US F‑1 वीजा में भारतीय छात्रों की 44% गिरावट: कारण और असर
US ने 2025 की पहली आधी में भारतीय छात्रों को F‑1 वीजा 44% घटा दिया, कारणों में कांसुलेट बंद, कड़ी स्क्रीनिंग और नई नीतियाँ शामिल हैं। अमेरिका के विश्वविद्यालयों को बड़ा झटका।
जब आप F-1 वीजा, अमेरिका में उच्च शिक्षा पाने के लिए दिया जाने वाला प्रमुख छात्र वीजा. Also known as US छात्र वीजा, it serves as the gateway for anyone wanting to pursue a degree, diploma or certificate in the United States. यह वीजा केवल पढ़ाई पर ही नहीं, बल्कि इंटर्नशिप, कैंपस जॉब और ग्रेजुएशन के बाद की संभावनाओं को भी खोलता है.
F-1 वीजा के लिए सबसे ज़रूरी कागज़ I-20 फॉर्म, शिक्षा संस्थान द्वारा जारी किया गया आधिकारिक दस्तावेज़ जो आपके दाखिले और वित्तीय स्थिति का प्रमाण देता है है. यह फॉर्म SEVIS (Student and Exchange Visitor Information System) के साथ जुड़ा होता है, जिसे SEVIS, एक ऑनलाइन डेटाबेस जो सभी F-1 वीजा धारकों की स्थिति को ट्रैक करता है द्वारा मॉनिटर किया जाता है. अगले कदम में आपको DS-160, ऑनलाइन वीजा आवेदन फॉर्म जो व्यक्तिगत जानकारी, यात्रा योजना और सुरक्षा प्रश्नों को कवर करता है भरना होता है. इन तीनों (I-20, SEVIS, DS-160) का सही संयोजन F-1 वीजा प्रक्रिया को सुगम बनाता है.
सामान्य तौर पर, प्रक्रिया इस तरह दिखती है: F-1 वीजा आवेदन शुरू करने से पहले आप अपनी स्कूल या कॉलेज से I-20 प्राप्त करते हैं → SEVIS ID नंबर मिलते ही आप SEVIS पेमेंट (SEVIS I-901) पूरा करते हैं → फिर DS-160 फॉर्म भरकर फेडरल वीजा सेंट्रल में अपॉइंटमेंट लेती हैं. यह क्रम सुनिश्चित करता है कि सभी आवश्यक जानकारी सही ढंग से इमिग्रेशन अधिकारी तक पहुँचे और आपका इंटरव्यू बिना किसी अड़चन के हो.
वास्तविक इंटरव्यू के दौरान अधिकारी अक्सर पूछते हैं कि आपका कोर्स क्यों चुना, आपका वित्तीय प्लान क्या है, और ग्रेजुएशन के बाद आप किस तरह से अमेरिका में ठहरना चाहते हैं. यहाँ पर आपके I-20 की जानकारी, SEVIS रिकॉर्ड और DS-160 उत्तर मिलकर एक स्पष्ट तस्वीर पेश करते हैं. अगर आप सही ढंग से इन दस्तावेज़ों को तैयार रखें, तो आपका F-1 वीजा मिलने की संभावना अधिक रहती है.
एक बार वीजा मिल जाने के बाद भी कुछ नियमों का पालन आवश्यक है: आप केवल अपने I-20 में दर्ज कोर्स कर सकते हैं, पैरटी-टाइम काम (Campus Employment) या Optional Practical Training (OPT) जैसे विकल्पों से आप अपने पढ़ाई के बाद काम भी कर सकते हैं. ये सभी विकल्प SEVIS में अपडेट होते हैं, इसलिए अपने स्टूडेंट एडवाइज़र से नियमित संपर्क में रहना चाहिए. इस तरह आप न केवल वैध स्थिति में रहते हैं, बल्कि अपने करियर को भी आगे बढ़ा सकते हैं.
अब आप जानते हैं कि F-1 वीजा, I-20, SESES और DS-160 एक दूसरे से कैसे जुड़े हुए हैं और इनका सही उपयोग कैसे करें. नीचे की लिस्ट में आप विभिन्न पहलुओं से जुड़ी खबरें और गाइड पाएंगे – चाहे वो वीजा प्रोसेस की नई अपडेट हो या जीवन यापन के टिप्स. पढ़िए और अपने अमेरिकी पढ़ाई के सफर को सहज बनाइए.
US ने 2025 की पहली आधी में भारतीय छात्रों को F‑1 वीजा 44% घटा दिया, कारणों में कांसुलेट बंद, कड़ी स्क्रीनिंग और नई नीतियाँ शामिल हैं। अमेरिका के विश्वविद्यालयों को बड़ा झटका।