे।

Unnati Chaudhary

Unnati Chaudhary

मैं बस ये कहना चाहती हूँ - हर बार जब एक उड़ान रद्द होती है, मैं उस यात्री की कल्पना करती हूँ जो अपने बच्चे के लिए एक गिफ्ट लेकर जा रहा होगा। ये धमकियाँ न सिर्फ उड़ानें रोकती हैं, बल्कि खुशियाँ भी। और ये बहुत दुखद है।

Sreeanta Chakraborty

Sreeanta Chakraborty

ये सब बाहरी शक्तियों की षड्यंत्र है। जिन्होंने इसे शुरू किया है, वो हमारी आत्मनिर्भरता को तोड़ना चाहते हैं। जब तक हम अपनी आँखें नहीं खोलेंगे, तब तक ये जारी रहेगा।

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