यशस्वी जयसवाल की विवादित आउट होने पर रवि शास्त्री की प्रतिकृति, माइकल वॉन की आलोचना पर कड़ी प्रतिक्रिया

दिसंबर 16 Roy Iryan 8 टिप्पणि

विवाद के केंद्र में एक युवा बल्लेबाज

भारतीय क्रिकेट के उभरते हुए सितारे यशस्वी जयसवाल हाल ही में एक विवाद का हिस्सा बने जब पूर्व इंग्लिश कप्तान माइकल वॉन ने अभ्यास सत्र के दौरान उनके जल्दी आउट होने की आलोचना की। यह घटना तब घटित हुई जब जयसवाल एक नेट प्रैक्टिस सत्र में खेलते हुए एक शॉट के दौरान आउट हुए और वॉन ने इसे उनके बल्लेबाजी के निर्णय की अपरिपक्वता के रूप में देखा। वॉन का कहना है कि जयसवाल को अधिक सतर्कता के साथ खेलना चाहिए था, खासकर जब लगभग हर प्रैक्टिस सत्र का गवाह कैमरा होता है और खिलाड़ियों की हर चाल पर ध्यान दिया जाता है। उनके इस बयान ने क्रिकेट प्रेमियों के बीच हलचल मचा दी।

रवि शास्त्री की प्रतिक्रिया

पूर्व भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच और क्रिकेट विश्लेषक रवि शास्त्री ने वॉन की इस आलोचना को अनुचित ठहराया। शास्त्री, जो भारतीय टीम के लिए एक शानदार खिलाड़ी रहे हैं, ने वॉन के बयान का प्रतिवाद करते हुए कहा कि जयसवाल का शॉट खेलना एक 'परफेक्ट' शॉट था और इसे एक गलत निर्णय बताना उचित नहीं था। शास्त्री का कहना है कि अभ्यास सत्र का उद्देश्य ही खिलाड़ियों को उनके शॉट्स को लेकर प्रयोग करने का मौका देना होता है और इसमें गलतियाँ होना सामान्य बात है।

यशस्वी का प्रशंसा भरा रिकॉर्ड

यशस्वी जयसवाल के बारे में बात करें तो, यह युवा खिलाड़ी भारतीय क्रिकेट के अगले बड़े सितारे के रूप में उभर रहे हैं। रवि शास्त्री ने पूर्व में उनके बल्लेबाजी कौशल की तुलना की थी महान सचिन तेंदुलकर की प्रमुदित प्रारंभिक वर्षों से। शास्त्री के अनुसार, यशस्वी में वह सारा सामर्थ्य और क्षमता है जो उन्हें एक महान खिलाड़ी बना सकता है। जिस प्रकार यशस्वी ने अपनी शुरुआत से ही असाधारण प्रतिभा का प्रदर्शन किय है, उसने सभी का ध्यान उनकी ओर आकर्षित किया है।

जवाबदेही और आलोचना का चक्र

युवाओं के लिए जैसे जैसे क्रिकेट में कदम रखते हैं, वैसे-वैसे वे अपने गेम की बारीकियों को समझते हैं। इसी प्रकिया में कभी-कभी गलतियां भी होती हैं। वॉन की आलोचना ने यह दिखाया कि किस तरह से युवा खिलाड़ियों पर अत्यधिक दबाव होता है और हर छोटी-सी भूल को उनकी क्षमता पर सवाल के रूप में देखा जाता है। खिलाड़ियों के कौशल के विकास की यह प्रक्रिया अगर समझ न सके तो यह युवाओं के मनोबल पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकती है।

गहन विचार और परिवर्तन का समय

गहन विचार और परिवर्तन का समय

भविष्य में यह महत्वपूर्ण होगा कि अंयों द्वारा की जा रही आलोचना को जयसवाल और अन्य युवा खिलाड़ियों द्वारा किस प्रकार देखा जाता है। क्या यह आलोचना प्रेरणा का कारण बनती है या खिलाड़ियों के आत्मविश्वास को चोट पहुंचाती है? क्रिकेट एक सजीव अनुभव है जिसमें दीर्घकालिक दृष्टिकोण के साथ हर नया बल्लेबाज अपनी गलती से सीखता है और अपनी कला में सुधार करता है। रवि शास्त्री और माइकल वॉन जैसे पूर्व खिलाड़ियों के विचारों का टकराव बताता है कि मैदान से बाहर भी खिलाड़ी को लेकर विश्लेषण चलते रहते हैं। शास्त्री जैसे अनुभवी कोचों की सलाह और समर्थन, जयसवाल की तरह के युवाओं के लिए सहारा भरा होता है। यह खिलाड़ियों और खेल के लिए महत्वपूर्ण समय है, जब उन्हें इन आलोचनाओं को अपने विकास की सीढ़ी के रूप में इस्तेमाल करना चाहिए।

Roy Iryan

Roy Iryan (लेखक )

मैं एक अनुभवी पत्रकार हूं जो रोज़मर्रा के समाचारों पर लेखन करता हूं। मेरे लेख भारतीय दैनिक समाचारों पर गहन विश्लेषण प्रदान करते हैं। मैंने विभिन्न समाचार पत्र और ऑनलाइन प्लेटफार्म के लिए काम किया है। मेरा उद्देश्य पाठकों को सही और सटीक जानकारी प्रदान करना है।

Uday Teki

Uday Teki

ये जयसवाल तो बहुत अच्छा खिलाड़ी है 😊 बस थोड़ा और धैर्य रखो, वो बड़ा हो जाएगा।

Haizam Shah

Haizam Shah

माइकल वॉन को अपनी चुप्पी में रहना चाहिए था। हमारे युवा खिलाड़ी अभी बन रहे हैं, न कि बन चुके। इस तरह की आलोचना से कुछ नहीं होता, बस उनका आत्मविश्वास तोड़ दिया जाता है।

Vipin Nair

Vipin Nair

आलोचना और समर्थन दोनों जरूरी हैं लेकिन उनका अनुपात महत्वपूर्ण है। एक युवा बल्लेबाज के लिए एक गलती एक सीख है न कि एक अपराध। रवि शास्त्री सही कह रहे हैं - प्रैक्टिस में गलतियाँ होनी चाहिए वरना वो क्या सीखेगा?

Ira Burjak

Ira Burjak

माइकल वॉन ने शायद अपने दिनों में कभी नेट पर बल्ला घुमाया ही नहीं। ये सब तो बस अपनी अनुभव की चादर फैलाने की कोशिश है। बस थोड़ा धैर्य रखो भाई, ये बच्चे अभी बड़े हो रहे हैं 😌

Shardul Tiurwadkar

Shardul Tiurwadkar

हर बच्चा जो बल्ला उठाता है, उसके दिल में एक सचिन होता है। वॉन की आलोचना तो बस एक चिंगारी है, जिसे शास्त्री जी ने आग बना दिया। अब ये आग यशस्वी के अंदर बढ़ेगी, न कि बुझेगी।

Abhijit Padhye

Abhijit Padhye

अरे भाई ये सब बकवास है। वॉन को अपने घर बैठकर बताना चाहिए कि कैसे खेलना है? हमारे यहाँ तो जब तक बल्लेबाजी नहीं कर ली, तब तक आलोचना करने का अधिकार नहीं। रवि शास्त्री ने तो सच कह दिया - ये शॉट परफेक्ट था।

VIKASH KUMAR

VIKASH KUMAR

अरे ये क्या हो गया भाई?? जयसवाल को आउट कर दिया और वॉन ने फिर इतना बड़ा मामला बना दिया?? ये तो बस टीवी के लिए ड्रामा है। ये बच्चा तो बस अपना शॉट लगा रहा था, अब दुनिया उसकी जिंदगी बदल देगी। बस रो रहा हूँ मैं अब 😭😭😭

UMESH ANAND

UMESH ANAND

मैं व्यक्तिगत रूप से इस आलोचना को अस्वीकार्य मानता हूँ। एक अनुभवी व्यक्ति के द्वारा एक युवा खिलाड़ी की गतिविधि पर आलोचना करना, खासकर एक अभ्यास सत्र में, खेल की आत्मा के विरुद्ध है। यह नैतिक दायित्व का उल्लंघन है।

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