टाटा कैपिटल का ₹15,511.87 करोड़ IPO लॉन्च, इस साल की सबसे बड़ी लिस्टिंग

अक्तूबर 7 Roy Iryan 18 टिप्पणि

जब टाटा कैपिटल लिमिटेड ने टाटा कैपिटल IPOमुंबई का द्वार खोला, तो बाजार में हड़कंप मच गया। 6 अक्टूबर 2025 को प्रारम्भ हुए इस सार्वजनिक प्रस्ताव की कुल आकार ₹15,511.87 करोड़ (लगभग $1.7 बिलियन) थी, जो इस वर्ष की सबसे बड़ी लिस्टिंग बन गई। शेयरों की कीमत 310 से 326 रुपए के बैंड में तय हुई, और बिडिंग अवधि 8 अक्टूबर तक चलने वाली थी।

इवेंट की पृष्ठभूमि और टाटा कैपिटल का विकास

2007 में स्थापित, टाटा कैपिटल लिमिटेड ने खुद को वित्तीय सेवाओं के क्षेत्र में बहु‑उत्पाद प्रदाता के रूप में स्थापित किया। जून 2025 तक कंपनी के अधीन कुल संपत्तियों का मूल्य ₹2.33 ट्रिलियन रहा, और 73 मिलियन ग्राहकों को विभिन्न रिटेल, कॉरपोरेट और संस्थागत समाधान उपलब्ध होते हैं। इस मजबूती के चलते टाटा समूह ने 2025 में सार्वजनिक पूंजी जुटाने के लिए इस इवेंट को चुना।

IPO का विवरण और सब्सक्रिप्शन आँकड़े

प्रस्ताव में 475.8 मिलियन नई व मौजूदा शेयरों की बिक्री शामिल थी, जिसे टाटा के मूल कंपनी और इंटरनेशनल फाइनेंस कॉर्पोरेशन ने मिलकर जारी किया। बिडिंग के पहले दो दिनों में, पेशकश के 72 % शेयरों की माँग मिली। शुरुआती घंटे में ही बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) के डेटा से पता चला कि लगभग 9 % शेयरों पर बिडें लगी थीं।

मुख्य एंकर निवेशक और फंडिंग राउंड

4 अक्टूबर को, टाटा कैपिटल ने एंकर निवेशकों से ₹46.4 बिलियन (US$523 मिलियन) जुटाए। इस दौर में Morgan Stanley, Goldman Sachs Group Inc., और Nomura Holdings Inc. जैसे अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों ने बड़े पैमाने पर बिडें लगाईं। भारत के सबसे बड़े बीमा समूह लाइफ़ इन्शुरेंस कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (LIC) भी एंकर निवेशकों में शामिल था, जिससे भरोसे का पैमाना और ऊँचा हो गया।

विश्लेषकों की राय और संभावित लिस्टिंग पर असर

मेहता इक्विटीज़ के सीनियर वाइस प्रेज़िडेंट (रिसर्च) प्रशांत टास्पे, सीनियर वाइस प्रेज़िडेंट (रिसर्च) of मेहता इक्विटीज़ ने कहा, "बाजार की संवेदनशीलता को देखते हुए टाटा कैपिटल ने कीमतें औसत से कुछ नीचे रखी हैं, जो लिस्टिंग पर सकारात्मक पॉप का कारण बन सकता है।" इसी तरह ICICI Direct Research ने नोट किया कि कंपनी का व्यापार मॉडल विविधीकृत है और संपत्ति मिश्रण के कारण जोखिम प्रबंधन में सक्षम है। दोनों ही विश्लेषकों ने इस बात पर ज़ोर दिया कि IPO मूल्यांकन का तर्कसंगत होना निवेशकों के लिए अतिरिक्त लाभ को साकार कर सकता है।

भविष्य की झलक और निवेशकों के लिए सुझाव

भविष्य की झलक और निवेशकों के लिए सुझाव

आवंटन प्रक्रिया 9 अक्टूबर को तय होगी, और शेयरों को 10 अक्टूबर तक डिमैट खातों में जमा किया जाएगा। असफल आवेदकों को 10 अक्टूबर को रिफंड मिलेगा। कंपनी की शेयरों की ट्रेडिंग 13 अक्टूबर से शुरू होगी, जिससे बाजार में पहली बार ट्रेडिंग बॉलेंस देखने को मिल सकता है। छोटे स्वयं‑निवेशकों (sNII) को न्यूनतम निवेश ₹14,996 (46 शेयर) करना होगा, जबकि बड़े निवेशकों को 67 लॉट (3,082 शेयर) का बिन्डर बनाना पड़ेगा। ऑनलाइन आवेदन प्रणाली ASBA और UPI के माध्यम से उपलब्ध है, जिससे प्रक्रिया तेज़ और पारदर्शी बनी रहती है।

क्यों यह IPO भारतीय निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण है?

क्योंकि टाटा कैपिटल का पोर्टफोलियो रिटेल ऋण, कॉरपोरेट फाइनेंस और एसेट मैनेजमेंट जैसे विभिन्न खंडों में फैला है। इस विविधीकरण से कंपनी न केवल आर्थिक मंदी के दौर में स्थिर रहती है, बल्कि संभावित वृद्धि के अवसर भी पकड़ती है। इसके अलावा टाटा समूह की ब्रांड भरोसा और अंतरराष्ट्रीय संस्थागत निवेशकों की भागीदारी इसे दीर्घकालिक निवेश के रूप में आकर्षक बनाती है।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

टाटा कैपिटल IPO में रिटेल निवेशकों के लिए न्यूनतम निवेश कितनी है?

रिटेल निवेशकों को 46 शेयर (₹14,996) की न्यूनतम बोली लगानी होगी, जो वर्तमान कीमत बैंड के ऊपर के ₹326 पर आधारित है। छोटे निवेशकों के लिये यह राशि सामान्यतः सुलभ मानी जाती है।

क्या टाटा कैपिटल के एंकर निवेशकों में विदेशी फंड शामिल हैं?

हाँ, इस राउंड में Morgan Stanley, Goldman Sachs, और Nomura जैसी अंतरराष्ट्रीय संस्थाएँ बिड लगा रही थीं, जिससे विदेशी पूंजी का भारी प्रवाह सुनिश्चित हुआ।

टाटा कैपिटल की कुल संपत्ति प्रबंधन (AUM) कितनी है?

जून 2025 तक टाटा कैपिटल का कुल AUM लगभग ₹2.33 ट्रिलियन था, जो भारत के वित्तीय सेवाओं के सेगमेंट में शीर्ष स्तर पर है।

IPO के बाद टाटा कैपिटल के शेयर किसी एक्सचेंज पर ट्रेड होंगी?

शेयरों को 13 अक्टूबर 2025 को राष्ट्रीय स्टॉक एक्सचेंज (NSE) और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) दोनों पर सूचीबद्ध किया जाएगा।

विश्लेषकों ने इस IPO को कैसे रेट किया है?

मेहता इक्विटीज़ के प्रशांत टास्पे ने कहा कि कीमतें औसत से थोड़ा नीचे रखी गई हैं, जिससे लिस्टिंग पर सकारात्मक पॉप की संभावना है। ICICI Direct Research ने कहा कि कंपनी का विविधीकृत व्यवसाय मॉडल इसे आकर्षक निवेश बनाता है।

Roy Iryan

Roy Iryan (लेखक )

मैं एक अनुभवी पत्रकार हूं जो रोज़मर्रा के समाचारों पर लेखन करता हूं। मेरे लेख भारतीय दैनिक समाचारों पर गहन विश्लेषण प्रदान करते हैं। मैंने विभिन्न समाचार पत्र और ऑनलाइन प्लेटफार्म के लिए काम किया है। मेरा उद्देश्य पाठकों को सही और सटीक जानकारी प्रदान करना है।

Agni Gendhing

Agni Gendhing

क्या बात है!! टाटा के IPO को लेकर फिर से वही पुरानी रॉडशेड्डिंग थ्योरी!! सरकार का हाथ?? सब कुछ प्लेन! गुप्त एजेंडा, डार्क मनी, और लुके हुए शेयरधारक, बस यही तो बात है!!

Jay Baksh

Jay Baksh

देश की सबसे बड़ी लिस्टिंग, टाटा का भी समर्थन करने वाला हर भारतीय!

Ramesh Kumar V G

Ramesh Kumar V G

टाटा कैपिटल का कुल एसेट मैनेजमेंट 2.33 ट्रिलियन रुपये है, जो वित्तीय सेवाओं में एक मजबूत पोजिसन देता है। यह आंकड़ा दर्शाता है कि कंपनी मंदी में भी स्थिर रह सकती है। इसके अलावा 73 मिलियन ग्राहकों की बेस बड़े पैमाने पर विस्तार की संभावना खोलती है।

Gowthaman Ramasamy

Gowthaman Ramasamy

निवेशकों के लिए यह IPO कई लाभ प्रदान करता है 😊। उचित मूल्य बैंड और मजबूत एंकर निवेशकों की उपस्थिति भरोसा बढ़ाता है। साथ ही, टाटा समूह की ब्रांड वैल्यू जोखिम को कम करती है।

onpriya sriyahan

onpriya sriyahan

टाटा कैपिटल का IPO सच में एक बड़ी मौके है निवेशकों के लिये जल्दी से भाग लो
सेक्टर लूप्स से जुड़ी सभी चीजें इस लिस्टिंग में कवर हो जाती हैं

Sunil Kunders

Sunil Kunders

टाटा कैपिटल का IPO बाजार में नई मानक स्थापित करता है, यह स्पष्ट है। इस प्रकार के बड़े इवेंट आर्थिक परिदृश्य को पुनः आकार देते हैं।

suraj jadhao

suraj jadhao

चलो भाई लोग, इस मौके को पकड़ो 🚀! छोटे निवेशकों के लिये भी खुला है, तो देर मत करो! 🎉

Anushka Madan

Anushka Madan

ऐसे बड़े पैमाने के IPO को बिना आलोचना के सराहना नहीं कर सकते, यह नैतिक दायित्व है। हमें यह देखना चाहिए कि क्या यह आम जन के हित में है।

Nitin Talwar

Nitin Talwar

भाई मैं बताता हूँ, इस IPO के पीछे छुपा है कई विदेशी फंड का गुप्त निकास, जो भारतीय बाजार को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं। इसको ठीक से देखना जरूरी है।

nayan lad

nayan lad

सिंक्रोनाइज़्ड बिडिंग प्रक्रिया निवेशकों को पारदर्शी बना रही है। यह प्रणाली बिडर को स्पष्ट दिशा देती है।

Harmeet Singh

Harmeet Singh

बाजार की रीदम को समझना ही वित्तीय स्वतंत्रता की कुंजी है, इसलिए बिडिंग के समय सावधानी बरतनी चाहिए। सही समय पर निवेश करने से दीर्घकालिक रिटर्न बढ़ता है।

patil sharan

patil sharan

वह, टाटा का IPO, जैसे हर साल नया सन्‍देश में आया है, सही कहा।

Navendu Sinha

Navendu Sinha

टाटा कैपिटल का यह IPO न केवल आकार में बड़ा है, बल्कि इसके पीछे का रणनीतिक महत्व भी गहरा है। इस फाइनेंसियल ग्रुप ने वर्षों से विभिन्न क्षेत्रों में विविधीकरण किया है, जिससे इसकी जोखिम प्रोफ़ाइल कम हुई है। इस प्रक्रिया में रिटेल ऋण, कॉरपोरेट फाइनेंस, और एसेट मैनेजमेंट का संतुलित मिश्रण दिखता है। शेयर बिडिंग की शुरुआती आँकड़े से स्पष्ट है कि निवेशकों का उत्साह उच्च स्तर पर है। 72% शेयरों की माँग मिलने से बाजार में भरोसा झलकता है। एंकर निवेशकों में शामिल अंतरराष्ट्रीय फंडों का सहभागिता यह दर्शाता है कि यह इवेंट वैश्विक स्तर पर मान्यता प्राप्त है। LIC जैसी राष्ट्रीय संस्थाओं की भागीदारी से घरेलू विश्वास भी मजबूत होता है। मूल्य बैंड 310-326 रुपये के बीच तय किया गया, जो औसत मूल्य से थोड़ा नीचे है, संभावित पॉप को प्रेरित करता है। बिडिंग अवधि का सीमित होना निवेशकों को शीघ्र निर्णय लेने के लिए प्रोत्साहित करता है। IPO की आवंटन प्रक्रिया, जिसमें छोटे निवेशकों के लिए न्यूनतम 46 शेयर निर्धारित है, वित्तीय समावेशन की दिशा में एक कदम है। इस तरह के बड़े IPO से पूंजी बाजार में तरलता बढ़ती है, और नई लिक्विडिटी पैदा होती है। ट्रेडिंग शुरू होने पर शुरुआती दैनिक वॉल्यूम उच्च रहेगा, जो शेयर की कीमत को स्थिर करने में मदद करेगा। वित्तीय विशेषज्ञों का मानना है कि इस IPO से टाटा कैपिटल के भविष्य के विकास के लिए मजबूत बुनियाद पड़ेगी। अंत में, यह लिस्टिंग भारतीय पूंजी बाजार की वृद्धि को और तेज़ी से आगे बढ़ा सकती है।

Navyanandana Singh

Navyanandana Singh

जीवन में निवेश सिर्फ पैसा नहीं, बल्कि समय और विश्वास भी है। जब हम एक बड़े IPO में भाग लेते हैं, तो हम भविष्य की संभावनाओं को भी अपनाते हैं। यह प्रक्रिया हमें आत्मनिरीक्षण की ओर भी ले जाती है।

monisha.p Tiwari

monisha.p Tiwari

सबको इस अवसर का सम्मान करना चाहिए, इससे आर्थिक विकास को फ़ायदा होगा। सामूहिक भागीदारी से ही देश की प्रगति संभव है।

Nathan Hosken

Nathan Hosken

कॅपिटल मार्केट इकोसिसटेम में इस IPO की इशू एंट्री लिक्विडिटी मैट्रिक्स को पुनः संरचित करेगी, जिससे मार्केट डिप्थ में सुधार होगा और वॉलैटिलिटी में कमी आएगी।

Manali Saha

Manali Saha

अरे यार!!! टाटा का IPO फिर से धूम मचा रहा है!!!

reshveen10 raj

reshveen10 raj

बिल्कुल सही कहा, यह एक शानदार अवसर है सभी के लिए! चलो इसे उपयोग में लाते हैं।

अपनी टिप्पणी टाइप करें

खोज