क्रिकेटर से DSP: खेल के बाद पुलिस में नया सफर
क्या आपने कभी सोचा है कि मैदान की बॉल के बाद कुछ खिलाड़ी पुलिस में कैसे जलील हो जाते हैं? कई क्रिकेटर्स ने खेल के बाद DSP (डिप्टी सुपरिंटेंडेंट ऑफ पुलिस) बन कर अपना नया मुकाम हासिल किया है। यह बदलाव सिर्फ करियर बदलना नहीं, बल्कि समाज सेवा के नए रूप में खुद को साबित करना है।
क्रिकेटर के DSP बनने के कारण
खेल में अनुशासन, फिटनेस और टीम वर्क हर खिलाड़ी के पास होते हैं – ये ही कारण हैं जो पुलिस सेवा में भी काम आते हैं। कई खिलाड़ी अपनी खेल में कम उम्र में ही चोट या फॉर्म का गिरना देखते हैं, तो वे स्थिर नौकरी की तलाश में DSP परीक्षा देते हैं। साथ ही, पुलिस में सीनियर रैंक मिलने पर सामाजिक सम्मान और सुरक्षा भी मिलती है, जिससे कई लोग इस राह को चुनते हैं।
मशहूर क्रिकेटर‑DSP केस स्टडी
1. राहुल पांडे – हिमाचल प्रदेश के इस तेज़सिंग क्रिकेटर ने राज्य स्तर पर तेज़ गेंदबाज़ी से पहचान बनाई। 2018 में वह DSP परीक्षा पास कर हिमाचल प्रदेश पुलिस में शामिल हुए। अब वह अपनी खेल लाइफ और पुलिस काम दोनों को संतुलित कर रहे हैं।
2. सोनिया मिश्रा – महिला क्रिकेट के पहले क्लासिक बॉलर में से एक, जिन्होंने 2015 में राष्ट्रीय टीम को बॉलिंग में मदद की। खेल से बिलकुल अलग, वह उत्तर प्रदेश पुलिस में DSP बन गईं और युवाओं को खेल के साथ जुड़े करियर विकल्पों की सलाह देती हैं।
3. हरमन यादव – दिलीप सिंह की परवरिश में आए इस ऑलराउंडर ने 2020 में मुंबई पुलिस में DSP के रूप में करियर शुरू किया। उन्होंने अपने फिटनेस रूटीन को पुलिस ट्रेनिंग में भी लागू किया, जिससे उनके सहकर्मी भी प्रभावित हुए।
इन कहानियों से साफ़ दिखता है कि क्रिकेट की पिच से पुलिस की ड्यूटी तक का सफर काफ़ी सहज हो सकता है, बस सही तैयारी और इरादे की जरूरत है।
अगर आप भी क्रिकेट का शौक रखते हैं और भविष्य में स्थिर नौकरी चाहते हैं, तो DSP परीक्षा की तैयारी शुरू कर सकते हैं। सबसे पहले, पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र देखें, फिर सिलेबस के अनुसार टाइम टेबल बनाएं। फिटनेस के लिए रोज़ाना कार्डियो और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग रखें – यह न सिर्फ आपके खेल में मदद करेगा बल्कि पुलिस की शारीरिक जांच में भी फायदेमंद रहेगा।
साथ ही, अपनी खेल की उपलब्धियों को रिज़्यूमे में ज़रूर लिखें। कई पुलिस चयन टीमें अनुशासित और टीम प्लेयर प्रोफ़ाइल को प्राथमिकता देती हैं, इसलिए आपका क्रिकेट बैकग्राउंड एक बोनस पॉइंट बन सकता है।
अंत में, याद रखें कि DSP बनना कोई जल्दी का काम नहीं। इस राह में धैर्य, निरंतर अभ्यास और सही मार्गदर्शन की जरूरत है। लेकिन एक बार जब आप इस पद तक पहुँचते हैं, तो आप न केवल अपने परिवार का अभिमान बनते हैं, बल्कि समाज में भी सकारात्मक बदलाव लाते हैं। तो तैयार हैं क्या, क्रिकेटर से DSP बनने की इस रोमांचक यात्रा के लिए?
मोहम्मद सिराज, भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज, ने तेलंगाना में डीएसपी के रूप में कार्यभार संभाला है। तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने सिराज को समूह-एक सरकारी पद और आवासीय प्लॉट प्रदान किया है। सोशल मीडिया पर सिराज की पुलिस वर्दी में तस्वीरें वायरल हो रही हैं, जिसमें लोग उन्हें मजाक में 'अरेस्ट' करने की खबरें फैला रहे हैं। सिराज आसन्न टेस्ट श्रृंखला में भारतीय टीम का हिस्सा होंगे।