भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज को शुक्रवार, 5 जुलाई 2024 को, हैदराबाद में उनके गृहनगर में भव्य स्वागत मिला। यह स्वागत उन पर गर्व और उत्साह का प्रदर्शन था जो उन्होंने पुरुषों के टी20 विश्व कप में शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत को विजय दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। जब सिराज हैदराबाद पहुंचे, तो हवाई अड्डे से लेकर शहर की सड़कों तक, हर जगह प्रशंसकों की भीड़ उमड़ पड़ी थी।
मोहम्मद सिराज ने अपने क्रिकेट कैरियर की शुरुआत एक सामान्य परिवार से की थी, लेकिन अपनी मेहनत, लगन और प्रतिभा के बल पर वे आज भारतीय क्रिकेट टीम के प्रमुख तेज गेंदबाजों में से एक हैं। उन्होंने विश्व कप के दौरान अपनी गेंदबाजी से विपक्षी टीमों के बल्लेबाजों को खूब परेशान किया और कई महत्वपूर्ण विकेट चटकाए। सिराज की गेंदबाजी शैली और उनकी क्रिकेट समझ ने न सिर्फ उनके प्रशंसकों के दिल जीते बल्कि क्रिकेट विशेषज्ञों से भी तारीफें बटोरीं।
हैदराबाद में सिराज का यह स्वागत एक भव्य समारोह के रूप में आयोजित किया गया, जिसमें उनके परिवार, करीबी दोस्तों, सह-खिलाड़ियों और प्रशंसकों ने भाग लिया। लोगों ने उनके स्वागत में फूलों की वर्षा की, बैंड-बाजों के साथ नाचते-गाते उनका स्वागत किया। सिराज ने भी अपने प्रशंसकों के साथ इस खुशी के मौके को साझा किया और खुद को इतना प्यार और समर्थन देने के लिए सभी का धन्यवाद किया।
अपने स्वागत समारोह में सिराज ने कहा, 'यह मेरे लिए बहुत गर्व का क्षण है। अपने गृहनगर में इस तरह का स्वागत प्राप्त करना किसी भी खिलाड़ी के लिए बहुत बड़ी बात होती है। मैं अपने सभी प्रशंसकों और परिवार के सदस्यों का दिल से धन्यवाद करता हूँ जिन्होंने मुझे हमेशा प्रोत्साहित किया।' उन्होंने आगे कहा कि उनकी सफलता का श्रेय उनके परिवार, कोच और टीम के साथियों को जाता है जिन्होंने हमेशा उनका साथ दिया।
हैदराबादवासियों ने सिराज को उनकी मेहनत और लगन के लिए सम्मानित किया और उनकी सफलता का जश्न मनाया। इस मौके पर शहर के विभिन्न स्थलों को रोशनी से सजाया गया और कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। सिराज का स्वागत करने के लिए स्थानीय प्रशासन ने भी विशेष तैयारियाँ की थी।
सिराज का क्रिकेट कैरियर उन लाखों युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है जो खेल की दुनिया में नाम कमाना चाहते हैं। उनकी कहानी इस बात का उदाहरण है कि अगर जुनून और मेहनत हो, तो किसी भी मंजिल को पाया जा सकता है। उन्होंने अपनी ताकत और प्रतिबद्धता से यह साबित कर दिया है कि सीमित साधनों के बावजूद भी बड़ी उपलब्धियाँ हासिल की जा सकती हैं।
सिराज की वापसी के साथ ही हैदराबाद में क्रिकेट प्रेमियों के बीच नई ऊर्जा और जोश का माहौल बन गया है। उनकी सफलता ने न सिर्फ शहर के युवाओं को बल्कि पूरे भारत के क्रिकेट प्रेमियों को उत्साहित किया है। सिराज का यह स्वागत समारोह एक यादगार क्षण बन गया, जो हमेशा लोगों के दिलों में बसा रहेगा।
Ira Burjak
सिराज का स्वागत देखकर लगा जैसे कोई देश का नायक लौटा हो। असली गर्व की बात है कि एक छोटे से घर से निकलकर वो इतना बड़ा नाम बन गया। इंडिया को ऐसे खिलाड़ी चाहिए जो अपनी जड़ों से जुड़े रहें।
Shardul Tiurwadkar
अरे भाई, ये सब स्वागत तो बस टी20 विश्व कप के बाद हुआ। अगर वो 2019 में भी इतना खेलता तो अब तक उसके लिए मंदिर बन चुका होता। सच बताऊं तो लोगों की याददाश्त बहुत छोटी होती है।
Abhijit Padhye
ये सिराज की कहानी तो एक नए धर्म की शुरुआत है। आज के युवाओं को ये दिखाना है कि पैसा नहीं, मेहनत ही असली गुरु है। जब तक हम अपने बच्चों को डॉक्टर या इंजीनियर बनाने का दबाव देंगे, तब तक क्रिकेट का असली तालाब सूखता रहेगा।
मैंने देखा है गांव के बच्चे बिना शूज के टर्फ पर गेंद फेंकते हैं। वो बिना ड्रिलिंग के भी एक्स्ट्रा वाइड और नो बॉल डाल देते हैं। सिराज ने वही गरीबी को शक्ति में बदल दिया।
क्या आपने कभी सोचा कि एक ऐसे आदमी के पास शायद घर में फ्रिज नहीं था लेकिन उसके दिल में भारत का गाना बज रहा था? ये तो असली अमृत है।
हम सब टीम इंडिया के लिए जीत की खुशी मनाते हैं, लेकिन क्या हम उन लोगों के लिए जीतते हैं जिन्होंने घर छोड़कर अपने सपने के लिए लड़ाई लड़ी?
मैं तो सोचता हूं कि सिराज के नाम पर एक स्कूल बनाया जाए। जहां बच्चे न सिर्फ क्रिकेट सीखें बल्कि इंसानियत भी।
अगर ये वापसी एक फिल्म होती तो उसका नाम होता - ‘गरीबी से गर्व तक’।
अब तो हर बच्चा बोलेगा - मैं भी सिराज बनूंगा।
लेकिन क्या हम उसकी तरह उसके लिए लड़ पाएंगे?
ये सिराज की कहानी नहीं, ये हमारी कहानी है।
हमने उसे बाहर भेजा, वो वापस आया - और हम सबको बुलाया।
मैं तो अब हर रोज उसकी तरह एक गेंद फेंकूंगा। शायद एक दिन मैं भी कुछ बन जाऊं।
अगर आपको लगता है ये सिर्फ एक खिलाड़ी की कहानी है, तो आप गलत हैं। ये एक नए भारत की शुरुआत है।
और अगर आप इसे नहीं महसूस कर पाए, तो शायद आपके दिल में भी कुछ टूट गया है।
VIKASH KUMAR
अरे भाई ये सिराज का स्वागत देखकर मेरी आंखें भर आईं 😭😭😭 उसके पापा का चेहरा देखो वो रो रहे थे और मैं भी रो पड़ा 🥹💔 इतना प्यार क्या लग गया कि मैं अब सिराज का बेटा बनना चाहता हूं 😭👑 #SIRAJKING #HYDERABADLOVE
UMESH ANAND
महोदय, यह स्वागत एक खिलाड़ी के लिए अत्यधिक अतिरिक्त है। भारतीय खेल प्रशासन को इस प्रकार के नाटकीय आयोजनों के बजाय, बेसिक इंफ्रास्ट्रक्चर और युवा खिलाड़ियों के लिए व्यवस्थित विकास की ओर ध्यान देना चाहिए। यह सब बस एक नाटक है।
Rohan singh
बस एक बात कहूं - जब तक हम अपने खिलाड़ियों को जीत के बाद ही प्यार देंगे, तब तक कोई असली नायक नहीं बनेगा। सिराज ने दिखाया कि लगन और जुनून से कुछ भी हो सकता है। अब बस इतना करो - उसके लिए हमेशा खड़े रहो।
Karan Chadda
अरे ये सब तो बस फेसबुक वाला नाटक है। अगर सिराज ने विश्व कप नहीं जीता होता तो अब तक उसका नाम भी किसी ने नहीं सुना होता। लोग तो जीत के बाद ही नायक बनाते हैं। 🤷♀️🇮🇳
Shivani Sinha
सिराज तो बहुत अच्छा है पर देखो बाकी खिलाड़ी कहां हैं? जब तक भारत में गांवों में टर्फ नहीं बनेगी तब तक कोई और सिराज नहीं बनेगा। बस लोगों को बाजार में गेंद फेंकने दो।
Tarun Gurung
सिराज की गेंदबाजी तो बहुत शानदार थी, लेकिन असली जादू तो उसकी शांति और विनम्रता में थी। जब तक हम खिलाड़ियों को सिर्फ रन और विकेट से नहीं, बल्कि उनके इंसानियत से जानेंगे, तब तक हम असली जीत नहीं जी पाएंगे।
मैंने उसकी एक इंटरव्यू देखी थी - उसने कहा था, 'मैं तो बस अपने बाप के लिए खेलता हूं।' ये बात तो मेरे दिल को छू गई।
कल रात मैंने अपने बेटे को बताया - दोस्त, तू जितना भी बड़ा बने, अपने जड़ों को न भूल।
सिराज ने दिखाया कि असली गर्व तो बाहर से नहीं, अंदर से आता है।
अब तो मैं हर बार जब भी गेंद फेंकता हूं, उसकी याद आ जाती है।
उसकी आंखों में जो जुनून था, वो बस एक खिलाड़ी का नहीं, एक इंसान का था।
Rutuja Ghule
इस स्वागत का वास्तविक उद्देश्य लोगों को भ्रमित करना है। ये बस एक राजनीतिक नाटक है जिसके तहत खिलाड़ियों को उपयोग किया जा रहा है। क्रिकेट की असली समस्याएं - खेल के लिए संसाधनों की कमी, बुनियादी ढांचे का अभाव - इस तरह के नाटकों से नहीं दूर होंगी।
vamsi Pandala
बस एक विकेट लिया और ये सब हो गया? अगर ये इतना बड़ा है तो जो दो साल तक घायल रहा उसका क्या हुआ? लोगों की याददाश्त बहुत छोटी होती है।
nasser moafi
अरे भाई, ये सिराज का स्वागत देखकर मैंने एक बात समझी - हमारे देश में जब तक कोई जीत नहीं लाता, तब तक वो एक आम इंसान है। लेकिन जैसे ही वो जीत जाता है - वो देश का खजाना बन जाता है। 😎🇮🇳 #SIRAJVIBES
Saravanan Thirumoorthy
हमारे देश के नाम से गर्व है जब एक आदमी अपनी मेहनत से दुनिया को दिखा दे कि गरीबी के बावजूद भी कुछ हासिल किया जा सकता है। सिराज ने भारत का नाम रोशन किया और इसके लिए उसका स्वागत बिल्कुल ठीक है।
Shardul Tiurwadkar
तुम लोग तो सिराज के लिए गाने गा रहे हो। लेकिन क्या किसी ने ये सोचा कि जब वो घर लौटा तो उसके पास बस एक छोटी सी गाड़ी थी और उसकी माँ ने उसे एक चाय की चुस्की दी। वो गाड़ी अब भी वही है। वो बदला नहीं। और यही असली जीत है।
Rohan singh
बस एक बात कहूं - जब तक हम अपने खिलाड़ियों को जीत के बाद ही प्यार देंगे, तब तक कोई असली नायक नहीं बनेगा। सिराज ने दिखाया कि लगन और जुनून से कुछ भी हो सकता है। अब बस इतना करो - उसके लिए हमेशा खड़े रहो।