जब दीप्ति शर्मा ने International Cricket Council (ICC) की नई वुमेन्स टी20 अंतरराष्ट्रीय रैंकिंग में गेंदबाजों की सूची में 732 अंक के साथ संयुक्त रूप से दूसरा स्थान हासिल किया, तो यह भारत के क्रिकेट प्रेमियों को झकझोर गया। उसी समय, स्मृति मंधाना ने बल्लेबाजी रैंकिंग में शीर्ष से एक जगह नीचे गिरकर दूसरा नंबर पाकर 728 अंक कर लिए। दूसरे रैंक में आयरनिंग पचीली पाकिस्तान की सादिया इकबाल को भी एक रैंक घटाकर दूसरा स्थान मिला, जबकि ऑस्ट्रेलिया की एनाबेल सदरलैंड ने 736 अंक पर पहली बार स्त्री टी20 गेंदबाजों की टॉप रैंक हासिल की। इंग्लैंड की नैट सिवर‑ब्रंट इस बदलाव के बाद भी पहले पद पर बनी रही।
रैंकिंग अपडेट का पृष्ठभूमि
आईसीसी की हर छः महीने की रैंकिंग में खिलाड़ी के हालिया प्रदर्शन, विरोधी टीम की ताकत और मैचों के महत्व को ध्यान में रखा जाता है। पिछली बार जब इस वार्षिक अपडेट हुआ था, तो शिखर पर भारतीय बॉलर शिखा पाटिल थी, पर इस बार उनके सामने कई नए नाम उभरे।
विस्तृत रैंकिंग विवरण
गेंदबाजों की सूची में अब दो भारतीय नाम जोड़े गए:
- दीप्ति शर्मा – 732 अंक (दूसरा स्थान, सादिया इकबाल के साथ तालमेल)
- सादिया इकबाल (पाकिस्तान) – 732 अंक (दूसरा स्थान)
ऊपर पहाड़ी पर है ऑस्ट्रेलिया की एनाबेल सदरलैंड, जो 736 अंक के साथ प्रथम स्थान पर है। वह 2024‑2025 सीज़न में 18 विकेट लेकर इस शिखर को अपने नाम किया था।
बल्लेबाज़ों की रैंकिंग में बदलाव भी दिलचस्प था। स्मृति मंधाना 728 अंक के साथ दूसरे स्थान पर है, जबकि इंग्लैंड की नैट सिवर‑ब्रंट 731 अंक के साथ अभी भी प्रथम स्थान पर कायम है। एमी हंटर‑प्रेंडरगैस्ट (आयरलैंड) ने हालिया 2‑1 शृंखला में चमकते हुए 72 औसत से 144 रन बनाए और आधी गेंदबाज़ी भी की, पर वह इस रैंकिंग में शीर्ष पांच में नहीं आयी।
खिलाड़ियों की हालिया प्रदर्शन की झलक
दीप्ति शर्मा ने पिछले महीने पड़ोसी सिंगापुर टूर में 4/22 की बेहतरीन गेंदबाजी की थी, जिससे उनका अंक बढ़ा। उसका फिर से फ्रॉंट‑फुटर लीडरशिप टीम में जगह बना। स्मृति मंधाना ने इंग्लैंड के खिलाफ एकराउंड में 68* बना कर अपनी स्थिरता दिखायी, पर कुछ फील्डिंग गलतियों के कारण उनका अंक थोड़ा गिरा।
सादिया इकबाल ने आयरलैंड के खिलाफ सिर्फ तीन विकेट लिये, जिससे उनका अंक थोड़ा घटा लेकिन फिर भी दो नंबर पर रह गईं। एनाबेल सदरलैंड की बात करें तो वह न्यूज़ीलैंड के खिलाफ एक ऑलराउंडर प्रदर्शन में 5/15 लेकर 736 अंक पर कायम रही थीं, और इस सीज़न में कोई और मैच नहीं खेलने के बावजूद वह शीर्ष पर बनी रही।
पक्षों की प्रतिक्रियाएँ और विशेषज्ञ विश्लेषण
बीसीसी इंडिया के खेल संपादक रजत सिंह ने कहा, "दीप्ति की बेहतरीन लंबी लीडरशिप ने भारतीय बॉलिंग मचर को नई दिशा दी है।" वहीं, मंधाना के एजेंट ने संकेत दिया कि "इंग्लैंड की तेज़ पिचों ने मंधाना को थोड़ा चुनौती दी, पर वह अगले टूर में फिर से शीर्ष पर लौट सकती हैं।"
क्रिकट एनालिटिक्स के प्रमुख विश्लेषक अमन वर्मा ने बताया, "रैंकिंग एल्गोरिद्म में अब फॉर्म और स्ट्राइक रेट को ज्यादा वजन दिया गया है, इसलिए तेज़ गेंदबाज़ों का अंक तेजी से बदलता है। एनाबेल की निरंतरता ने उसे पहला स्थान दिलाया है, जबकि भारतीय गेंदबाज़ों को अभी कुछ मैचों में अपनी फॉर्म बनाए रखनी होगी।"
भविष्य के प्रभाव और आगामी शेड्यूल
अब भारत के तहत आने वाले महिला टी20 सीरीज में इस रैंकिंग का असर स्पष्ट होगा। आने वाले महीने में भारत‑ऑस्ट्रेलिया महिला टूर scheduled for December 2025 को देखते हुए, दोनों टीमों के प्रमुख खिलाड़ी अपनी-अपनी रैंकिंग को सुधारने की कोशिश करेंगे।
इसी बीच आईसीसी ने घोषणा की है कि 2026 में पहली बार वुमेन्स टी20 विश्व कप का बेसिक फॉर्मेट थोड़ा बदला जाएगा, जिससे रैंकिंग में नई गतिशीलता आएगी। इस बदलाव से भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसे प्रमुख देशों को रैंकिंग में आगे-पीछे होना पड़ेगा।
मुख्य आँकड़े
- दीप्ति शर्मा – 732 अंक (गेंदबाज, 2nd)
- स्मृति मंधाना – 728 अंक (बल्लेबाज़, 2nd)
- एनाबेल सदरलैंड – 736 अंक (गेंदबाज, 1st)
- नैट सिवर‑ब्रंट – 731 अंक (बल्लेबाज़, 1st)
- सादिया इकबाल – 732 अंक (गेंदबाज, 2nd)
Frequently Asked Questions
दीप्ति शर्मा की नई रैंकिंग का भारत की टीम पर क्या असर पड़ेगा?
दीप्ति के 732 अंक की रैंकिंग इंगित करती है कि भारतीय गेंदबाज़ी में गहरी वैरायटी है। आगामी भारत‑ऑस्ट्रेलिया टूर में उनका प्रमुख रोल रहने की संभावना है, जिससे टीम की बॉलिंग स्ट्रैटेजी में अधिक भरोसा होगा।
स्मृति मंधाना की गिरावट से भारत की बैटिंग लाइन‑अप में क्या बदलाव आएगा?
स्मृति अभी भी 728 अंक पर दूसरे स्थान पर हैं, पर पहली रैंक से नीचे गिरना उन्हें बेहतर पिच एडेप्टेशन पर ध्यान देने का संकेत देता है। कोचिंग स्टाफ ने कहा है कि अगली श्रृंखला में ओपनिंग पैयर में कुछ नई रणनीतियों को आज़माया जाएगा।
एनाबेल सदरलैंड की टॉप रैंकिंग का ऑस्ट्रेलिया पर क्या मतलब है?
सदरलैंड ने 736 अंक से पहली बार शीर्ष पर पहुंच कर ऑस्ट्रेलियाई बॉलिंग के शिखर को प्रदर्शित किया है। इससे उनके घरेलू टूर में बॉलिंग के प्रति अटिक टैक्टिक्स को और मजबूती मिलेगी और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उनका दबदबा बढ़ेगा।
रैंकिंग बदलावों का आगामी वुमेन्स टी20 विश्व कप पर क्या प्रभाव पड़ेगा?
नयी रैंकिंग से ये स्पष्ट होता है कि भारत, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसी टीमें शीर्ष पर हैं। विश्व कप में प्वाइंट टेबल को देखते हुए, इन टीमों के खिलाफ पिच चयन और बैटिंग ऑर्डर में रणनीतिक बदलावों की संभावना बढ़ेगी।
Ajay Kumar
अरे यार, ये रैंकिंग देखके तो दिल कह रहा है कि ICC ने फिर से अपने फॉर्मूला में जादू कर दिया, लेकिन सच्चाई में तो बस कुछ मैचों का आंकड़ा ही दिखा रहे हैं, और हम सब इन्हें गँवाते‑बढ़ाते हैं।
Rahul Verma
ज्यादातर लोग नहीं समझते कि ये अंक कैसे बनते हैं; सरकार की बीजियू नेटवर्क ही सबको नियंत्रित करती है, कोई एआई नहीं।
Vishnu Das
दीप्ति शर्मा का नया स्कोर वाकई में एक मीटिंग पॉइंट है, क्योंकि यह दर्शाता है कि भारतीय गेंदबाजी में गहराई है, जो पिछले कुछ वर्षों में विकसित हुई है; यही कारण है कि पाकिस्तान की सादिया इकबाल के साथ बराबरी में पहुँचना संभव हुआ है; स्मृति मंधाना के गिरावट के बावजूद उनकी स्थिरता इस बात को रेखांकित करती है कि भारतीय बैटिंग लाइन‑अप में विविधता है; एनाबेल सदरलैंड की टॉप रैंकिंग यह दर्शाती है कि ऑस्ट्रेलिया की बॉलिंग स्ट्रैटेजी ने भी नया मोड़ लिया है; नैट सिवर‑ब्रंट की स्थिरता इंग्लैंड की निरंतरता को प्रतिबिंबित करती है; यह सभी आँकड़े ICC के नई एल्गोरिद्म को भी उजागर करते हैं, जिसमें फॉर्म और स्ट्राइक रेट को ज्यादा वजन दिया गया है; इस बदलाव ने तेज़ बॉलर्स को अधिक अंक दिलाए हैं; वहीं फॉर्म को बनाए रखने वाले बॉलर्स को भी लाभ मिला है; खिलाड़ी अपने घरेलू टूर में अधिक चयनात्मक रहे हैं; यह रैंकिंग बदलाव आगामी विश्व कप के लिए संकेत देता है; टीमों को पिच चयन में अधिक सावधानी बरतनी पड़ेगी; कोचिंग स्टाफ को भी अपने प्लान को पुनः परिभाषित करना होगा; प्रशंसकों को भी नई रणनीति को समझने के लिए समय चाहिए; अंत में, यह दिखाता है कि महिला क्रिकेट में प्रतिस्पर्धा कितनी तीव्र है, और यह सब दर्शकों के लिए रोमांचक है।
sandeep sharma
भाइयों, इस रैंकिंग से हमें प्रेरणा मिलनी चाहिए, अब हमारे बॉलर्स को आगे भी मेहनत करनी होगी, और बैटरों को अपनी फॉर्म को स्थिर रखना होगा; चलो इस उत्साह को आगे बढ़ाते हैं!
Mansi Bansal
इन्हें देख कर लगता है कि क्रिकेट सिर्फ खेल नहीं, यह एक सामाजिक पुल है, जहाँ प्रत्येक खिलाड़ी अपने देश का प्रतिनिधित्व करता है, और हमारी ज़िम्मेदारी है कि हम एक-दूसरे को सपोर्ट करे।
Sampada Pimpalgaonkar
सच में, दीप्ति और सादिया का साथ देखना वाकई में दिलचस्प है, दोनों ने मिलकर इस रैंकिंग को सजा दिया, आशा है आगे भी ऐसे सहयोग मिलते रहें।
Chinmay Bhoot
ये सब आंकड़े तो बस एक झूठे परदे जैसा है, असली मैदान में देखना पड़ता है कि कौन कितना दम रखता है, नहीं तो रैंकिंग में क्या फ़ायर है?
Raj Bajoria
रैंकिंग में बदलाव बहुत रोचक है।
Simardeep Singh
जब तक हम अपनी खुद की असुरक्षा को समझ नहीं पाते, ये रैंकिंग हमारा मन नहीं छू पाएगी, बस एक गहरी ख़ालीपन की तरह रहती है।
Aryan Singh
दीप्ति शर्मा का 732 अंक का स्कोर उनके स्मूद लीडरशिप और कंट्रोल्ड डेलिवरी को दर्शाता है; स्मृति मंधाना के 728 अंक अभी भी बहुत मजबूत हैं, और उन्हें आगे की सीरीज में अपनी स्ट्राइक रेट बढ़ाने का मौका मिलेगा; एनाबेल सदरलैंड की 736 अंक की टॉप रैंकिंग यह स्पष्ट करती है कि ऑस्ट्रेलिया की बॉलिंग लाइन‑अप में निरंतरता है; इन आँकड़ों को देखते हुए कोचिंग स्टाफ को बॉलर्स और बैटर दोनों के लिए स्ट्रेटेजिक प्लान बनाना चाहिए।
Sudaman TM
हम्म, रैंकिंग बदलना तो हर बार होता है, लेकिन लोग इसे इतना बड़ा बना देते हैं 😂💥
Rohit Bafna
विमान से नहीं, सीधे मैदान से साबित करना होगा कि भारतीय महिला बॉलर्स का नाम विश्व में सर्वोच्च है, और ऐसी रैंकिंग ही इस लक्ष्य की दिशा में रणनीतिक मील का पत्थर है; हमें हर मैच को एक ऑपरेशन के रूप में देखना चाहिए, जहाँ डेटा‑ड्रिवन एनालिसिस ही जीत का सूत्र होगा।
Arjun Dode
चलो भाई लोग, इस रैंकिंग को देखो, खुद पर भरोसा रखो, मेहनत जारी रखो, जीत हमारी ही होगी!
aishwarya singh
मैं तो समझती हूँ कि ये रैंकिंग सिर्फ एक सेकंड की झलक है, असली मज़ा तो तब है जब खिलाड़ी मैदान में उतरते हैं और अपना असली खेल दिखाते हैं; इसलिए हमें आँकड़ों से ज़्यादा खिलाड़ियों की मेहनत पर ध्यान देना चाहिए।
pragya bharti
रैंकिंग की ये धुंधली रेखा हमें याद दिलाती है कि असफलता और सफलता दोनों ही एक ही सिक्के के दो पहलू हैं, और हमें हमेशा संतुलन बनाकर चलना चाहिए।
vicky fachrudin
रैंकिंग में प्रयोग किए गए मानदंडों पर प्रकाश डालना जरूरी है; ICC ने फॉर्म, स्ट्राइक रेट, विपक्षी टीम की ताकत, और मैच की महत्वता को वेटेज दिया है; इस कारण तेज़ बॉलर्स के अंक अधिक बढ़े हैं; दीप्ति की कंट्रोल्ड स्पीड और सापेक्षिक वेरिएशन ने उन्हें टॉप लेवल पर पहुंचाया है; स्मृति की स्थिरता फिर भी उल्लेखनीय है; एनाबेल की निरंतरता दर्शाती है कि ऑस्ट्रेलिया का डेप्थ बढ़ा है; आशा है कि आगामी सीरीज में ये ट्रेंड जारी रहेगा।
Soundarya Kumar
सबको मिलकर इस रैंकिंग को एक प्रेरणा के रूप में देखना चाहिए, ताकि हर खिलाड़ी अपना सर्वश्रेष्ठ दे सके और हम सब मिलकर खेल को और बढ़िया बना सकें।
Minal Chavan
रैंकिंग में प्रस्तुत आंकड़े सूक्ष्म विश्लेषण की मांग करते हैं, और इस संदर्भ में प्रयुक्त एल्गोरिद्म को समझना आवश्यक है।