भारत ने जीता एशियन चैंपियंस ट्रॉफी 2024 का खिताब
भारतीय हॉकी टीम ने एशियन चैंपियंस ट्रॉफी 2024 के फाइनल में चीन को 1-0 से हराकर इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट का खिताब अपने नाम कर लिया। यह महामुकाबला चीन के हुलुनबीर सिटी स्थित मोकी ट्रेनिंग बेस में 17 सितंबर 2024 को खेला गया। भारत के लिए यह जीत जुगराज सिंह के एकमात्र गोल से सुनिश्चित हुई। इस जीत के साथ ही भारत ने अपने खिताबी सफर में एक और सुनहरा अध्याय जोड़ लिया।
जुगराज सिंह का निर्णायक गोल
मैच की शुरुआत से ही भारतीय टीम ने आक्रामक खेल का परिचय दिया। पहले क्वार्टर में दोनों टीमें गोल करने के कई अवसरों का सृजन करने में सक्षम रहीं, लेकिन कोई भी टीम गोल में परिवर्तित करने में सफल नहीं हो पाई। पहले हाफ के अंत तक स्कोर 0-0 पर स्थिर रहा। इसके बाद तीसरे क्वार्टर में जुगराज सिंह ने एक जबरदस्त फील्ड गोल किया, जिसने मैच की दिशा ही बदल दी। यह गोल न सिर्फ मैच का निर्णायक गोल साबित हुआ, बल्कि इसी ने भारत को विजेता बना दिया।
कप्तान हरमनप्रीत सिंह का नेतृत्व
भारतीय टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह ने चोटिल होने के बावजूद टीम का सफल नेतृत्व किया। उनके दाएं हाथ पर पट्टी बंधी हुई थी, फिर भी उन्होंने खेल के मैदान पर अद्वितीय समर्पण और रणनीति का परिचय दिया। उनके नेतृत्व में भारतीय टीम ने पूरी प्रतियोगिता में बेहतरीन प्रदर्शन किया और अपने सभी मैच जीते।
टूर्नामेंट में प्रमुख खिलाड़ी
इस टूर्नामेंट के दौरान भारतीय टीम की अच्छी टीमवर्क और मजबूत डिफेंस देखने को मिली। गोलकीपर कृष्ण बहादुर पाठक ने पूरे टूर्नामेंट में शानदार बचाव किए। उन्होंने फाइनल मुकाबले में चीन के एक महत्वपूर्ण पेनल्टी कॉर्नर को भी रोका, जिसने मैच में भारतीय टीम को महत्वपूर्ण बढ़त दिलाई।
फाइनल मैच से पहले की यात्रा
फाइनल से पहले भारत ने सेमीफाइनल में कोरिया को 4-1 से हराया था। सभी मैचों में भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार खेल का प्रदर्शन किया। वहीं, चीन के लिए यह मैच ऐतिहासिक था, क्योंकि यह पहली बार था जब चीन इस टूर्नामेंट के फाइनल में पहुँचा था। सेमीफाइनल में चीन ने पाकिस्तान को हराकर फाइनल में जगह बनाई थी।
भारत और चीन का हेड-टू-हेड रिकॉर्ड
भारत और चीन के बीच हुए मुकाबलों के आंकड़े बहुत दिलचस्प हैं। कुल मिलाकर दोनों टीमों के बीच 23 मैच खेले गए, जिनमें से भारत ने 17 मुकाबले जीते हैं जबकि चीन केवल 3 मैच जीत पाया है। वहीं, 3 मुकाबले ड्रॉ रहे हैं। इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि भारतीय टीम का चीन के खिलाफ हमेशा दबदबा रहा है।
तीसरे स्थान का मुकाबला
इस टूर्नामेंट में तीसरे स्थान के मुकाबले में पाकिस्तान ने दक्षिण कोरिया को 5-2 से हराकर कांस्य पदक जीता। यह मुकाबला बहुत रोमांचक रहा और पाकिस्तान की टीम ने बढ़िया वापसी की।
मैच प्रसारण और फैंस की प्रतिक्रिया
इस मुकाबले का प्रसारण सोनी स्पोर्ट्स टेन 1 और टेन 1 एचडी चैनलों पर किया गया और साथ ही सोनीलिव ऐप पर लाइवस्ट्रीम किया गया। फैंस ने मैच का खूब लुत्फ उठाया और सोशल मीडिया पर भारतीय टीम को बधाई संदेशों की बाढ़ आ गई।
एशियन चैंपियंस ट्रॉफी 2024 के प्रमुख पलों और भविष्य की उम्मीदें
इस प्रतियोगिता में भारतीय टीम का प्रदर्शन सभी के लिए प्रेरणास्रोत रहा है। कप्तान हरमनप्रीत सिंह और गोलकीपर पीआर श्रीजेश को FIH हॉकी स्टार्स अवार्ड्स के लिए भी नामांकित किया गया, जो भारतीय हॉकी के लिए गर्व की बात है।
इसकी कोई दो राय नहीं कि भारत ने इस जीत के साथ अपनी काबिलियत और तैयारियों को स्पष्ट किया है। फैंस को आगामी टूर्नामेंट्स में भारतीय टीम से और भी बेहतरीन प्रदर्शन की उम्मीदें हैं।
Chirag Desai
वाह! जुगराज का गोल देखकर तो मन ही मन नाच उठा। ये टीम है ना, जिसका दिल बड़ा होता है।
Uday Teki
गोलकीपर ने जो पेनल्टी कॉर्नर रोका... वो तो फिल्मी सीन लग रहा था 😭🔥
Rohan singh
इतनी अच्छी टीमवर्क देखने को मिली तो लगा जैसे हॉकी का नया युग शुरू हो गया। बहुत अच्छा लगा।
Ashwin Agrawal
हरमनप्रीत कप्तान ने चोट के बावजूद जो लीड दिखाया... वो असली लीडरशिप है। इनकी टीम को देखकर लगता है कि हमारे खिलाड़ी अब बस खेल नहीं, बल्कि एक भावना बन गए हैं।
Tarun Gurung
ये जीत सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं... ये एक संदेश है कि भारतीय हॉकी अब किसी के डर से नहीं, अपनी मेहनत से जीतती है। जुगराज का गोल तो दिल को छू गया। इस टीम को अभी भी कई चीजें मिलनी बाकी हैं।
Abhi Patil
इस जीत के पीछे एक गहरी दार्शनिक व्याख्या छिपी है। यह न केवल एक खेल की विजय है, बल्कि एक सांस्कृतिक अभिव्यक्ति है जिसमें भारतीय अहंकार, समर्पण और आत्मविश्वास का एक अद्वितीय संगम है। जब एक खिलाड़ी चोटिल होकर भी टीम के लिए लड़ता है, तो वह एक अनुष्ठान बन जाता है। यह विजय आधुनिक भारत की आत्मा का प्रतीक है।
Ira Burjak
चीन को फाइनल में पहुँचने के लिए बधाई... लेकिन अब तो भारत के खिलाफ खेलना भी एक अपमान हो गया है। 😏
VIKASH KUMAR
ये जीत तो बस शुरुआत है! अब तो ओलंपिक पर भी ध्वज फहराने का वक्त आ गया है! 🇮🇳🔥 जय हिंद! जय हॉकी!
Devi Rahmawati
इस टीम के खिलाड़ियों की निष्ठा और दृढ़ता को देखकर लगता है कि हमारे युवा पीढ़ी के लिए यह एक आदर्श बन गया है। शिक्षा और खेल का संगम इसी में है।
rohit majji
बस ये बात है कि हमारे खिलाड़ी अब बस खेल नहीं बल्कि देश का नाम रोशन कर रहे हैं... जुगराज तो लीजिए ये गोल... बाप रे भगवान 😭👏
Shardul Tiurwadkar
अच्छा हुआ कि चीन के खिलाफ जीत गए... वरना लोग कहते कि ये टीम बस बाहरी बातों से बढ़ती है। अब तो सबके मुँह में शब्द नहीं बचे।
Shubham Yerpude
यह सब एक योजना है। जब तक भारत खेल नहीं जीतता, तब तक विदेशी शक्तियाँ हमें नहीं भूलतीं। यह जीत एक राष्ट्रीय अभियान है। जानबूझकर चीन के सामने खेला गया। अब देखो, अमेरिका कैसे रिएक्ट करता है।
Hardeep Kaur
हरमनप्रीत की चोट के बावजूद खेलने का फैसला बहुत बड़ा था। ये लोग खेल नहीं, अपने दिल से खेलते हैं। ऐसे खिलाड़ियों के लिए तो बस एक शब्द है - धन्यवाद।
Karan Chadda
चीन को फाइनल में आने दिया ताकि भारत की जीत और भी बड़ी लगे 😂 अब तो हर बार जीतना ही जरूरी हो गया।
Vipin Nair
हॉकी जीतने का मतलब बस गोल नहीं होता बल्कि टीम का एकजुट होना होता है और इस टीम ने वो सब कुछ दिखाया। कोई नाम नहीं लेना चाहिए बस बस खेल देखो और जीत जाओ
Abhijit Padhye
इस टीम के बारे में जो बातें कही जा रही हैं, वो सब तो बस अंधेरे में चलने की कोशिश है। भारतीय हॉकी का इतिहास इस जीत से नहीं बल्कि इस टीम के अंदर के जज्बे से लिखा जाएगा।
Haizam Shah
अगर चीन के खिलाफ जीत नहीं होती तो आज तक लोग बोलते कि हम बस आयोजक देश की वजह से जीत गए। अब तो दुनिया भर में ये बात साबित हो गई कि हम असली चैंपियन हैं।
UMESH ANAND
यह जीत एक राष्ट्रीय नैतिकता का प्रमाण है। हमारे खिलाड़ियों ने नियमों का पालन किया, ईमानदारी से खेला, और विजय प्राप्त की। यह विजय अन्य देशों के लिए एक शिक्षा है।
Shivani Sinha
मैच देखा नहीं लेकिन जुगराज का गोल तो देखा ही... बस इतना कहना है कि भारत बहुत बड़ा देश है और इसकी हॉकी टीम भी बहुत बड़ी है ❤️🇮🇳
Prerna Darda
ये जीत एक नए एथेटिक फिलोसोफी का उदय है - जहाँ शारीरिक शक्ति और मानसिक दृढ़ता का संगम होता है। जुगराज का गोल एक ट्रांससेंडेंटल मोमेंट है जो खेल को एक अध्यात्मिक अनुभव में बदल देता है। ये जीत केवल एक ट्रॉफी नहीं, बल्कि एक अभियान है।