वसीयत कैसे बनाएं: आसान कदम और जरूरी जानकारी
अक्सर लोग सोचते हैं कि वसीयत बनाना जटिल या महँगा काम है, लेकिन वास्तव में यह उतना कठिन नहीं है जितना लग सकता है। एक सही वसीयत आपके बाद आपके परिवार को आर्थिक परेशानी से बचा सकती है, और आपके इच्छाओं को स्पष्ट रूप से दर्शा सकती है। इस लेख में हम समझेंगे कि वसीयत क्या है, कौन‑सी चीज़ें जरूरी हैं और इसे स्वयं या वकील की मदद से कैसे तैयार किया जा सकता है।
वसीयत के मुख्य प्रकार
वसीयत दो बड़े रूपों में आती है—**लेखित (हस्ताक्षरित) वसीयत** और **डिजिटल वसीयत**। लेखित वसीयत में आप कागज पर लिखते हैं, दो गवाहों के सामने साइन करते हैं, और सिग्नेचर प्रमाणित करवाते हैं। डिजिटल वसीयत के लिए कुछ प्लेटफ़ॉर्म सुरक्षित इलेक्ट्रॉनिक सिग्नेचर और टाइम‑स्टैम्प प्रदान करते हैं, जो कोर्ट में भी मान्य होते हैं। किसी भी तरह की वसीयत बनाते समय, यह देखना ज़रूरी है कि वह **वैध** हो और सभी कानूनी शर्तें पूरी हों।
वसीयत बनाते समय ध्यान देने योग्य बातें
1. **उम्र और मानसिक क्षमता** – वसीयत लिखने वाले की उम्र 18 साल से अधिक होनी चाहिए और वह मानसिक रूप से सक्षम होना चाहिए।
2. **स्पष्ट विवरण** – संपत्ति, बैंक अकाउंट, जायदाद, गहने आदि को नाम और प्रतिशत के साथ लिखें। अस्पष्ट शब्दों से बाद में विवाद हो सकता है।
3. **गवाहों की जरूरत** – दो गवाहों को वसीयत पढ़ना और साक्षी बनना आवश्यक है। गवाहों का संबंध वसीयत बनाते वाले से ना हो, इससे वैधता मजबूत रहती है।
4. **नोटरीकरण (वैकल्पिक)** – नोटरी को शामिल करने से दस्तावेज़ की सुरक्षा बढ़ती है, पर यह जरूरी नहीं।
5. **अपडेट रखें** – शादी, तलाक, बच्चे का जन्म या बड़ी संपत्ति का अधिग्रहण होने पर वसीयत को तुरंत अपडेट करें। पुराने दस्तावेज़ अभी भी कोर्ट में स्वीकार नहीं हो सकते।
इन मूल बातों को ध्यान में रखकर आप एक भरोसेमंद वसीयत तैयार कर सकते हैं, चाहे आप खुद लिखें या वकील की मदद लें।
**वसीयत बनाते समय अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न**:
- क्या वसीयत में किसी को पूरी संपत्ति देना ठीक है? हाँ, यदि आप चाहें तो पूरी संपत्ति एक ही वारिस को दे सकते हैं, लेकिन यह अनपेक्षित विवादों को जन्म दे सकता है।
- वसीयत का साक्ष्य कैसे सुरक्षित रखें? मूल कॉपी को सुरक्षित स्थान (जैसे बैंक सेफ डिपॉज़िट बॉक्स) में रखें और एक कॉपी भरोसेमंद रिश्तेदार को दें।
- क्या वसीयत को रद्द किया जा सकता है? हाँ, आप नई वसीयत जारी करके पुरानी को रद्द कर सकते हैं या मौजूदा वसीयत में रद्दीकरण क्लॉज़ जोड़ सकते हैं।
अंत में, याद रखें कि वसीयत आपके भविष्य की सुरक्षा का पहला कदम है। इसे जल्द बनाएं, सही तरीके से फॉर्मेट करें, और समय-समय पर अपडेट करते रहें। इस तरह आप अपने परिवार को वित्तीय तनाव से बचा सकते हैं और अपने इच्छाओं को स्पष्ट रूप से दर्शा सकते हैं। यदि आपको कानूनी सलाह चाहिए, तो किसी भरोसेमंद वकील से संपर्क करें—वे प्रक्रिया को तुरंत आसान बना देंगे।
शंतनु नायडू, जो रतन टाटा के लंबे समय से सहयोगी और 'द गुडफेलोज' नामक बुजुर्ग देखभाल स्टार्टअप के संस्थापक हैं, को टाटा की ₹10,000 करोड़ रुपए की वसीयत में शामिल किया गया है। रतन टाटा ने अपने उद्यम में नायडू की दृष्टि पर भरोसा जताते हुए स्टार्टअप में अपनी हिस्सेदारी छोड़ दी है और उनकी विदेशी शिक्षा का खर्च भी उठाया है। यह टाटा के लिए अपने मेंटी के भविष्य के प्रति समर्पण को दर्शाता है।