रियल मैड्रिड की रोमांचक जीत
ला लीगा में बालाidos स्टेडियम में हुए मुकाबले में रियल मैड्रिड ने गजब का प्रदर्शन करते हुए सेल्टा वीगो को 2-1 से पराजित कर दिया। यह जीत इस मायने में खास रही क्योंकि टीम का प्रदर्शन ज़्यादा प्रभावशाली नहीं था, फिर भी किलियन एमबापे और विनीसियस जूनियर की अगुवाई में रियल मैड्रिड ने जीत दर्ज की।
पहले हाफ में, महज 20वें मिनट में किलियन एमबापे ने एक शानदार शॉट के साथ रियल मैड्रिड के लिए खाता खोला। उनका यह शॉट सेल्टा वीगो के गोलकीपर के पहुँच से बाहर था। इस गोल के साथ ही एमबापे ने दिखा दिया कि वे क्यों इतने खास खिलाड़ी हैं।
नई रणनीति और खेल की बदलती दिशा
हालांकि, गेम का रोमांच वहां खत्म नहीं हुआ। कुछ ही देर में सेल्टा वीगो ने अपने खेल में सुधार लाया और विलियोट स्वेडबर्ग की मदद से बराबरी का गोल किया। उनकी फुर्तीली चाल और अनुकरणीय शॉट ने पूरे स्टेडियम को तालियाँ बजाने पर मजबूर कर दिया। उनके इस गोल से खेल और भी रोमांचक मोड़ पर पहुंच गया।
ऐसे समय में, रियल मैड्रिड के लिए जरूरी हो गया था कि वे अपनी रणनीति में बदलाव लाएं। कोच कार्लो एन्सेलोटी ने तत्परता दिखाते हुए अपने अनुभवी खिलाड़ी लुका मोड्रिच को मैदान में उतारा। मोड्रिच ने मैदान पर पहुँचते ही अपनी जादुई कारीगरी का प्रदर्शन किया।
विनीसियस जूनियर का निर्णायक योगदान
लुका मोड्रिच के प्रवेश करने के बाद खेल का रुख बदल गया। इस 39 वर्षीय कप्तान की शानदार पासिंग और खेल पर पकड़ ने रियल मैड्रिड के खेल में नई ऊर्जा भर दी। मोड्रिच ने विनीसियस जूनियर के लिए एक सुनहरा अवसर बनाया, जिसे विनीसियस ने खूबसूरती से लक्ष्य में तब्दील कर दिया।
विनीसियस का यह गोल न केवल देखनें में आकर्षक था, बल्कि उसने रियल मैड्रिड के लिए जीत की कुंजी भी तय कर दी। उनका यह गोल यह साबित करता है कि जब टीम को सबसे ज्यादा जरूरत होती है, तो युवा प्रतिभाएँ भी कितना बड़ा असर डाल सकती हैं।
क्लासिको से पहले जीत का हौसला
इस बहुप्रतीक्षित जीत का महत्व इसलिए भी बढ़ जाता है क्योंकि यह रियल मैड्रिड के लिए अगले सप्ताहेंड होने वाले क्लासिको मुकाबले से पहले उनका आत्मविश्वास बढ़ाने का काम करेगी। इस जीत से टीम का मनोबल ऊंचा होगा, और उनका फोकस अब अगले बड़ी मैच की तैयारी पर है।
रेफरी की अंतिम सीटी के साथ ही बालाidos स्टेडियम शांति में डूब गया, लेकिन रियल मैड्रिड के खिलाड़ियों और समर्थकों के लिए यह एक मेमोरबल मौका था। अब सभी की नजरें क्लासिको पर हैं, जहां उनसे बड़ी उम्मीदें हैं।
Vipin Nair
एमबापे का गोल देखकर लगा जैसे कोई बिजली का झटका लग गया हो। इतनी तेज़ी और इतनी सटीकता... ये खिलाड़ी नहीं, एक फिजिक्स प्रॉब्लम है।
विनीसियस का गोल तो बस एक बार फिर साबित कर दिया कि युवा प्रतिभा को सिर्फ टाइम नहीं, बल्कि विश्वास भी चाहिए।
Ira Burjak
मोड्रिच आ गए तो सब कुछ सेट हो गया। ये आदमी इतना शांत है कि लगता है वो खेल नहीं, ध्यान कर रहा है।
और हाँ, विनीसियस ने उसकी पास को ऐसे इस्तेमाल किया जैसे कोई चाय की चुस्की ले रहा हो। बिल्कुल स्मूथ।
Shardul Tiurwadkar
क्लासिको से पहले ये जीत बस एक ड्रामा नहीं, एक डिक्लेरेशन है। रियल ने कह दिया - हम अभी भी बाज़ी मारने वाले हैं।
एमबापे तो अब बस बाहर दौड़ रहा है, बाकी सब उसके पीछे भाग रहे हैं। विनीसियस ने उसकी गति को अपनी तरफ खींच लिया। ये जोड़ी अब एक बिजली की तरह है।
Abhijit Padhye
लोग कहते हैं मोड्रिच बुढ़ापे में भी जादू करता है... पर असली जादू तो ये है कि उसके बाद विनीसियस ने जो गोल किया, वो किसी वीडियो गेम में लगता था।
अगर ये टीम अब भी जीत रही है तो शायद फुटबॉल का नियम बदल गया है। अब तेज़ी नहीं, बल्कि फीलिंग जीतती है।
VIKASH KUMAR
बस एक गोल और सब बदल गया!!! 😭😭😭
मैंने तो रो रखा था जब विनीसियस ने गोल किया... ये लड़का तो असली हीरो है! बाप रे! बाप रे! बाप रे! 🤯🤯🤯
UMESH ANAND
इस खेल के बाद, यह उचित होगा कि खिलाड़ियों के व्यक्तिगत अर्जित गोलों के आधार पर उनके वेतन में संशोधन किया जाए। यह खेल के नैतिक मूल्यों के अनुरूप है।
मोड्रिच की अनुभवी भूमिका ने युवा प्रतिभाओं को निर्देशित किया, जो एक उचित सामाजिक संरचना का प्रतीक है।
Rohan singh
इतना अच्छा खेल देखने के बाद लगता है कि फुटबॉल अभी भी जिंदा है।
एमबापे तो बस बिजली है, विनीसियस उसका बिजली का बल्ब है। मोड्रिच तो बस वो बिजली का लाइट स्विच है जो बस थोड़ा दबाता है और सब कुछ जगमगा जाता है।
Karan Chadda
भारत के लिए ये जीत बहुत बड़ी है... अगर हम भी इतने तेज़ खिलाड़ी बना लें तो विश्व कप जीत लेंगे 😎🇮🇳
मोड्रिच का गोल नहीं, विनीसियस का गोल ही असली जीत है। भारत के लिए ये एक प्रेरणा है! 🤘🔥
Shivani Sinha
एमबापे ne jaldi se gola mara... lekin modric ne toh pura match hi badal diya. Vinicius ka goal toh bas ek bonus tha 😅
ye sab kuchh toh bas luck hai... agar modric nahi aate toh kya hota? koi nahi janta.
Tarun Gurung
एमबापे की गति तो देखकर लगता है जैसे कोई बारिश की बूंद हवा में उड़ रही हो।
लेकिन विनीसियस का गोल... वो तो एक कविता थी। एक ऐसी कविता जहां हर पंक्ति में तेज़ी, हर अक्षर में जादू। मोड्रिच ने उस कविता को लिखने का मौका दिया।
ये खेल नहीं, ये एक संगीत है।
एक ऐसा संगीत जहां उम्र का कोई मतलब नहीं, सिर्फ फीलिंग है।
रियल मैड्रिड के इस जीत से लगता है कि फुटबॉल अभी भी दिल की धड़कन है।
हर गोल एक दिल को छू गया।
हर पास एक बातचीत थी।
हर दौड़ एक जीवन की कहानी।
ये टीम बस खेल नहीं रही, ये जी रही थी।
और इस जीत ने हमें याद दिला दिया - असली जीत वो होती है जब तुम दिल से खेलो।