तमिल सुपरस्टार विजय ने लॉन्च किए तमिझगा वेत्री कझगम के झंडा और गान

अगस्त 23 विवेक शर्मा 0 टिप्पणि

तमिल सुपरस्टार विजय का राजनीतिक मंच

तमिल सिनेमाजगत के लोकप्रिय अभिनेता विजय ने राजनीति के मंच पर कदम रखते हुए अपनी राजनीतिक पार्टी तमिझगा वेत्री कझगम (TVK) का गठन किया है। इस पार्टी के झंडा और गान का अनावरण 22 अगस्त 2024 को चेन्नई में किया गया। इस भव्य आयोजन में पार्टी के कई वरिष्ठ सदस्य और विजय के क़रीबी लोग उपस्थित थे। यह आयोजन तमिल सिनेमा के अहम व्यक्तित्व विजय के निजी कार्यालय, पनैयूर में हुआ।

झंडे का डिजाइन और प्रतीक

पार्टी का झंडा एक अद्वितीय संरचना पर आधारित है, जिसमें किनारों पर मारून या लाल रंग और मध्य में एक पीली पट्टी है। इस झंडे में विजय और सामाजिक न्याय का प्रतिनिधित्व करने वाला एक विशेष तत्व है – दो लड़ते हुए हाथी और एक अल्बिज़िया लेब्बेक का फूल। यह फूल नम्र होकर विजय का प्रतीक माना जाता है। झंडे के इस डिज़ाइन को तमिल संस्कृति और विजय की फिल्मों की सभी जीतों का अनुसरण करने वालों के लिए एक मिसाल माना जा रहा है।

झंडे के अलावा, विजय ने पार्टी का गान भी लांच किया, जो तमिल भाषा और संस्कृति को प्रदर्शित करता है।

राजनीतिक संघर्ष का आरंभ

विजय ने फरवरी 2024 में पार्टी का गठन किया और 2026 में होने वाले तमिलनाडु विधानसभा चुनावों में हिस्सा लेने की घोषणा की। विजय ने इस मौक़े पर सभी पार्टी सदस्यों को सुभाषित किया और उन्हें स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदानों का मान-सम्मान रखने की शपथ दिलाई। उन्होंने समाज में एकता, समानता, और सामाजिक न्याय पर ध्यान केंद्रित करते हुए काम करने का वचन भी दिया।

इसके अलावा, विजय ने 2024 लोकसभा चुनाव में हिस्सा नहीं लिया और किसी भी राजनीतिक गठबंधन को समर्थन नहीं दिया। पार्टी के एकमात्र उद्देश्य और सिद्धांतों को आगे बढ़ाने के लिए ही यह कदम उठाया गया।

आगामी योजनाओं का घोषणापत्र

विजय ने अपने भाषण के दौरान बताया कि पार्टी का घोषणापत्र और आगामी योजनाओं को राज्य स्तर के सम्मेलन में व्यापक रूप से प्रस्तुत किया जाएगा। यह सम्मेलन सितंबर माह में विक्रवंडी, विलुप्पुरम जिले में होने की संभावना है।

पार्टी के समर्पित सदस्य और विजय के अनुयायी इस सम्मेलन के लिए उत्साहित हैं और इस आयोजन को एक ऐतिहासिक मोड़ मान रहे हैं।

विरोध और विवाद

तमिलनाडु की राजनीति में कदम रखते ही विजय और उनकी पार्टी को विपक्षी दलों से कड़ा विरोध झेलना पड़ा। बहुजन समाज पार्टी (BSP) ने टीवीके के झंडे पर लगे हाथी के चित्र को लेकर आपत्ति जताई और दावा किया कि हाथी का प्रतीक चिन्ह BSP के चुनाव चिन्ह का उल्लंघन करता है।

BSP ने इसके खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज की, लेकिन विजय और उनकी पार्टी ने स्वयं की स्वायत्तता पर जोर दिया। विवादों के बावजूद, विजय के अनुयायियों ने पार्टी की नीतियों और सिद्धांतों पर विश्वास जताया।

निष्कर्ष

निष्कर्ष

यह देखना बाकी है कि तमिलनाडु की राजनीति में विजय और उनकी पार्टी तमिझगा वेत्री कझगम कैसे अपनी जगह बनाते हैं। विजय के राजनीति में प्रवेश ने न केवल उनके अनुयायियों को उम्मीद दी है, बल्कि तमिल राजनीति में भी एक नया मोड़ दिया है। आने वाले चुनावों में विजय का प्रदर्शन किस हद तक सफल होगा, यह देखने लायक होगा। इस समय विजय के अनुयायियों और तमिलनाडु के वासियों की निगाहें उन पर टिकी हैं।

विवेक शर्मा

विवेक शर्मा (लेखक )

मैं एक अनुभवी पत्रकार हूं जो रोज़मर्रा के समाचारों पर लेखन करता हूं। मेरे लेख भारतीय दैनिक समाचारों पर गहन विश्लेषण प्रदान करते हैं। मैंने विभिन्न समाचार पत्र और ऑनलाइन प्लेटफार्म के लिए काम किया है। मेरा उद्देश्य पाठकों को सही और सटीक जानकारी प्रदान करना है।

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