ग्रैंड स्लैम: टेनिस में सबसे बड़ा खिताब क्या है?
अगर आप टेनिस के शौकीन हैं तो "ग्रैंड स्लैम" शब्द सुना होगा। इस शब्द का मतलब सिर्फ चार बड़े टूर्नामेंट नहीं, बल्कि उन टूर्नामेंटों में जीत के बाद मिलने वाला सबसे बड़ा सम्मान है। ऑस्ट्रेलिया ओपन, फ्रेंच ओपन, विंबलडन और यूएस ओपन – इन चार में से एक भी चूकने पर साल भर की मेहनत अधूरी रह जाती है। तो चलिए, जानते हैं इन टूर्नामेंटों के बारे में और 2025 की नई कहानियों को देखते हैं।
ऑस्ट्रेलियन ओपन 2025: नया चैंपियन कौन बना?
2025 का ऑस्ट्रेलियन ओपन अभी-अभी समाप्त हुआ और टेनिस की दुनिया में हलचल है। नोवाक जोकोविच ने शुरुआती दौर में युवा निशेश बासवरेड्डी को हराया, लेकिन असली कामधंधा क्वार्टरफाइनल में आया। भारतीय टेनिसर ने भी शानदार पाई और कई बड़ी महारतें दिखाईं, जिससे भारतीय दर्शकों की उम्मीदें बढ़ गईं। मैचों में तेज़ सर्विस, लंबे रैली और कई बार उलझे हुए पॉइंट्स ने दर्शकों को सीट से बांधे रखा।
ऑस्ट्रेलिया में बहुत तेज़ कोर्ट होते हैं, इसलिए सर्वर को फायदा मिलता है। इस साल भी कई बार सर्वर ने ही मैच को मोड़ दिया, पर बासवरेड्डी जैसी युवा पीढ़ी ने रिटर्न में पकड़ बना ली। अगर आप इस टूर्नामेंट को फिर से देखना चाहते हैं, तो स्नीकर्स, पानी की बोतल और पकड़ रखने वाली सीटें तैयार रखें – क्योंकि बॉल की गति और हवा दोनों ही तेज़ होती है।
ग्रैंड स्लैम के इतिहास में कुछ खास पल
ग्रैंड स्लैम का इतिहास 20वीं सदी तक जाता है। सबसे पहला ऑस्ट्रेलियन ओपन 1905 में हुआ था, जबकि यूएस ओपन का पहला संस्करण 1881 में शुरू हुआ। तब से लेकर आज तक कई दिग्गजों ने इस मंच पर अपने नाम को अक्कल बना दिया – रॉजर फेडरर, राफेल नडाल, सरीना विलियम्स और स्टेफ़ी ग्रेफ। इनके दांव पर हमेशा वही फॉर्मूला था: लगातार प्रैक्टिस, सही पोषण और मैच में मानसिक ताकत।
ग्रैंड स्लैम जीतने की कोशिश में अक्सर खिलाड़ी कई चोटों से भी जूझते हैं। 2025 में कई बड़े नाम, जैसे डोमी सिगिंगर और माइकल जेराम, को चोटों के कारण कुछ टॉर्नमेंट मिस करना पड़ा। इसलिए फिजियोथेरेपी, फिजिकल ट्रेनर और सही रेस्ट बहुत मायने रखते हैं। अगर आप किसी मैच को देखते हुए महसूस करते हैं कि खिलाड़ी थके हुए लग रहे हैं, तो उसके पीछे का कारण अक्सर यही होता है।
आज के दौर में सोशल मीडिया ने ग्रैंड स्लैम को और भी नज़दीक ला दिया है। लाइव स्ट्रीमिंग, रीयल‑टाइम स्कोर और खिलाड़ी के पीछे की कहानियाँ सब एक ही क्लिक में मिलती हैं। इसलिए आप नहीं सिर्फ मैच देख रहे हैं, बल्कि खेल के हर भावनात्मक पहलू को भी महसूस कर रहे हैं।
समाप्ति में, अगर आप टेनिस को फ़ॉलो करना चाहते हैं, तो ग्रैंड स्लैम के चारों टूर्नामेंट को कैलेंडर में मार्क करें। ऑस्ट्रेलिया में गर्मी, पेरिस में रेत, लंडन में घास और न्यूयॉर्क में हार्ड कोर्ट – हर एक का अपना अलग मज़ा है। इस साल के ऑस्ट्रेलियन ओपन की कहानी ने यह साबित किया कि नई पीढ़ी भी बड़े नामों को चकमा दे सकती है। अगले महीनों में फ्रेंच ओपन, विंबलडन और यूएस ओपन की दहलीज पर खड़े हों – क्योंकि ग्रैंड स्लैम का सच्चा रोमांच अभी शुरू ही हुआ है।
नोवाक जोकोविच ने रोलां गैरो में लोरेंजो मुसैती के खिलाफ असाधारण वापसी करते हुए तीसरे राउंड के मैच में 7-5, 6-7(6), 2-6, 6-3, 6-0 से जीत दर्ज की। इस मैच की अवधि चार घंटे 29 मिनट रही और यह मैच ठिक रात 3:08 बजे समाप्त हुआ। जोकोविच ने अपना 369वां ग्रैंड स्लैम मैच जीतकर रोजर फेडरर की बराबरी की।