एनटीए प्रमुख – कौन है, क्या करता है और क्या नया है?

अगर आप अंतरराष्ट्रीय खबरों में रुचि रखते हैं तो "एनटीए प्रमुख" शब्द आपको अक्सर सुनाई देगा। ये वो व्यक्ति है जो नाटो (NATO) के समस्त कार्यों का प्रमुख प्रमुख होता है, जैसे सुरक्षा नीतियों का निर्धारण, सदस्य देशों के बीच सहयोग को बढ़ावा देना और विश्व में शांति बनाए रखना। आजकल इस पद पर कई तरह के चुनौतियां हैं – साइबर अटैक, जलवायु परिवर्तन से जुड़ी सुरक्षा खतरे, और विभिन्न क्षेत्रों में प्रभावशाली शक्ति का संतुलन।

एनटीए प्रमुख की मुख्य जिम्मेदारियां

एनटीए प्रमुख के कंधों पर सबसे बड़ी ज़िम्मेदारी है गठबंधन की दीर्घकालिक रणनीति बनाना। इसका मतलब है:

  • सभी 31 सदस्य देशों की रक्षा नीति को एकसाथ जोड़ना।
  • सैन्य अभ्यास, प्रशिक्षण और बजट के मामलों में दिशा‑निर्देश देना।
  • विश्व सुरक्षा चुनौतियों पर सदस्यों को सलाह देना और उन्हें एक साथ कार्रवाई में लाना।
  • साइबर सुरक्षा, ड्रोन्स और नई तकनीकों के प्रयोग को समन्वित करना।

इन सबके अलावा, प्रमुख अक्सर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भारत, रूस या चीन जैसे देशों से मिलते हैं, ताकि तनाव कम हो और सहयोग बढ़े।

हालिया अपडेट और प्रमुख घटनाएँ

पिछले कुछ महीनों में एनटीए प्रमुख ने कई अहम फैसले लिए हैं। सबसे पहले, यूक्रेन के मुद्दे पर उन्होंने सदस्य राज्यों को अतिरिक्त सैन्य सहायता की सलाह दी, जिससे यूक्रेन की रक्षा क्षमता मजबूत हुई। दूसरा, साइबर सुरक्षा को लेकर एक नई पहल शुरू की – सभी देशों को एक साझा साइबर‑डिफेंस नेटवर्क बनाने का निर्देश दिया गया। इस नेटवर्क से असुरक्षित क्षेत्रों में जल्दी प्रतिक्रिया संभव होगी।

इसके अलावा, जलवायु परिवर्तन से जुड़ी सुरक्षा जोखिमों को देखते हुए, एनटीए प्रमुख ने ‘ग्रीन डिफेंस’ नाम की पहल शुरू की। इस योजना के तहत नाटो देशों को सौर ऊर्जा, इलेक्ट्रिक वाहनों और हरित सैन्य बुनियादी ढांचे में निवेश करने को कहा गया। इससे ना सिर्फ पर्यावरण पर दबाव कम होगा, बल्कि ऊर्जा की लागत भी घटेगी।

एक और दिलचस्प बात – हाल ही में एनटीए प्रमुख ने ब्राज़ील, भारत और ऑस्ट्रेलिया के साथ ‘क्वाड‑इंडो‑पैसिफिक’ डायलॉग को सुदृढ़ करने की बात रखी। इसका लक्ष्य था एशिया‑प्रशांत में सामरिक संतुलन बनाए रखना और समुद्री सुरक्षा को मजबूत करना। इस पहल से भारतीय नौसेना के साथ सहयोग में नई संभावनाएं खुल रही हैं।

अगर आप जानना चाहते हैं कि अगली बार कौन से बड़े निर्णय आएंगे, तो एनटीए प्रमुख के बयान और प्रेस कॉन्फ्रेंस पर नज़र रखें। अक्सर वे नई रणनीति या ऑपरेशन्स के बारे में संकेत देते हैं, और यही संकेत कई विश्व समाचार साइट्स में आगे की ख़बरों का आधार बनते हैं।

संक्षेप में, एनटीए प्रमुख सिर्फ एक उच्च पद नहीं, बल्कि विश्व सुरक्षा का एक महत्वपूर्ण केंद्र बिंदु है। उनका हर कदम अंतरराष्ट्रीय राजनीति को प्रभावित करता है, इसलिए इस पद के बारे में अपडेट रहना आपके लिये उपयोगी रहेगा।

प्रदीप खरोला: कागज़ लीक मामले के बीच नए राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी प्रमुख कौन हैं

जून 24 Roy Iryan 0 टिप्पणि

प्रदीप सिंह खरोला, एक अनुभवी भारतीय प्रशासनिक सेवा अधिकारी, को राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) का नया प्रमुख नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति उस समय हुई है जब एनटीए पर नीट और नेट जैसी प्रतिस्पर्धी परीक्षाओं में अनियमितताओं के आरोप लगे हैं। खरोला इससे पहले एयर इंडिया और बेंगलुरु मेट्रो रेल निगम के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक रह चुके हैं।