शुबमन गिल – युवा भारतीय बैटर की कहानी

शुबमन गिल का नाम सुनते ही कई लोगों के दिमाग में नजदीकी पिच पर तेज़ रनों की छवि बन जाती है। अगर आप क्रिकेट का शौकीन हैं तो आपने संभवतः उसके कुछ बड़े शॉट्स देखे होंगे। लेकिन बहुत से नए दर्शकों को यह नहीं पता कि वह कहाँ से आया, कैसे बड़ा हुआ और आज वह कहाँ तक पहुँचा। इस लेख में हम शुबमन की शुरुआती ज़िंदगी, घरेलू कारनामे और अंतरराष्ट्रीय मंच पर उसकी चमक को सरल शब्दों में बताएँगे।

शुबमन गिल के शुरुआती दिन और घरेलू क्रिकेट

शुबमन का जन्म 8 सितंबर 1999 को वेस्ट बेंगलुरु, कर्नाटक में हुआ था, लेकिन वह दिल्ली में पला-बढ़ा। बचपन से ही उसके पास गेंद पर नजर रखने की खास आदत थी। स्कूल में क्रिकेट इंट्राक्षन से लेकर कर्नाटक के अकादमिक टीम तक, उसका सफर धीरे-धीरे प्रोफ़ेशनल स्तर पर ले गया।

2018 में जब वह सिर्फ 19 साल का था, शुबमन ने प्रथम श्रेणी में अपना डेब्यू किया और तुरंत ही क्रमशः 400+ रन बनाए। उसका सबसे बड़ा ब्रेक तब आया जब वह 2020 में केन्याई प्री-मिशन श्रृंखला में 91* बनाकर टीम को जीत दिला। उस इनिंग ने selectors का ध्यान खींचा और उसे राष्ट्रीय टीम के लिये बुलाया।

अंतरराष्ट्रीय मंच पर शुबमन गिल की चमक

शुबमन ने भारत के लिए पहला टेस्ट डेब्यू 2020 में सिडनी में किया। शुरुआती दो टेस्ट्स में उसका प्रदर्शन औसत नहीं था, पर उसने खुद को सुधारने के लिए कड़ी मेहनत की। 2022 में इंग्लैंड के खिलाफ एक टेस्ट में उसने 91 और 98 दो अर्धशतक बनाए, जिससे सबको पता चल गया कि वह बड़े खेल में भी टिक सकता है।

2023 में, भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया टेस्ट श्रृंखला में शुबमन ने दोहरा शतक (239) बनाया। यह शतक केवल उसका नहीं, बल्कि टीम की जीत में भी मददगार रहा। उसके बाद आईपीएल में भी वह लगातार उच्च स्कोर कर रहा है, जिससे दर्शकों का उत्साह बढ़ रहा है।

अब शुबमन की बैटिंग स्टाइल को कई लोग ‘टेक्निकल लेकिन आक्रमणशील’ कहते हैं। वह गेंद को जल्दी से पढ़ता है, फिर सही समय पर शॉट्स मारता है। इससे उसे विविध परिस्थितियों में भी रैंक बनाए रखने में मदद मिलती है।

आपकी तरह कई युवा खिलाड़ी शुबमन को प्रेरणा मानते हैं क्योंकि वह न केवल तकनीक में माहिर है, बल्कि कठिन समय में भी खुद को संभाल लेता है। यदि आप खुद को बेहतर बल्लेबाज़ बनाना चाहते हैं, तो शुबमन के अभ्यास रूटीन को देखना फायदेमंद रहेगा – जैसे कि नेट पर लगातार 30 मिनट रिखी रिफ़्लेक्स ड्रिल और विभिन्न पिचों पर विभिन्न शॉट्स की प्रैक्टिस।

भविष्य में शुबमन के पास कई बड़े टाइटल्स जीतने की संभावनाएँ हैं। अगर वह इस गति को बनाए रखे और फिटनेस पर ध्यान दे, तो वह भारत की बैटिंग लाइन‑अप में लंबे समय तक महत्त्वपूर्ण स्थान रखेगा।

तो, यदि आप शुबमन गिल की कहानी से प्रेरित होते हुए अपने खेल में सुधार चाहते हैं, तो उसका संघर्ष, मेहनत और निरंतर प्रगति को एक मॉडल के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं। अभी के लिए यह लेख यहाँ समाप्त होता है, लेकिन शुबमन की नई उपलब्धियों और मैच रिव्यू के लिये हमारे पेज पर लगातार अपडेट आते रहें।

भारत बनाम जिम्बाब्वे चौथा T20I: गिल और जायसवाल के धमाकेदार प्रदर्शन से 10 विकेट की जीत, सीरीज 3-1 से भारत के नाम

जुलाई 13 Roy Iryan 0 टिप्पणि

भारत और जिम्बाब्वे के बीच चौथा T20I मैच हरारे स्पोर्ट्स क्लब में खेला गया। भारत के कप्तान शुबमन गिल ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया। जिम्बाब्वे ने 153 रनों का लक्ष्य सेट किया, जिसे भारत ने बिना कोई विकेट खोए हासिल कर लिया। यशस्वी जायसवाल ने नाबाद 93 रन बनाए, जबकि गिल ने 58 रनों का योगदान दिया। इस जीत से भारत ने सीरीज 3-1 से अपने नाम कर ली।