पार्टी झंडा – समझें इसका मतलब और महत्व
जब भी चुनाव की बातें सामने आती हैं, आप अक्सर टीवी या हडसम्पर में रंगीन झंडे देखते हैं। यही पार्टी झंडा है – एक ऐसा प्रतीक जो किसी राजनीतिक दल की पहचान को एक नज़र में बताता है। यह सिर्फ़ एक कपड़ा नहीं, बल्कि जनता के दिल में उस पार्टी की छवि बनाता है।
हर पार्टी का अपना खास रंग, आकार और डिजाइन होता है, जिससे लोग इसे पहचान सकते हैं। चाहे वह लाल रंग का कम्युनिस्ट झंडा हो या भगवा‑सफेद‑हरा तिरंगा, प्रत्येक झंडे का अपना इतिहास और विचारधारा जुड़ी होती है। इसलिए झंडे को समझना, उस पार्टी की विचारधारा को समझने का पहला कदम है।
पार्टी झंडे के मुख्य प्रकार
भारत में पार्टी झंडे को तीन बड़े वर्गों में बाँटा जा सकता है:
- रंग‑आधारित झंडे: अधिकांश पार्टियों ने एक प्रमुख रंग चुना है, जैसे भारतीय जनता पार्टी (आई.पी.आई.) का सुनहरा‑पीला, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का सफ़ेद‑नीला‑भूरा।
- प्रतीक‑आधारित झंडे: कुछ पार्टियों ने अपने विचारों को दर्शाने वाला प्रतीक जोड़ दिया है, जैसे मुजिब उर रहमान की पार्टी में तीर, या सामाजिक पार्टी में हाथ‑हाथ मिलाना।
- संयोजन झंडे: रंग और प्रतीक दोनों को मिलाकर एक अनूठा डिज़ाइन बनाया जाता है, जो अक्सर चुनाव अभियन में ज्यादा प्रभावी रहता है।
इन डिज़ाइनों को चुनाव आयोग द्वारा अनुमोदन मिलने के बाद ही आधिकारिक रूप से इस्तेमाल किया जा सकता है। यह नियम इस लिए है ताकि जनता को भ्रमित न किया जाए और हर पार्टी का अपना स्पष्ट पहचान चिन्ह हो।
पार्टी झंडे का उपयोग कब और कैसे किया जाता है
पार्टी झंडे का सबसे बड़ा प्रयोग चुनावी कैंपेन में होता है। रैली में, पार्टी कर्मी इस झंडे को लहराते हैं, पोस्टर पर लगाते हैं, और सोशल मीडिया पर भी इसका उपयोग करते हैं। छोटा‑छोटा बैनर, पिन और स्टिकर भी इस झंडे से बने होते हैं।
लेकिन झंडे का इस्तेमाल सिर्फ़ रैली तक सीमित नहीं है। कई बार पार्टी समारोह, आम सभा या बीजेपी के ‘भविष्य निर्माण’ कार्यक्रम में भी इसे प्रमुखता से दिखाया जाता है। इससे दर्शकों को पार्टी की पहचान दृढ़ होती है और जनसंपर्क मजबूत होता है।
ध्यान रखें, चुनाव में झंडे की ऊँचाई, दूरी और साइज़ पर भी नियम होते हैं। अगर कोई पार्टी इन नियमों को तोड़ती है, तो उसे जुर्माना या विज्ञापन प्रतिबंध का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए हर पार्टी अपने स्थानीय ऑफिसर को इन नियमों के बारे में अवगत कराती है।
अगर आप स्वयं किसी पार्टी से जुड़ना चाहते हैं या चुनाव में वोट डालना चाहते हैं, तो झंडे को पहचानना एक आसान तरीका है। बस रंग‑आधारित या प्रतीक‑आधारित झंडे को देखिए, तुरंत समझ जाइए कि वह किस पार्टी का है। इससे आप बेहतर तरीके से अपनी राय बना पाएँगे।
समझ लिया न कि पार्टी झंडा सिर्फ़ एक रंग नहीं, बल्कि एक सामाजिक संदेश है? अगली बार जब भी आप रैली में झंडा देखेंगे, तो उसके पीछे की कहानी भी याद रखिए।
तमिल सुपरस्टार विजय ने अपनी राजनीतिक पार्टी तमिझगा वेत्री कझगम (TVK) के झंडा और गान का अनावरण 22 अगस्त 2024 को चेन्नई में किया। पार्टी का झंडा दो रंगों में डिजाइन किया गया है, जिसमें मारून या लाल रंग ऊपर और नीचे है तथा बीच में एक पीली पट्टी है। झंडे में दो लड़ते हुए हाथी और एक अल्बिज़िया लेब्बेक फूल का चित्र है जो तमिल में विजय का प्रतीक है।