शेयर प्राइस चेक करने का आसान तरीका
अगर आप शेयर बाजार में नया हैं या पहले से ही निवेश करते हैं, तो सबसे जरूरी चीज़ है शेयर प्राइस का पता रखना। आजकल मोबाइल ऐप, वेबसाइट और टीवी चैनल पर रीयल‑टाइम कीमतें मिलती हैं, इसलिए उलझन की कोई जरूरत नहीं।
शेयर प्राइस कहाँ देख सकते हैं?
सबसे लोकप्रिय प्लेटफ़ॉर्म हैं NSE (नेशनल स्टॉक एक्सचेंज) और BSE (बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज)। इनके आधिकारिक ऐप या साइट पर जब भी आप सिम्बल टाइप करेंगे, उसे तुरंत मूल्य दिखेगा। साथ ही ज़ीरोहैट, Moneycontrol, एटीमैटिक जैसी फ्री ऐप्स भी अच्छी जानकारी देती हैं। बस शेयर का नाम या टिसीएस कोड डालें, और आपको कीमत, दिन भर का चार्ट और बदलाव का प्रतिशत दिखेगा।
किस कारण से शेयर प्राइस बदलता है?
शेयर की कीमत कई चीज़ों से प्रभावित होती है। सबसे बड़ी बात है कंपनी की कमाई—अगर क्वार्टरली रिपोर्ट में मुनाफ़ा बढ़ता है, तो कीमत आमतौर पर ऊपर जाती है। मार्केट में सप्लाई‑डिमांड भी रोल प्ले करती है; अगर ज्यादा लोग खरीद रहे हों तो कीमत बढ़ेगी, और बेचने वाले ज़्यादा हों तो गिरेगी। बाहरी कारक जैसे आर्थिक डेटा, RBI की दरें, गोल्ड की कीमत और विदेश में बाजार की स्थिति भी असर डालते हैं। कभी‑कभी खबरें—जैसे नया प्रोडक्ट लॉन्च या सरकारी नयी नीति—भी अचानक प्राइस को ऊपर‑नीचे कर सकती हैं।
इन फॉर्मूलों को समझ कर आप नहीं सिर्फ़ आज की कीमत देखेंगे, बल्कि यह भी अनुमान लगा पाएँगे कि भविष्य में कैसे बहेगा।
शेयर प्राइस पर ध्यान देने वाली 5 पॉइंट्स
1. वॉल्यूम देखें: अगर प्राइस बढ़ रहा है और ट्रेडिंग वॉल्यूम भी हाई है, तो यह साबित करता है कि कई लोग इस शेयर को फॉलो कर रहे हैं।
2. 52 हफ्ते का हाई‑लो: इस रेंज को जानने से पता चलता है कि अभी शेयर अपने ऐतिहासिक हाई या लो के करीब है या नहीं।
3. टेक्निकल इंडिकेटर: RSI या MACD जैसे संकेतक बताते हैं कि शेयर ‘ओवरबॉउट’ है या ‘ओवरसोल्ड’।
4. कंपनी के इवेंट: डिविडेंड, बोनस शेयर, स्टॉक स्प्लिट आदि के बाद अक्सर प्राइस में अचानक बदलाव आता है।
5. मार्केट सेंटिमेंट: सोशल मीडिया, फोरम और एनालिस्ट रेटिंग को फॉलो करें। कई बार सेंटिमेंट बदलने से प्राइस में तेज़ मूवमेंट देखी जाती है।
इन पॉइंट्स को रोज़ाना चेक करने से आप शेयर प्राइस के साथ-साथ बाजार की मूवमेंट को भी समझ पाएँगे।
कैसे रखें शेयर प्राइस पर नजर?
अपनी मोबाइल में अलर्ट सेट करें। अधिकांश ऐप्स में ‘Price Alert’ का ऑप्शन होता है जहाँ आप प्राइस का लक्ष्य सेट कर सकते हैं, जैसे 500 रु. से ऊपर या नीचे गिरने पर नोटिफिकेशन मिले। ये तरीका आपको हर बार स्क्रीन खोलने की जरूरत नहीं रखता, बस एक सिग्नल सुनते ही आप जरूरत की कार्रवाई कर सकते हैं।
अगर आप लंबी अवधि का निवेश कर रहे हैं, तो रोज़ाना छोटे‑छोटे उतार‑चढ़ाव को फॉलो करने की जरूरत नहीं। उस केस में टैक्स‑इफ़ेक्टिव रिटर्न, कंपनी की फंडामेंटल्स और डिविडेंड यील्ड को देखें।
आख़िर में ये याद रखें—शेयर प्राइस एक नंबर है, लेकिन उसके पीछे की कहानी ही असली मायने रखती है। जब आप कारण समझते हैं, तो कीमत से जुड़ी हर दिक्कत कम हो जाती है और आपका निवेश भी भरोसेमंद बन जाता है।
3 जून 2024 को रिलायंस पावर के शेयरों में महत्वपूर्ण उतार-चढ़ाव देखा गया। शेयर की कीमत ₹12.25 पर खुली और ₹12.45 के उच्चतम स्तर तक पहुंची, लेकिन फिर ₹11.95 के निचले स्तर तक गिर गई। फिलहाल, शेयर की कीमत ₹12.10 पर कारोबार कर रही है। कंपनी हाल ही में काफी चर्चा में रही है।